Saturday, April 19, 2025
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नकली बीज और कीटनाशक बनाने वाली कंपनी के मालिक को दोष साबित होने पर एक से तीन साल तक की कैद और पांच लाख रुपये तक होगा जुर्माना: डॉ. आत्माराम गोदारा

By LALIT SHARMA , in DIPRO PANIPAT PRESS RELEASE , at March 26, 2025 Tags: , , ,

-तीन खण्डों के डीलरो की बैठक सम्पन्न,  उच्च अधिकारी ने दिए डीलरो आवश्यक दिशा निर्देश

BOL PANIPAT , 26 मार्च। जिले के मडलौडा, बापौली और समालखा के बीज और कीटनाशक एवम उर्वरक से सभी संबंधित डीलरों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को कृषि विभाग के उप निदेशक  डॉक्टर आत्मा राम गोदारा की अध्यक्षता मे आयोजित की गई। बैठक में उप निदेशक  ने पानीपत जिले के सभी संबधित डीलरों को निर्देश दिए गए कि वे अपने स्टॉक रजिस्टर का सही तरीके से रख-रखाव करें, ताकि किसी भी समय स्टॉक की जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सके और सभी किसानो को कोई भी इनपुट खरीदने पर पक्का बिल दिया जा सके। डीलरों को यह भी निर्देश दिया गया कि वे अपने लाइसेंस को सार्वजनिक स्थान पर प्रदर्शित करें, ताकि उपभोक्ताओं और संबंधित अधिकारियों को उनके व्यवसाय की वैधता का प्रमाण उपलब्ध हो सके। उप निदेशक, कृषि द्वारा दिए गए निर्देशों की समीक्षा विभाग के अधिकारियो द्वारा की जाएगी और पालन की स्थिति का मूल्यांकन किया जाएगा। बैठक में डीलरों को कड़ी चेतावनी दी गई कि किसी भी स्थिति में इन निर्देशों की अनदेखी नहीं की जाएगी।
  उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ देवेंदर कुहाड़ ने बताया कि हरियाणा में नकली या मिलावटी बीज और कीटनाशक बेचने वालों के खिलाफ प्रदेश सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। संशोधित कानून के तहत नकली बीज और कीटनाशक बनाने वाली कंपनी और विक्रेता दोनों के खिलाफ कड़े प्रावधान किये हैं। नकली बीज और कीटनाशक बनाने वाली कंपनी के मालिक को दोष साबित होने पर एक से तीन साल तक की कैद और पांच लाख रुपये तक जुर्माना होगा। कानून बनने के बाद अगर कोई बीज और कीटनाशक निर्माता कंपनी दोषी पाई गई तो जिम्मेदार व्यक्ति को दो साल तक कैद और तीन लाख रुपये तक जुर्माना होगा। यदि कंपनी दोबारा दोषी पाई गई तो तीन साल तक सजा और पांच लाख रुपये तक जुर्माना लगेगा। कृषि उप निदेशक ने सभी डीलरो का कहा हैं कि वे इन निर्देशों का पालन करें, ताकि कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता बनी रहे और किसानों को उचित सेवाएं उपलब्ध हो सकें। बैठक में डॉ. राजेश भारद्वाज (पौध संरक्षण विशेषज्ञ), डॉ अरविन्द (एस एम एस, एग्रो) डॉ राधे श्याम गुप्ता (एस एम एस, पौध संरक्षण) और डॉ राकेश (तकनीकी सहायक) मौजूद रहे।

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