Thursday, October 10, 2024
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तीसरी लहर का संक्रमण खतरनाक नहीं , घबराएं नहीं, बस रहे सचेत: जितेंद्र कादियान

By LALIT SHARMA , in DIPRO PANIPAT PRESS RELEASE HEALTH , at January 13, 2022 Tags: , , , , ,

BOL PANIPAT , 13 जनवरी। सिविल सर्जन डा. जितेन्द्र कादियान ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर रफ्तार पर है, लेकिन तीसरी लहर का संक्रमण, दूसरी लहर की अपेक्षा काफी अलग है जैसे पहले लहर में बुखार, सर दर्द और खांसी होती थी। अब की बार ऐसा नहीं है। इस बार आने वाले ज्यादातर मरीजों में फैफडों में संक्रमण नहीं पाया जा रहा। डॉक्टर कादियान ने कहा कि दूसरी लहर के कोरोना के संक्रमण में भी काफी अंतर है। दूसरी लहर में पहले बुखार, खांसी होती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है । पहले गला खराब और बदन दर्द हो रहा है और बुखार आ रहा है। राहत की बात यह है कि अब तक जितने भी पॉजिटिव केस आएं हैं, उनमें किसी को भी फेफड़ों में संक्रमण नहीं हो रहा। किसी मरीज का ऑक्सीजन लेवल भी नहीं गिर रहा। हालांकि अभी तीसरी लहर भी प्रारंभिक स्टेज हैं। अगले 15 दिन के बाद ही पता चल पाएगा कि इस बार का कोरोना संक्रमण कितना खतरनाक है । इस दौरान पूरी कोरोना गाइडलाइन का पालन करने से ही इससे बचा जा सकता है।

आयुर्वेदिक गाइडलाइन अपनाएं : –

डा. जितेन्द्र कादियान ने बताया कि कोरोना की इस लहर को देखते हुए कुछ गाइडलाइन जारी की है, जिसमें गुनगुने पानी में चुटकी भर हल्दी पाउडर , फिटकरी पाउडर और सेंधा नमक मिलाकर दिन में कम से कम दो बार गरारा करें। प्रभावित लोग तीन से चार बार प्रयोग करें व इसका प्रयोग बाहर से आने के बाद जरूर करें। अजवाइन को बड़े मुंह के बर्तन में खोलाएं, जब भाप बनने लगे तो उतार कर उसकी भाप लेवे। यह नियमित रूप से दो बार करें।

अपना आहार ताजा, पोषक और सुपाच्य ही लें, भारी देर से पचने वाले भोजन से बचें। चाय के स्थान पर या चाय बनाते समय छोटा टुकड़ा अदरक ,काली मिर्च, एक छोटा टुकड़ा दालचीनी, चार से पांच दाना मुनक्का पका लें, 10 तुलसी, 4 इंच लंबा गिलोय का टुकड़ा पकाले और चाय की तरह गले में रोकते हुए सिप-सिप करके तीन से चार बार पीएं। अणु तेल सुबह – शाम दोनों नाक में दो दो बूंद डालना है।

घर से बाहर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को घर में घुसने पर पहले हाथ को साबुन, पानी से अच्छे से धोएं और मुंह, गले को गुनगुने पानी से साफ करें। घर से निकलते समय दोनों नाक में सरसों का तेल जरूर लगाएं। मास्क, सैनिटाइजर और दो गज की दूरी को अपना स्वभाव बनाएं और दूसरों को इसे अपनाने के लिए प्रेरित करें। रात्रि में गर्म दूध में हल्दी पकाकर पिएं। प्राणायाम, योग, व्यायाम जरूर करें, जहां तक संभव हो, गरम भोजन एवं पेय ही लें ।

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