कब्रिस्तान का जबरन तबादला व सरकारी ग्रांट डकारने में मामले में डीसी से मिले पलड़ी के ग्रामीण
-डीसी ने दिया आश्वासन मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी, पुराने कब्रिस्तान के साथ नहीं होगी छेड़छाड़
BOL PANIPAT । इसराना के गांव पलड़ी में नए कब्रिस्तान की अलाटमेंट को लेकर मुस्लिम समुदाय में रोष है। आरोप है कि तत्कालीन सरपंच ने अधिकारियों से मिलकर गलत तरीके से कब्रिस्तान की जगह गांव के कई किलोमीटर दूर अलाट कर दी है। आरोप है कि जो जमीन देने का आश्वासन इन लोगों को दिया गया था, सरपंच ने वह जमीन न देकर गांव से दूर कब्रिस्तान अलाट कर दिए। जिससे मुस्लिम समुदाय के लोगों को इतनी दूर मुर्दा ले लाने में काफी दिक्ततों का सामना करना पड़ेगा।
वहीं, इन लोगों ने तत्कालीन सरंपच व अधिकारियों पर भी कब्रिस्तान की सरकारी ग्रांट गबन करने के आरोप लगाए हैं। कब्रिस्तान व सरकारी ग्रांट में गबन के आरोप को लेकर समुदाय के कुछ लोग जिला उपायुक्त को मिले और अपनी समस्या से अवगत कराया। डीसी ने इन लोगों को आश्वासन दिया है कि पुराने कब्रिस्तान के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी और मामले की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाही होगी।
गांव पलड़ी निवासी शिकायकर्ता नरेश, शरीफ, उमरद्दीन, अलीहसन, राजेंद्र, मेहरू, इमरान, जगन खान, प्रेम सिंह, नसीन, यामीन, धर्मबीर, सुमेर, श्याम लाल, वजीर, अमित, सुशील, रहिश, वजीर समेत तमाम लोगों ने जिला उपायुक्त को दी एक शिकायत में गांव के तत्कालीन सरपंच व बीडीपीओ पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में आबादी के हिसाब से कब्रिस्तान की जगह कम है। इसलिए उन्होंने उपायुक्त से मांग की थी कि कब्रिस्तान की जगह बढ़ाई जाए। जिस पर प्रशासन ने कब्रिस्तान को बढ़ाने के आदेश दिए थे।
तत्कालीन सरपंच ने उनके साथ मीटिंग कर एक रेजुलेशन पर हस्ताक्षर कराए और जिस जगह को उन्होंने बताया कि वहां कब्रिस्तान की जगह ना देकर उनके गांव में पांच किलोमीटर दूर जगह अलाट कर दी गई। पता चलते ही उन्होंने सरपंच और बीडीपीओ से यहां जगह ना लेने की मौखिक और लिखित मांग की। लेकिन दोनों ने उनकी कोई सुनवाई नहीं। इसके बाद डीसी को एक शिकायत कब्रिस्तान गांव से पांच किलोमीटर नहीं लेने की शिकायत दी गई। जिसे पर बीडीपीओ व अन्य अधिकारियों ने फर्जी तरीके से राजीनामा दिखाकर उनकी शिकायत को रद्द करवा दिया।
इन लोगों ने आरोप लगाया कि इसराना के बीडीपीओ व तत्कालीन सरपंच कब्रिस्तान के साथ जान बूझकर छेड़छाड़ कर रहे हैं, जिससे गांव में माहौल खराब हो। इन लोगों ने जिला उपायुक्त से मांग की कि इस पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। जिला उपायुक्त सुशील सारवान ने इन लोगों को आश्वासन दिया कि पुराने कब्रिस्तान के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी और इस मामले की जांच कराकर आगे की कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।
बिरादरी पार्टीबाजी का शिकार
पलड़ी गांव के तत्कालीन सरपंच नरेश सहरावत ने बताया कि मुस्लिम समुदाय के लोग पार्टीबाजी का शिकार हो चुके हैं। कुछ लोग कब्रिस्तान को जय के तस रखना चाहते हैं और कुछ लोग कब्रिस्तान के तबादले पर राजी हैं। इन लोगों की डिमांड पर ही पूरे नियम व कानून के हिसाब से कब्रिस्तान का तबादला किया था कब्रिस्तान गांव के दो किलोमीटर के दायरे में ही है। ग्रांट में गबन की बात पूरी तरह से झूठी है। जिस ग्रांट की बात ये लोग कर रहे हैं, वह ग्रांट लप्स होकर वापस चली गई है।
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