एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में दसवें राज्य स्तरीय ‘वसंतोत्सव 2024: पुष्प प्रदर्शनी एवं पुष्प प्रतियोगिता’ का भव्य समापन
-आईओसीएल पानीपत ने बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर जीती ओवरआल ट्राफी
-प्रकृति के प्रति हमारी आस्था ही हमारे जीवन से हमारा वास्तविक परिचय कराती है: दिनेश गोयल
-रंगोली, हैण्ड एवं फेस पेंटिंग प्रतियोगितायों के विजेताओं को किया गया सम्मानित
BOL PANIPAT, 22 फरवरी: एसडी पीजी कॉलेज पानीपत की ‘पर्यावरण बचाओ सोसायटी’ और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दसवें राज्य स्तरीय ‘वसंतोत्सव 2024: पुष्प प्रदर्शिनी एवं पुष्प प्रतियोगिता’ का भव्य समापन हो गया । समापन समारोह के मुख्यातिथि कॉलेज प्रधान दिनेश गोयल रहे जिन्होनें कार्यक्रम में शिरकत करके प्रतिभागियों का हौंसला बढाया और विजेताओं को पुरस्कारों से अलंकृत किया । अंतिम दिन कॉलेज के पूर्व प्रधान डॉ एसएन गुप्ता और श्रीमती गीता गुप्ता ने भी पुष्प प्रदर्शनी का अवलोकन कर इसे एक सराहनीय आयोजन बताया । प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा, एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ राकेश गर्ग, डॉ नवीन गोयल, प्रो राकेश सिंगला, प्रो प्रवीन आर खेरडे, डॉ संतोष कुमारी, डॉ प्रियंका चांदना और डॉ राहुल जैन ने माननीय मेहमानों का स्वागत पुष्प रोपित गमले भेंट करके किया । जूरी की भूमिका डॉ प्रियंका चांदना, डॉ राहुल जैन और प्रो प्रवीण कुमारी ने अदा की । आईओसीएल एक बार फिर प्रदर्शनी में आकर्षण का केंद्र रहा और उसने ओवर आल ट्राफी पर कब्ज़ा किया जिसे उमेश दास मैनेजर सिविल आईओसीएल ने ग्रहण किया और उन्होनें इसे राजीव बचरा सीनियर मैनेजर सिविल आईओसीएल के प्रयासों की सफलता बताया । आयोजन कॉलेज में ही स्थापित ‘पर्यावरण बचाओ सोसायटी’ और कॉलेज एनएसएस यूनिट्स के तत्वाधान में हुआ । मंच का संचालन डॉ प्रियंका चांदना ने किया । सांय कालीन सत्र में आयोजित सांस्कृतिक गतिविधियों में डॉ राहुल जैन और प्रो शिवरानी ने अपनी कविताओं का पाठ किया और प्रो राकेश सिंगला ने माखन लाल चतुर्वेदी कृत ‘पुष्प की अभिलाषा’ कविता को याद किया । प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने एसडीवीएम सिटी की होनहार छात्रा जहान्वी भाटिया द्वारा हाथ पर बनाये गए भगवान श्री राम के चित्र की जमकर प्रशंसा की और छात्रा के हुनर और भविष्य को उज्जवल बताया । डॉ अनुपम अरोड़ा द्वारा गाये गए ‘फूलों के रंग से दिल की कलम से’, ‘ओह रे ताल मिले नदी के जल में’, ‘ए फूलों की रानी बहारों की मल्लिका’, ‘फूल तुम्हे भेजा है ख़त में’, ‘ये नयन डरे डरे’ मधुर गीतों से वसंतोत्सव को एक नई उड़ान मिली ।

