खण्ड स्तरीय किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
BOL PANIPAT , 6 दिसम्बर। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग बापौली द्वारा आत्म योजना के तहत खण्ड स्तरीय किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता खण्ड कृषि अधिकारी डॉ. सतीश ने की।
खण्ड कृषि अधिकारी डॉ. सतीश ने शिविर को सम्बोधित करते हुए किसानों को किसानों को बीजों उपचार, एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन, एकीकृत जीव नाशी प्रबंधन, कीटनाशकों के दुष्प्रभाव, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजन व मेरी फसल मेरा ब्यौरा आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण अवश्य करवाएं। बिना पोर्टल पर पंजीकरण करवाए उनकी फसलों की मण्डी में खरीद नही होगी। उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के अन्र्तगत लाभ नही लेना चाहता है तो उन्हें बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए निर्धारित प्रपत्र में लिखित में यह आवेदन करना होगा कि उन्हें रबी 2021-22 के लिए फसल बीमा योजना से प्रथक रखा जाए। प्रभावित बिमित कृषक को आपदा के 72 घण्टे के अन्दर-अन्दर लिखित में कृषि विभाग के अधिकारियों को सूचित करवाना आवश्यक है।
कृषि विकास अधिकारी डॉ. संदीप बजाज ने बताया कि बीज जनित व मृदा जनित रोगों से बचाव के लिए बीज उपचार जरूरी है। उन्होंने बताया कि किसान बिजाई से पहले बीज को फंफूदी नाशक कीटनाशक, जैविक खाद से उपचारित करके ही बोये। किसान हमेशा बिजाई के लिए साफ सुथरे खरपतवार रहित प्रमाणित बीजों का ही प्रयोग करें। जीवाणु खाद द्वारा बीज उपचार के लिए एजक्टोवेक्टर व पी.एस.बी. टीके का प्रयोग करें। फंफूदी नाशक, कीटनाशक के द्वारा बीज उपचार करने के बाद ही जीवाणु खाद द्वारा उपचारित करें। उन्होंने बताया कि जो किसान गेंहू की पछेती बिजाई करना चाहते है वो दिसम्बर के तीसरे पखवाड़े तक कर लें इसके बाद बिजाई करने से पैदावार पर विपरित प्रभाव पड़ेगा।
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