तीन दिवसीय आर्ट एंड क्राफ्ट वर्कशॉप में बच्चों ने सीखी लिप्पन आर्ट की बारीकियां .
BOL PANIPAT : रुपाली चोपड़ा प्रधान इनरव्हील क्लब पानीपत मिडटाउन द्वारा बाल भवन में शिव वाणी के संचालन में तीन दिवसीय आर्ट एंड क्राफ्ट वर्कशॉप आयोजित की गई जिसमें बच्चों ने लिप्पन आर्ट की पारंपरिक कला सीखी जो गुजरात के कच्छ क्षेत्र की कला मुख्यतः कच्छ की ग्रामीण महिलाओं द्वारा अपने घरों को सजाने के लिए बनाई जाती है। पारंपरिक रूप से, लिप्पन मिट्टी और गोबर मिलाकर दीवारों पर लगाया जाता है।
कार्यशाला का विवरण
आयोजक: इनरव्हील क्लब पानीपत मिडटाउन।
संचालन: प्रसिद्ध कलाकार शिव वाणी, जो पिडिलाइट इंडस्ट्रीज़ इंडिया की ओर से आईं।
स्थान: बाल भवन पानीपत।
अवधि: तीन दिन।
कला का प्रकार: लिप्पन आर्ट (मिट्टी और शीशे की कला)।
शिव वाणी एक कलाकार हैं, ने बताया कि छात्राओं और स्टाफ, जिनमें मधुबाला मैम भी शामिल थीं, ने कार्यशाला में बहुत सहयोग दिया। इस दौरान सभी ने नई-नई तकनीकें आनंद के साथ सीखीं।
इस कार्यक्रम में अमित मलिक और जिला बाल कल्याण अधिकारी रितु राठी ने भी अपना सहयोग दिया। फेविक्रिल की ओर से कार्यशाला के आखिरी दिन सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिए गए।
प्रेसिडेंट रूपाली ने इस कला के इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि लिप्पन कला की जड़ें कच्छ के शुष्क क्षेत्रों में हैं, जहाँ स्थानीय समुदाय, मुख्यतः रबारी, मुतवा और मेघवाल जनजातियाँ, सदियों से इस शिल्प का अभ्यास करती रही हैं।
रुपाली चोपड़ा के सहयोग से छात्रों को कला से जुड़ी सामग्री उपलब्ध कराई गई।
एक दिन कल्ब की चार्टर प्रेसिडेंट कंचन सागर,प्रसिद्ध मॉडल रजनी बेनीवाल,
कुसुम गुप्ता और सुमन शिंगला ने भी बाल भवन में जाकर बच्चों का उत्साह वर्धन किया।
यह जानकारी कल्ब संपादक श्वेता मिगलानी ने दी।

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