नियम 134-ए तहत शिक्षा विभाग ने छात्रों को किये स्कूल अलॉट की लिस्ट जारी
अलॉट स्कूलो में दाखिलों के लिये गए बच्चे लोटे निराश (पीड़ितों की सहायता के लिये कैलाश चंद एड्वोकेट ने बढ़ाया हाथ)
BOL PANIPAT : नियम 134-ए के दाखिलों पर हरियाणा शिक्षा विभाग-द्वारा गरीबो परिवारों के बच्चो के प्रदेश के निजी स्कूलों में दाखिलो हेतु स्कूल अलॉटमेंट की लिस्ट 15 दिसंबर को रात 9 बजे जारी की, सुबह से ही आमजन इस लिस्ट के इंतजार में थे, परन्तु शिक्षा विभाग कुम्भकर्ण रूपी नींद में था, कैलाश चंद एड्वोकेट भी साय 5 बजे तक शिक्षा विभाग के पोर्टल पर नजरें जमाये हुए थे, परन्तु इंतजार की सीमा समाप्त होते ही बिना देरी किये कैलाश चंद एड्वोकेट द्वारा शिक्षा विभाग निदेशालय को पत्र लिखा था, पत्र लिखने के मात्र 4 घण्टे उपरांत ही हरियाणा शिक्षा विभाग की नींद टूटी ओर रात 9 बजे के बाद 3398 पन्नो की लिस्ट जारी करते हुए लगभग 40,000 बच्चो को स्कूल अलॉट करने ली लिस्ट जारी कर दी,
कैलाश चंद एड्वोकेट ने बताया कि प्रदेश के 7382 निजी स्कूलों में 66495 बच्चो के दाखिलों हेतु आवेदन आये हुए थे, जिस पर स्कूल अलॉट होने के लिये दिनाक 15 दिसंबर की तारीख निर्धारित थी, जो कि लिस्ट रात 9 बजजे जारी तो कर दी गई, परन्तु कुछ बच्चे तो 55% कम लेने वालों को पहले ही लिस्ट से बाहर किया गया था, कुछ बच्चो के नियम 134 पर मेरिट में नही आने के कारण काफी बच्चो के नाम लिस्ट में नही आये, उसके बाद जो बच्चे मेरिट में आये थे उनके लिये कल लिस्ट जारी की गई, जबकि पूरे प्रदेश में निजी स्कूलों में 2 लाख से ज्यादा नियम 134-ए के लिये रिक्त सीटे थी, परन्तु शिक्षा विभाग की लेट लतीफी के कारण बच्चे और गरीब अभिभावक परेशान हो रहे थे, जिनकीं पीड़ा को समझते हुए कैलाश चंद एड्वोकेट ने शिक्षा सदन को पत्र भेजकर लिस्ट जारी करने की मांग की थी, जिस पर शिक्षा विभाग द्वारा लिस्ट भी जारी कर दी गई,
लिस्ट जारी होने के उपरांत आज सुबह से काफी अभिभावक अपने बच्चो के दाखिलों हेतु अलॉट किये हुए स्कूलो में दाखिलो हेतु गए, परन्तु उनकी उम्मीद पर जब पानी फिर गया, जब उन्हें निराश होकर स्कूलो से लौटना पड़ा, क्योकि निजी स्कूलो ने दाखिला देने से मना कर दिया, कुछ स्कूलो ने कहा कि अनुअल चार्ज, ओर डेवलोपमेन्ट खर्चे देने होंगे कुछ स्कूलो ने कुछ बहाने बनाकर इन बच्चो के दाखिलों के लिये मना कर दिया जो कि निजी स्कूलों की मनमर्जी के लूट के अलग अलग तरीके अपनाए, कुछ ने दाखिला के लिये साफ मना कर दिया कुछ ने कोई और बहाने बनाये, जिस कारण आमजन निराश होकर लोटे, अपनी समस्या के समाधान के लिये फरियाद लेकर कुछ अभिभावक कैलाश चंद एड्वोकेट के पास आये, जिस पर उनकी समस्या की दरखास्त कैलाश चंद द्वारा निदेशालय को भिजवाने में आमजन का सहयोग किया, कैलाश चंद एड्वोकेट द्वारा बताया कि किसी भी बच्चें को दाखिला से वंचित नही रहने देंगे, उनके हकों के लिये वे आखरी समय तक लड़ते रहेंगे कोई भी पीड़ित उनके पास आता है तो वे उनकी सहायता के लिये तैयार है जिसके लिये उन्होंने मोबाइल नम्बर भी जारी किया है 9817081972
Comments