वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित “बजट,2025- विकसित भारत: एक परिचर्चा
BOL PANIPAT : एस.डी.(पी.जी) कॉलेज, पानीपत के वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित “बजट,2025- विकसित भारत: एक परिचर्चा” में बी.कॉम, बीबीए और एम.कॉम के छात्रों ने बजट के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से विचार-विमर्श किया। इस चर्चा का मुख्य उद्देश्य छात्रों को बजट की तकनीकी बारीकियों से अवगत कराना, सरकार की वित्तीय नीतियों का विश्लेषण करना और भारतीय अर्थव्यवस्था पर उनके प्रभावों का मूल्यांकन करना था। दिनांक 24 फ़रवरी को आयोजित इस सत्र में छात्रों ने न केवल बजट की घोषणाओं को समझा, बल्कि इसके विभिन्न प्रावधानों के सामाजिक और आर्थिक दायरे पर भी विचार किया।
प्राचार्य, डॉ. अनुपम अरोड़ा ने बजट की व्यापक महत्ता, वर्तमान आर्थिक परिप्रेक्ष्य और आगामी चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टार्टअप्स, कृषि और MSME क्षेत्रों के लिए अलग-अलग प्रावधान किए गए हैं, जो देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने में सहायक होंगे।
प्रो. दीपिका अरोड़ा ने कराधान संरचना और नई व्यवस्था में इसकी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया और इसके लाभों और नियमों के बारे में भी विस्तार से बताया। इसके बाद छात्रों ने विभिन्न विषयों पर विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसमें प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर नीतियाँ, जीडीपी वृद्धि दर, राजकोषीय घाटा और वित्तीय स्थिरता के मुद्दों का गहन विश्लेषण शामिल था।
चर्चा के दौरान छात्रों ने बजट के संभावित प्रभावों पर भी विचार विमर्श किया, जैसे मध्यम वर्ग पर टैक्स स्लैब में बदलाव, व्यापारिक समुदाय पर नीतिगत दबाव और उद्योगों में निवेश की संभावनाएँ। विशेष रूप से यह चर्चा महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसमें छात्रों ने अपने शैक्षणिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक दृष्टिकोण से भी सुझाव दिए कि किस प्रकार बजट में सुधार किए जा सकते हैं। प्राध्यापकों ने छात्रों के प्रस्तुत विचारों को सराहा और साथ ही आर्थिक नीतियों के जटिल पहलुओं को सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया, जिससे सभी प्रतिभागियों को समग्र परिदृश्य का एक स्पष्ट चित्र मिल सका।
इस विस्तृत चर्चा ने छात्रों के अंदर न केवल आर्थिक जागरूकता पैदा की, बल्कि उन्हें वास्तविक दुनिया की आर्थिक चुनौतियों और संभावनाओं के प्रति भी सजग बनाया। कार्यक्रम के समापन पर छात्रों ने खुलकर अपने प्रश्न पूछे और भविष्य में आर्थिक नीतियों को लेकर अपने विचार साझा किए। इस प्रकार, यह आयोजन छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट मंच साबित हुआ, जिसने उन्हें बजट की गहराई से समझने, उसमें निहित नीतियों का विश्लेषण करने और भविष्य के आर्थिक निर्णयों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में डॉ. नवीन गोयल, डॉ. पवन सिंगला, डॉ. पवन कुमार, प्रो. मनोज, प्रो. आशीष, प्रो. विशाल, प्रो. पूजा, प्रो. शिल्पा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
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