दिनेश गोयल कॉलेज प्रधान ने कहा कि इस आयोजन को देखकर वे भाव-विभोर हो गए है । इंसान के लिए प्रकृति से बड़ा कोई डॉक्टर नहीं है । वे खुद भी जब काम के बोझ से थक जाते है तो उनमें नया जोश फूंकने का काम बाहर बिखरी हरियाली और रंग-बिरंगे फूल ही करते है । उद्योग नगरी होने के कारण पानीपत प्रदूषण से भरपूर क्षेत्र है और ऐसे हालात में पेड़-पोधों के प्रति यहाँ के लोगों के मन में प्रेम को जागृत करना नितांत आवश्यक है । प्रकृति प्रेम और युवाओं के भविष्य की चिंता करने के जो विलक्षण लक्ष्य इस प्रदर्शनी ने पूर्ण किये है उसकी जितनी तारीफ़ की जाए वह कम है । प्रकृति के गैर-जिम्मेदाराना दोहन से ही हमने धरती का सत्यानाश कर दिया है और इसीलिए पर्यावरण को बचाना अब हमारी ही जिम्मेदारी बन गया है । पर्यावरण संरक्षण को हमें अब हमारी प्राथमिकता बनाना होगा । प्रकृति के प्रति हमारी आस्था ही अनमोल जीवन से हमारा वास्तविक परिचय कराती है ।
प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि इस प्रदर्शनी को आयोजित करके कॉलेज ने न सिर्फ पर्यावरण को बचाने का प्रयास किया है बल्कि युवाओं को भी बेहतरीन मार्ग पर चलने की दिशा दिखाई है । समाज मे एकता और सामाजिक समरसता का भाव पौधे ही हमें देते है । पर्यावरण का जो हाल हम ने आज के समय में किया है वह इंसान के लालच और मुर्खता के कारण है । वर्षो से फूल समाज को कुछ न कुछ सिखाते आये है । फूल-पौधे इंसान से कई मायनों में तो ज्यादा समझदार है क्यूंकि ये दूसरों के लिए बलिदान देकर भी मुस्कुराते रहते है । पेड़ अपने फल खुद नहीं खाते, फूल अपनी खुशबू छिपा कर नहीं रखते । नि:स्वार्थ भाव का ऐसा उदाहरण इंसान को कोई और कैसे समझा पायेगा । फूल अलग-अलग होकर भी एकरूपता का बोध कराते है जो वर्तमान समय में बहुत प्रासंगिक है ।
डॉ प्रियंका चांदना ने कहा कि फूल हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा है । फूल खुशहाली का प्रतीक होते हैं और उपवन की रौनक होते हैं । आज का युवा विभिन्न बुराइयों, दुर्व्यसनों और सोशल मीडिया के दुरूपयोग से खुद के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है । उनके जीवन और भविष्य को फूलों की तरह पल्लवित करना ही ऐसे आयोजनों का मकसद है । इसके माध्यम से कॉलेज ने युवाओं को यह समझाने का प्रयास किया है कि उनका जीवन भी फूलों की तरह नाजुक है और उनमे भी फूलों की तरह दूसरो के प्रति समर्पित होने का भाव होना चाहिए ।

डॉ राहुल जैन ने कहा कि युवाओं की जरा सी लापरवाही न सिर्फ उनके खुद के भविष्य को जोखिम में डालती है बल्कि उनकी असफलता का उनके परिवार पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है । युवाओं के भविष्य को फूलों से जोड़कर पेश करके इस प्रदर्शनी ने एक अनूठा एवं सटीक प्रयास किया है । उन्होनें कार्यक्रम के सफल आयोजन पर कॉलेज के सभी स्टाफ सदस्यों, विद्यार्थियों और विशेष तौर पर मालियों को बधाई दी ।
