कुराड़ गांव में सफाई ना होने से नाले बंद, फिरनीयों पर जमा हो रहा गंदा पानी
BOL PANIPAT : बापौली, 7 जनवरी (प्रीती शर्मा) : केन्द्र व हरियाणा सरकार जहां स्वच्छता अभियान पर करोड़ों रूपये खर्च कर रही है। वहीं गांव कुराड़ में कुछ सफाई कर्मचारी ही सफाई अभियान को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। जिससे न केवल आने-जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बल्कि कोरोना लहर के बीच अन्य बिमारियों का खतरा भी बना हुआ है।
ग्रामीणों की मांग है कि सफाई में लापरवाही करने वाले सफाई कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाही की जाए ताकि दूसरे कर्मचारियों को भी सबक मिल सके। गांव कुराड़ में मेन अड्डे से गांव सनौली कलां की तरफ जाने वाली फिरनी व इसके साथ लगती गलियों की सफाई करने वाला सफाई कर्मचारी मोहल्ले के लोगों के लिए ईद का चांद बना हुआ है। हालात यह हैं कि बुलाने व स्वयं उसकी यूनियन के प्रधान के कहने के बाद भी सफाई नहीं करता।
बताया जा रहा है कि विनोद नाम के इस सफाई कर्मचारी के पीछे राजनीतिक हाथ है। इसलिए कभी-कभी मुड में आया तो सफाई की नहीं तो आराम फरमाता है। मोहल्ला वासी सतपाल भारद्वाज, राजेश भारद्वाज, पिटू, हरीश, दीपक, संदीप व मोहित शर्मा आदि ने बताया कि नौकरी तो दूर इंसानियत के नाते भी यह सफाई कर्मचारी सफाई नहीं करता। गली में एक मौत हो जाने पर विनोद से संपर्क कर गली व नाली की सफाई करने को कहा था। इसके बावजूद सफाई नहीं की गई। सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान ईश्वर को शिकायत की तो उसके भी कई बार कहने पर एक दिन सफाई करने की खानापूर्ति की गई। गांव की फिरनी सफाई के अभाव में बिमारियों को न्यौता दे रही है। नालियों की सफाई हुए महीनों हो गए।
जिसके चलते नालियों का पानी फिरनी पर खड़ा हो रहा है। जिससे न केवल गांव कुराड़ वासियों को बल्कि सनौली कलां, सनौली खुर्द व झाम्बा आदि गांवों में जाने वालों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने उपायुक्त सुशील सारवान से मांग की है कि ऐसे लापरवाह सफाई कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाही की जाए।
वर्जन
वहीं इस बारे में जब सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान ईश्वर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उसने विनोद को कहा था कि सफाई के कार्य की तरफ ध्यान दे पर कोई नहीं सुने तो वो क्या कर सकते हैं। वहीं जब सफाई कर्मचारी से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने इस मामले पर बात करने से मना कर दिया।
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