वैज्ञानिक दृष्टि से भी मनुष्य के जीवन पर है गीता का प्रभाव: रजनी शर्मा
BOL PANIPAT , 14 दिसंबर। जिला स्तरीय गीता महोत्सव के दौरान आर्य कॉलेज के प्रांगण में आयोजित प्रदशनी में अपोलो इंटर नेशनल स्कूल समालखा द्वारा आमजन को यह बताया गया कि किस तरह मानव के जीवन पर वैज्ञानिक दृष्टि से गीता ग्रंथ का प्रभाव पड़ता है। इस दौरान जिला उपायुक्त सुशील सारवान ने गीता जयंती के समापन अवसर पर विभिन्न प्रदर्शनियों को अवलोकन कर विभागीय जानकारी ली और बच्चों का हौंसला बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने अपोलो इंटर नेशनल स्कूल की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
अपोलो इंटर नेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य रजनी शर्मा ने स्कूल की ओर से उपायुक्त का स्वागत किया। प्रधानाचार्य रजनी शर्मा ने दर्शकों को जानकारी देते हुए बताया कि हर आमजन को यह मान लेना जरूरी है कि गीता के बिना हमारा जीवन अधुरा हैं क्योंकि यह वैज्ञानिको ने भी अपनी रिसर्च में पाया है।
साइंस अध्यापिका रशमी पराशर ने साइंस और गीता के मेल की जानकरी देते हुए बताया कि वैज्ञानिक आईसटाईन ने भी अपनी ख़ोज में पाया था कि जिस तरह वैज्ञानिक तरीके से हम ऊर्जा को न तो उत्पन कर सकते और न ही बदल सकते।
उन्होंने कहा कि ठीक इसी तरह गीता ग्रंथ में भी इन शब्दों का उल्लेख पहले से ही किया हुआ है। उन्होंने बताया कि गीता के मानव जीवन पर प्रभाव के कारण ही आइटम बम के आविष्कारकर्ता ओपेन हाइमर ने भी संस्कृत भाषा को सीख कर गीता का ज्ञान प्राप्त किया था। अपोलो इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने डीसी सुशील सारवान व अन्य अधिकारियों के समक्ष योगा की भी प्रस्तुति दी जिसकी उपायुक्त ने जमकर सराहना की।
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