एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में सात दिवसीय कुरुक्षेत्र विश्वविधालय विशेष एनएसएस कैंप का रंगारंग समापन
-स्वयंसेवकों ने कॉलेज प्रधान, प्राचार्य और प्राध्यापकों संग जमकर खेली होली
-समुदायवाद और परस्पर मदद का भाव एनएसएस की आत्मा: दिनेश गोयल
BOL PANIPAT , 24 मार्च , एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में सात दिवसीय कुरुक्षेत्र विश्वविधालय विशेष एनएसएस कैंप का विधिवत समापन हो गया । कॉलेज प्रधान दिनेश गोयल, उप-प्रधान राजीव गर्ग, कोषाध्यक्ष विशाल गोयल और प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने समापन समारोह में सभी प्रतिभागी एनएसएस कार्यकर्ताओं को उनके उत्कृष्ठ कार्य और सेवा भाव के लिए सराहा और उन्हें प्रशस्ति पत्र वितरित किये । इस अवसर पर कॉलेज एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ राकेश गर्ग, डॉ संतोष कुमारी और प्रो मनोज कुमार कार्यक्रम में उपस्थित रहे । विदित रहे कि सात दिन चले इस कैंप में राजा खेडी गाँव को स्वयंसेवकों ने अपनी कर्मस्थली बनाकर वहां सामाजिक और सामुदायिक हित के कई कार्य किये जिनमे ग्राम की साफ़-सफाई, कुपोषण के प्रति जागरूकता, कैशलेस अर्थव्यवस्था, महिलाओं की शिक्षा और सुरक्षा, बच्चों की बिमारियों से मुक्ति, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम, घरेलू हिंसा से बचाव जैसे मुद्दों पर युवाओं ने बढ़-चढ़ कर काम किया । होली की पूर्व संध्या पर छात्र-छात्राओं ने जल संरक्षण का सन्देश देते हुए कॉलेज प्रधान और प्राचार्य से आशीर्वाद लेते हुए सूखे रंगों और फूलों से जमकर होली खेली । प्रधान दिनेश गोयल, उप-प्रधान राजीव गर्ग, कोषाध्यक्ष विशाल गोयल, प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा और प्राध्यापकों ने बच्चो को गुलाल लगाकर उनके प्रति अपने स्नेह का इजहार किया । गीत-संगीत की धुन पर छात्र-छात्राओं ने भी जमकर धमाल मचाया और ठुमके लगाए । इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने मिठाइयों का लुत्फ़ उठाया ।
दिनेश गोयल ने होली की बधाई देते हुए कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक का जीवन सुख, समृधि, कामयाबी और सेहत के रंगों से सरोबर हो ऐसी उनकी कामना है । उन्होनें कहा कि एनएसएस कार्यकर्ताओ को समाज के गरीब लोगों, भेदभाव की भावना, व्यसन की आदत, शारीरिक बीमारीयो, बेरोजगारी, शैक्षिक समस्याओं, अक्षमता तथा मानसिक बीमारीयो जैसी जीवन की कठिन चुनौतियों में दूसरों की मदद का जरिया बनना चाहिए । अच्छे एनएसएस कार्यकर्ता को संकट का निवारण करना आना चाहिए और दैनिक जीवन के तनावों को अधिक प्रभावी रूप से सामना करने में व्यक्तियों तथा परिवारों को परामर्श देने में समर्थ रहना चाहिए । एनएसएस एक ऐसा कार्य है जो जीवन की उन्नत गुणवत्ता के लिए निवारक तथा पुनर्स्थापन कार्य के इच्छुक व्यक्तियों, परिवारों तथा समुदायों को सेवाएं देता है । समुदायवाद और परस्पर मदद का भाव एनएसएस की आत्मा है । उन्हें कॉलेज के एनएनएस कार्यकर्ताओं के जज्बे और लगन को देखकर बहुत सुखद अहसास हुआ है । ये छात्र अवश्य ही अपने जीवन में नई ऊँचाइयों को छुएंगे ।
कॉलेज प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि एनएसएस एक कल्याणकारी सोच है और इसके माध्यम से उपचारात्मक संबंध स्थापित कर सामाजिक कार्य किये जा सकते है । सामाजिक कार्य करने वाला व्यक्ति समाज में अपने आप विशिष्ट बन जाता है । सामाजिक कार्यकर्ता व्यक्ति की सम्पूर्ण स्थिति को समझ कर उसके साथ कार्य करता है । समाज सेवा से बढ़कर कोई दूसरा कार्य नहीं है । ऐसा करने से न सिर्फ हमें आत्मिक सुख महसूस होता है बल्कि इससे हमारा व्यक्तित्व भी मजबूत और दृढ़ होता है । सकारात्मक सोच पैदा होने से हमें जीवन में इसका भरपूर लाभ मिलता है । दूसरो के बारे में सोचना और उनके लिए कुछ करना सबसे सर्वोत्तम जज्बा है । कॉलेज को अपने युवा और कर्तव्य परायण एनएसएस कार्यकर्ताओं पर गर्व है ।
प्रोग्राम ऑफिसर डॉ राकेश गर्ग ने साफ़-सफाई और स्वच्छता पर बल देते हुए कहा कि यदि हम अपने शरीर की साफ़-सफाई को सैदव बेहतर रखे और ऐसा प्रयास निरंतर करे तो कोई बिमारी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है । यदि हमारे आस-पास साफ-सफाई होगी तो रोगकारक तत्व हमसे दूर रहेंगे । शरीर की अस्वच्छता और हमारे आस पड़ोस की गंदगी बीमारियों का एटीएम है । विडम्बना है कि स्वच्छता का सीधा सम्बन्ध हमारी सेहत से होने के बाद भी कुछ लोग स्वच्छता को लेकर गम्भीर नहीं है । उन्होनें एनएसएस कार्यकर्ताओं से साफ़-सफाई को जन अभियान बनाने का आह्वान किया ।
डॉ एसके वर्मा ने सात दिवसीय एनएसएस कैंप की परिकल्पना की सराहना करते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविधालय की तारीफ़ की । उन्होनें कहा कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और वह समुदाय में ही अपना अस्तित्व बचा सकता है । छात्र-छात्राए इक्कठे होकर कितने सारे कार्य कर पाए इससे उन्हें भी अहसास हुआ होगा की समुदायवाद का कोई विकल्प नहीं है ।
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