16 बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवा बाल कल्याण समिति में पेश कर उनकी काउंसलिंग करवाई गई।
BOL PANIPAT : मुस्कान अभियान के तहत मानव तस्करी विरोधी इकाई (ए.एच.टी.यू.) टीम ने एमडीडी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर आज वीरवार 20 मार्च को सनोली रोड से बाल श्रम करते हुए 16 बच्चों को रेस्क्यू करवाकर बाल कल्याण समिति में पेश किया गया ताकि उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ा जा सके। इस अभियान के तहत आज एंटी ह्यूमन ट्रैफिक यूनिट की कार्रवाई में इंचार्ज एस आई संदीप कुमार, एएसआई सुनील कुमार, हेड कांस्टेबल मुकेश चहल और एमडीडी ऑफ इंडिया संस्था से अजय चौहान मौजूद रहे।
संस्था के जिला समन्वयक संजय कुमार ने कहा कि संस्था बाल श्रम रोकने के लिए जिले के अलग-अलग इलाकों में जागरूकता अभियान चला रही है। बाल श्रम निषेध एवं संशोधन अधिनियम के तहत यदि कोई भी व्यक्ति छोटे बच्चों से बाल श्रम करवा रहा हो तो बाल श्रम की गतिविधि में शामिल व्यक्ति के खिलाफ 20 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक की राशि का जुर्माना व 6 महीने की सजा का प्रावधान है। मुक्त करवाए गए सभी बच्चे बच्चे 13 से 14 साल के हैं। इनके परिवार बिहार और यूपी के रहने वाले हैं और यहां मजदूरी करने आए हैं। ये बच्चे भी गरीबी और अनपढ़ता के चलते बाल श्रम कर रहे थे। बच्चों का कहना था कि वो भी पढ़ना चाहते हैं लेकिन परिवार की आर्थिक हालत के चलते नहीं पढ़ पा रहे।
स्टेट क्राइम ब्रांच इंचार्ज एस आई संदीप कुमार ने बताया कि वे अलग-अलग विभागों और संस्थाओं के साथ मिलकर बाल श्रम और बाल भिक्षा वृत्ति मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता अभियान चला रहे है और बच्चों को मुक्त करवा उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिशें कर रहे हैं। मार्च में अब तक 50 से ज्यादा बच्चों को मुक्त कराया जा चुका है।
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