Monday, October 27, 2025
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मुद्दे की बात – युवा नेता व समाजसेवी पंकज शर्मा के साथ 

By LALIT SHARMA , in SOCIAL , at February 10, 2022 Tags: , , , ,

– क्या पूरे शहर की वायु की गुणवत्ता टोल पर लगे एक यंत्र से मापी जा सकती है?

BOL PANIPAT : लगातार जन समस्याओं को उठाने वाले युवा नेता व समाजसेवी पंकज शर्मा का कहना है कि पानीपत शहर में जनसमस्याओं को उठाकर उनका समाधान करवाना उनका उद्देश्य है। आपको बता दें कि पंकज शर्मा काफी लंबे समय से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं और भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा को मानते हैं। पंकज शर्मा भाजपा के जिला खेल प्रकोष्ट के पदाधिकारी के तौर पर भी काफी समय काम कर चुके हैं व फिलहाल जिला कार्यकारिणी के सदस्य हैं। जिला कष्ट निवारण समिति में वे लगातार जन समस्याओं को उठाने का काम कर रहे हैं। पानीपत में ट्रैफिक जाम की समस्या व प्रदूषण की समस्या को वह काफी अहम मानते हैं। ट्रैफिक जाम की समस्या को लेकर उन्होंने पिछली बार जिला कष्ट निवारण समिति के पटल पर अपनी शिकायत रखी थी व पानीपत शहर में जाम की समस्या से मुक्ति के लिए विभिन्न स्थानों पर कट खोलने का सुझाव भी दिया था। उनकी शिकायत के बाद पानीपत जी. टी. रोड पर डेरा बाबा जोध सचियार के सामने नया यू टर्न शुरू किया गया है। यू टर्न के शुरू होने के बाद उन्होंने भाजपा के सांसद संजय भाटिया विधायक प्रमोद विज व जिला प्रशासन के पदाधिकारियों का धन्यवाद किया। उनका कहना है कि इस यू-टर्न के खुलने से दिल्ली की ओर से आ रहे वाहनों को पानीपत के सेक्टर 11-12 सेक्टर 25 व औद्योगिक सेक्टरों की तरफ जाने में काफी सहूलियत मिलेगी। उनका मानना है कि अभी ट्रैफिक जाम की समस्या को पूरी तरह समाधान तक पहुंचाने में समय लगेगा। उन्होंने बताया कि जीटी रोड फ्लाईओवर के ऊपर दो जगह कट खोलने व फ्लाईओवर के नीचे एक जगह और यू-टर्न के निर्माण को लेकर उन्होंने सुझाव दिए हैं। उन्हें उम्मीद है कि जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से जल्द ही पानीपत शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।

दूसरी समस्या हवा के प्रदूषित होने के बारे में विस्तार से बताते हुए पंकज शर्मा ने बताया कि मुख्य मार्ग पर वाहनों का लगने वाला जाम ही हवा प्रदूषित करने का मुख्य कारण है। उनका मानना है कि यदि मुख्य मार्ग से जाम की समस्या समाप्त हो गई तो हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार आएगा। उनका कहना है कि वायु प्रदूषण की वजह से छोटे बच्चों, सांस व फेफड़ों से सम्बंधित बीमारियों से पीड़ित लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है। परंतु जो आंकड़ा हम रोजाना हवा की गुणवत्ता के बारे में पढ़ते हैं क्या वह बिल्कुल सटीक आंकड़ा है? इस विषय पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सिर्फ टोल प्लाजा के समीप हवा की गुणवत्ता को जांचने वाले यंत्र लगे हैं।उन यंत्रों की रीडिंग के हिसाब से पूरे शहर की हवा की गुणवत्ता बताना गलत है क्योंकि टोल पर वाहन रुकते हैं और एक से डेढ़ मिनट तक लगातार उनका धुंआ निकलता रहता है। पंकज शर्मा मानते हैं शहर में विभिन्न स्थानों पर हवा की गुणवत्ता को मापने वाले यंत्र लगाकर सभी यंत्रों की रीडिंग का एवरेज लेकर हवा की गुणवत्ता का आंकड़ा देना चाहिए। टोल पर लगे हवा की गुणवत्ता मापने वाले यंत्र की रेटिंग तो वाहनों के प्रदूषण के कारण ज्यादा ही आएगी। ऐसे में यदि हम मान कर चलें कि टोल पर हवा के प्रदूषण की रीडिंग 400 है तो शहर की विभिन्न कालोनियों में रीडिंग लेने पर आंकड़ा 50 भी आ सकता है। यदि गांव की तरफ से ले जाएं तो हवा की गुणवत्ता में और अधिक सुधार मिलेगा। इस तर्क के आधार पर वे सिर्फ टोल पर लगे हवा की गुणवत्ता मापने वाले यंत्र की रीडिंग से पूरे शहर की गुणवत्ता को आंकना गलत मानते हैं। उनका कहना है कि इसी रीडिंग के आधार पर पूरे शहर की हवा की गुणवत्ता के आंकड़े देने की वजह से पानीपत के उद्योगपति परेशानी में आ जाते हैं। क्योंकि इस रीडिंग के आधार पर उन्हें कभी जनरेटर बंद करने तो कभी पूरी इंडस्ट्री बंद करने तो कभी विभिन्न ईंधनों का प्रयोग बंद करने के विषय में केंद्र सरकार व एनजीटी के आदेश समय-समय पर आते रहते हैं। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द शहर की विभिन्न कालोनियों में हवा की गुणवत्ता को मापने वाले यंत्र स्थापित किए जाएं और सभी यंत्रों का एवरेज लेकर पूरे शहर की हवा की गुणवत्ता की रीडिंग दी जाए।

बरहाल शहर को जाम की समस्या से मुक्ति दिलवाने वह वायु प्रदूषण के सटीक आंकड़ों को प्राप्त करने के विषय में पंकज शर्मा लगातार काम कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि जिले में अभी कम से कम 4 जगह वायु की गुणवत्ता को मापने के यंत्र लग गए सभी यंत्रों का एवरेज निकालकर हवा की गुणवत्ता का बेहतर व सटीक आंकड़ा सामने आएगा।उम्मीद है कि 4 यंत्र की एवरेज से मिला आंकड़ा टोल पर लगे यंत्र से लिये गए आंकड़े के मुकाबले काफी कम होगा। ऐसे में उद्यमियों की परेशानी भी काफी कम हो जाएगी।

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