Wednesday, September 10, 2025
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एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में पहुंची राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत सरकार की हरियाणा पुस्तक परिक्रमा यात्रा का शानदार स्वागत

By LALIT SHARMA , in EDUCATIONAL , at September 16, 2023 Tags: , , , ,

 अच्छी पुस्तकें ईश्वर तुल्य है, इनकी आराधना से जीवन में ज्ञान, मार्गदर्शन और उल्लास मिलता है: विकुल बिंदल

BOL PANIPAT , 16 सितम्बर. एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की हरियाणा पुस्तक परिक्रमा यात्रा कॉलेज प्रांगण में पहुंची जिसका स्वागत उप-प्रधान मनोज सिंगला, जनरल सेक्रेटरी तुलसी सिंगला, कोषाध्यक्ष विकुल बिंदल, प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा और अन्य प्राध्यापकों ने किया. यह यात्रा 4 सितम्बर से पंचकूला से एनबीटी के संयक्त निदेशक अमित सिंह और निदेशक युवराज मालिक के मार्गदर्शन में शुरू हुई जिसका एक दिन का ठहराव आज पानीपत में रहा. प्रदर्शनी प्रभारी सुरेश कुमार, बिलिंग क्लर्क सिद्धार्थ, सहायक गजराज और ड्राईवर धर्मपाल की अगुआई में पुस्तक परिक्रमा यात्रा बस आज कॉलेज पहुंची. हरियाणा पुस्तक परिक्रमा यात्रा का उद्देश्य किताबें एवं उसे लिखने वालों लेखकों के महत्व को आमजन तक पहुंचाना और उन्हें समझाना है. यह परिक्रमा हरियाणा प्रदेश के प्रत्येक जिले से होते हुए वृन्दावन के बाद 4 अक्टूबर को मथुरा रिफाइनरी (उत्तर प्रदेश) में संपन्न होगी. विदित रहे कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (नेशनल बुक ट्रस्ट)  भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन स्वायत्तशासी संगठन है जिसकी स्थापना 1957 में हुई. यह हर दूसरे वर्ष नई दिल्ली में ‘विश्व पुस्तक मेले’ का आयोजन करता है जो की एशिया और अफ्रीका का सबसे बड़ा पुस्तक मेला है. इस बार का मेला 10-18 फरवरी 2024 को नई दिल्ली में होगा. सैंकड़ों विद्यार्थियों ने हरियाणा पुस्तक परिक्रमा बस में जाकर पुस्तकों को पढ़ा और ख़रीदा. 

     विकुल बिंदल कोषाध्यक्ष ने कहा कि किताबों के माध्यम से हम दुनिया के महान लोगों को जानकार उन्हें आत्मसात कर सकते है. मानव के जीवन और उसकी समग्र प्रगति में किताबों की सबसे बड़ी भूमिका होती है. किताबें न केवल सूचना और ज्ञान के भंडार हैं बल्कि हमारे चिंतन और मानसिक विस्तार में तथा हमें एक सभ्य संस्कारी मनुष्य बनाने में बहुत बड़ा दायित्व निभाती हैं. पुस्तक प्रेमी व्यक्ति ईश्वर के निकट पहुंचा व्यक्तित्व होता है. एनबीटी के विद्यार्थिओं तक पुस्तकों को पहुंचाने के इस अनूठे प्रयास को सलाम है.

मनोज सिंगला उप-प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (नेशनल बुक ट्रस्ट) का  काम प्रकाशन करना, पुस्तक पठन को प्रौत्साहित करना, विदेशों में भारतीय पुस्तकों को बढ़ावा देना, लेखकों और प्रकाशकों की मादा करना और बाल साहित्य को बढ़ावा देना है. यह विभिन्न श्रेणियों के अर्न्तगत हिंदी, अंग्रेजी तथा अन्य प्रमुख भारतीय भाषाओँ एवं ब्रेल लिपि में पुस्तकें प्रकाशित करता है.

     डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि पुस्तकों को अपनाकर हम सभी एक जनजागरण अभियान के भागीदार बन जाते है जिसका समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. बेशक आज इन्टरनेट, इ-बुक्स इत्यादि ने पढ़ने के क्षेत्र में क्रान्ति ला दी है परन्तु फिर भी पुस्तकों का कोई विकल्प नहीं है. एक अच्छी किताब हमारे जीवन का सर्वोत्तम मित्र हैं और यह मित्र आज भी है और सदा के लिए भी हमारे साथ रहेगा. पुस्तकों के बिना जीवन ऐसा होता है जैसे आत्मा के बिना शरीर.

     इस अवसर पर स्टाफ सदस्यों में डॉ नवीन गोयल, प्रो राकेश सिंगला, प्रो पवन गोयल, डॉ एसके वर्मा, डॉ राहुल जैन, डॉ रवि कुमार, दीपक मित्तल आदि उपस्थित रहे.   

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