स्वयंजिम्मेदार होना स्वस्थ स्वच्छता अभ्यास के लिए पहला कदम है: डॉ राकेश गर्ग
–एसडी पीजी कॉलेज पानीपत की राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा स्वच्छता और मतदाता जागरूकता विषय पर आयोजित कार्यक्रमों का सारगर्भित समापन
–युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशालय नई दिल्ली के तत्वाधान में हुआ आयोजन
–विभिन्न बीमारियों ने हमें सुरक्षित और रोगाणु-मुक्त रखने के लिए स्वच्छता प्रथाओं को शुरू करने के लिए मजबूर किया है: डॉ आनंद कुमार
–स्वयं जिम्मेदार होना स्वस्थ स्वच्छता अभ्यास के लिए पहला कदम है: डॉ राकेश गर्ग
BOL PANIPAT , 30 मार्च,
एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशालय नई दिल्ली के तत्वाधान में तीन दिवसीय कार्यक्रमों के समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ आनंद कुमार एन एस एस समन्वयक कुरुक्षेत्र विश्वविधालय ने विभिन्न कालेजों के लगभग 200 स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए स्वच्छता और मतदान पर उनके द्वारा किये कार्यों की भरपूर प्रशंसा की । इस तीन दिवसीय कार्यक्रमों का मूल उद्देश्य युवाओं को स्वच्छता और मतदान जैसे मुद्दों पर जागरूक करना रहा । कार्यक्रम को सफल बनाने में और स्वयंसेवकों को मार्गदर्शित करने में मुख्य सहयोग श्रवण राम क्षेत्रीय निदेशक एनएसएस नई दिल्ली, फील्ड ऑफिसर मनोज कुमार एवं देश राज और दिनेश शर्मा एसएनओ राज्य एनएसएस सेल उच्चतर शिक्षा विभाग पंचकुला का रहा । मेहमानों का स्वागत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा और प्रोग्राम ऑफिसर डॉ राकेश गर्ग ने पुष्प-रोपित गमले भेंट करके किया । मुख्य वक्ता के रूप में डॉ राकेश गर्ग और डॉ एसके वर्मा ने ने अपने वक्तव्य दिए । समापन समारोह में ‘स्वच्छता एवं अच्छे स्वास्थ्य’ और ‘वोट का महत्त्व’ विषयों पर आयोजित एकल नृत्य प्रतियोगिता, मेहँदी प्रतियोगिता, भाषण, पोस्टर मेकिंग, वाद-विवाद और रंगोली प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और इनामों से सम्मानित किया गया ।

भाषण प्रतियोगिता:
प्रथम सौरभ और तमन्ना एसडी (पीजी) कॉलेज पानीपत
द्वितीय नैंसी एसडी (पीजी) कॉलेज पानीपत
तृतीय अंजली देशबंधु राजकीय महाविधालय पानीपत
एकल नृत्य प्रतियोगिता:
प्रथम शिवम एपीट एसडी इंडिया पानीपत
द्वितीय रवि राणा दयाल सिंह कॉलेज करनाल
तृतीय नेहा राजकीय महिला महाविधालय करनाल
रंगोली प्रतियोगिता:
प्रथम हर्ष, प्रशांत, मोहित कुमार एसडी (पीजी) कॉलेज पानीपत
द्वितीय ऋतू, निशा, वर्षा राजकीय महाविधालय इसराना
तृतीय वर्षा, तन्नु, भूमिका देशबंधु राजकीय महाविधालय पानीपत
मेहँदी प्रतियोगिता:
प्रथम नीरू एसडी (पीजी) कॉलेज पानीपत
द्वितीय ज्योति आर्य (पीजी) कॉलेज पानीपत
तृतीय रवि राणा दयाल सिंह कॉलेज करनाल
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता:
प्रथम हर्ष एसडी (पीजी) कॉलेज पानीपत
द्वितीय शालू राजकीय महिला महाविधालय घरौंडा
तृतीय दुर्गा कपूर आर्य (पीजी) कॉलेज पानीपत
वाद-विवाद प्रतियोगिता:
प्रथम तमन्ना एसडी (पीजी) पानीपत
डॉ आनंद कुमार ने कहा कि स्वच्छता आज स्वस्थ जीवन शैली का एक अपरिहार्य हिस्सा बन गई है । पिछले कुछ वर्षों में महामारी की स्थितियों के कारण स्वच्छता का महत्व बढ़ गया है जिसने हमें सुरक्षित और रोगाणु-मुक्त रखने के लिए स्वच्छता प्रथाओं को शुरू करने के लिए मजबूर किया है । इसे ध्यान में रखते हुए ही इस प्रकार के अभियान चलाए गए हैं और इन कैम्पों का आयोजन किया गया है । स्वच्छता दैनिक जीवन का बुनियादी हिस्सा है । जीवित रहने के लिए अपने शरीर को स्वच्छ रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना हवा, भोजन और पानी है । अस्वच्छ आचरण व्यक्ति को बीमार बनाता है और उसकी कार्यप्रणाली को भी प्रभावित करता है । इसलिए स्वच्छ रहना और स्वच्छ जीवनशैली अपनाना समय की मांग है ।
प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि स्वच्छता का पालन करना बीमारियों की रोकथाम का सबसे मजबूत आधार है । जब महामारी आई तो कीटाणुओं से दूर रहने के लिए हाथों को साफ रखने पर जोर देते हुए सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई और हाथों एवं शरीर के लिए स्वच्छता उत्पाद भी बाज़ार में आये । स्वयं को स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए हमें अपने जीवन में कुछ अनुशासन का पालन अवश्य करना चाहिए ।

डॉ राकेश गर्ग ने कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता त्वचा की देखभाल करने, नहाने के अच्छे तरीकों को अपनाने, मुंह, हाथ और पैरों आदि को साफ रखने से शुरू होती है । परन्तु यह शरीर और त्वचा को स्वच्छ रखने तक ही सीमित नहीं है । जब हम घर से बाहर निकलते हैं तो महत्वपूर्ण यह होता है कि जो सब्जियां, फल और अन्य जरूरत की चीजें हम खरीदते हैं हमें उन्हें भी साफ और कीटाणुओं से दूर रखना चाहिए । स्वयं-जिम्मेदार होना स्वस्थ स्वच्छता अभ्यास के लिए पहला कदम है। हम जब एक बार स्वच्छता प्रथाओं को बनाए रखने के बारे में जागरूक हो जाते हैं तब हम दूसरों को स्वच्छता अभ्यास शुरू करने के लिए सिखाना और जागरूकता फैलाना शुरू करते है ।
डॉ एसके वर्मा ने कहा कि स्वच्छता सबसे महत्वपूर्ण आदत है जो किसी भी व्यक्ति में होनी चाहिए । यह न केवल हमें शारीरिक स्वास्थ्य देती है बल्कि इससे हमारा मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है और हम कहीं अधिक उत्पादक बनते । स्वच्छता सबसे महत्वपूर्ण आदत है जो हर व्यक्ति में होनी चाहिए क्योंकि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक दूसरे के पूरक है ।
तीन दिवसीय इस एनएसएस कैंप में राजकीय महाविधालय बापौली, इसराना, पानीपत, आईबी कॉलेज, एसडी कॉलेज, आर्य कॉलेज पानीपत, एपीट एसडी इंडिया, पाईट समालखा, दयाल सिंह कॉलेज करनाल, डीएवी कॉलेज करनाल आदि कालेजों के लगभग 200 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया ।
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