सेल्फी विद फ्लावर्स (विद्यार्थी वर्ग-पुरुष) के परिणाम
गगन बीए-द्वितीय
रोहित कुमार बीए-अंग्रेजी ऑनर्स- तृतीय
सेल्फी विद फ्लावर्स (विद्यार्थी वर्ग-महिला) के परिणाम
निशा बीएससी- तृतीय
अन्नू बीएससी- तृतीय
सेल्फी विद फ्लावर्स (प्राध्यापक वर्ग) के परिणाम
डॉ संगीता गुप्ता इतिहास विभाग
प्रो विशाल गर्ग वाणिज्य विभाग
रंगोली प्रतियोगिता (सीनियर केटेगरी) के परिणाम
हर्ष, मोहित, नीरू बीए- प्रथम प्रथम
निशा, प्रियंका बीएससी- तृतीय (बायोटेक) द्वितीय
अन्नू, दिव्या, तन्नु बीएससी- तृतीय (मेडिकल) तृतीय
विनीता, रूबी, आंशिक बीएससी- तृतीय सांत्वना
अनुज, सुमन, रोमित बीए- द्वितीय सांत्वना
रंगोली प्रतियोगिता (जूनियर केटेगरी) के परिणाम
सिमरन, आइना, कुमकुम एमएएसडी पब्लिक स्कूल प्रथम
हिमांशी, वन्या, जहान्वी एसडीवीएम सिटी द्वितीय
वंशिका, सारिका, फलक एसडीवीएम सिटी तृतीय
हैंड पेंटिंग प्रतियोगिता (सीनियर केटेगरी) के परिणाम
अन्नू, हर्ष बीए- प्रथम प्रथम
इशिका संधू, नीरू बीए- तृतीय एवं प्रथम द्वितीय
साक्षी, निकिता बीए- प्रथम एवं तृतीय तृतीय
युक्ति, प्रशांत बीए- तृतीय एवं प्रथम सांत्वना
हैंड पेंटिंग प्रतियोगिता (जूनियर केटेगरी) के परिणाम
जहान्वी, हिमांशी एसडीवीएम सिटी प्रथम
भविष्य, प्राशी एसडीवीएम हुडा द्वितीय
भव्य, पलख एसडीवीएम सिटी तृतीय
आश्था, तन्नु, तपस्या, दृष्टि, हंशिका एसडीवीएम हुडा सांत्वना
दक्ष, तन्वी, एंजेल, भव्य, जहान्वी, वन्या एसडीवीएम सिटी सांत्वना
हैंड पेंटिंग प्रतियोगिता (सब-जूनियर केटेगरी) के परिणाम
इशिका मेहता बाल विकास स्कूल प्रथम
फेस पेंटिंग प्रतियोगिता (सीनियर केटेगरी) के परिणाम
मोहित बीए- प्रथम प्रथम
काजल बीए- प्रथम द्वितीय

रंगोली प्रतियोगिता में लगभग 100 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और फूल, फूलों की पंखुड़ियों, पत्तों एवं सूखे रंगों की मदद से सुन्दर रंगोलियां बनाई । रंगोली की टीमों ने महिलाओ के लिए त्वरित न्याय, अयोध्या में राम मन्दिर, युवाओं को नशे से मुक्त करना, पर्यावरण संरक्षण और कन्या भ्रूण हत्या जैसे विषयों पर मार्मिक एवं सुन्दर रंगोली बनाई । सभी प्रतिभागी मालियों को भी प्रशस्ति पत्र एवं नकद ईनाम से नवाजा गया ।
इस अवसर पर कॉलेज के स्टाफ सदस्य डॉ नवीन गोयल, डॉ संगीता गुप्ता, प्रो राकेश सिंगला, प्रो प्रवीन आर खेरडे, डॉ मुकेश पूनिया, डॉ एसके वर्मा, डॉ राकेश गर्ग, डॉ दीपिका अरोड़ा, डॉ मोनिका खुराना, डॉ दीपा वर्मा, डॉ प्रियंका चांदना, प्रो प्रवीण कुमारी, डॉ सुशीला बेनीवाल, डॉ संतोष कुमारी, डॉ रवि कुमार, डॉ राहुल जैन, प्रो मनोज कुमार, प्रो विशाल गर्ग, प्रो जुगमती, प्रो किरण मलिक, प्रो कविता, प्रो मीतु सैनी, दीपक मित्तल, चिराग सिंगला, माली नगीना आदि मौजूद रहे ।
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