स्व. महेश दत्त शर्मा की आठवीं पुण्य तिथि के अवसर पर हवन यज्ञ का आयोजन किया गया।
BOL PANIPAT : स्व. महेश दत्त शर्मा की आठवीं पुण्य तिथि के अवसर पर उनकी कर्मस्थली खादी आश्रम प्रांगण, .टी. रोड, पानीपत में उनकी स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ के यजमान स्व. महेश दत्त शर्मा के सुपुत्र शैलेश दत्त एवं सुपुत्री डा. अपर्णा दत्त तथा यज्ञ के ब्रहमा संजय शास्त्री रहे। इस अवसर पर खादी आश्रम पानीपत, भारतीय खादी ग्रामोद्योग संघ उत्तरी क्षेत्र पानीपत, चेतना परिवार ट्रस्ट पानीपत के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं तथा विद्या भारती माॅडर्न स्कूल के स्टाफ व विद्यार्थियों ने भाग लिया।
खादी आश्रम, पानीपत सचिव मुकेश कुमार शर्मा ने इस अवसर पर बताया कि महेश दत्त का जन्म 5 जुलाई, 1939 को प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं खादी जगत की महान विभूति स्व. सोमभाई के परिवार में हुआ था। वे सोमभाई के सबसे बड़े पुत्र थे। सन् 1942 में मात्र चार वर्ष की आयु में भारत छोड़ो आन्दोलन के समय अपने माता-पिता के साथ मेरठ जेल में रहे। वे अपने वन काल में खादी एवं रचनात्मक कार्यों के प्रति पूर्णतः समर्पित रहे तथा अपना पूरा वन इन्हीं कार्यों के उत्थान में लगा दिया। वे अपने विद्यार्थी वन में पंजाब स्टूडेंट वेलफेयर एशोसिएशन के सन् 1956-1960 तक सहा. सचिव रहे। वे पंजाब युवा कांग्रेस के सचिव उस समय थे जब इन्दिरा गांधी युवा कांग्रेस की अध्यक्षा थी। वे हरियाणा प्रदेश कांग्रेस एस कमेटी के महामंत्री भी रहे। अपने विद्यार्थी वन में उन्होंने सन् 1956 में भूदान आंदोलन में भाग लिया।
खादी आश्रम, पानीपत के न्यासी शैलेश दत्त ने इस अवसर पर बताया कि महेश दत्त न केवल अपने पिता सोमभाई एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मार्ग पर चलते हुए न केवल खादी कार्य से देश व समाज की सेवा की बल्कि अपना सम्पूर्ण वन समाज के सबसे निम्न वर्ग कत्तिनों, बुनकरों के उत्थान में लगा दिया। वे अपने वन के अंतिम समय में बीमारी की हालत में भी सामाजिक एवं खादी कार्यों में लगे रहे। वे आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रकाश स्तम्भ के रूप में रहेंगे।
खादी आश्रम पानीपत एवं भारतीय खादी ग्रामोद्योग संघ उत्तरी क्षेत्र पानीपत तथा पानीपत नागरिक मंच की अध्यक्षा निर्मल दत्त द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी आगन्तुकों का धन्यवाद किया गया तथा उन्होंने बताया कि वे अपने वन के अंतिम समय में बीमारी की हालत में भी सामाजिक एवं खादी कार्यों में लगे रहे। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि पानीपत को जिला बनाने के लिए स्व. महेश दत्त ने एक सक्रिय भूमिका निभाई थी। उन्होंने शहर भर के प्रमुख बुद्धिवियों, उद्योगपतियों तथा वकीलों को एक मंच पर ला कर पानीपत नागरिक मंच की स्थापना की तथा इस मंच के माध्यम से उन्होंने पानीपत को जिला बनाने के लिए पूरा संघर्ष किया था। इस पानीपत नागरिक मंच के अस्तित्व में आने से लेकर अपने अन्तिम समय तक वे इसके अध्यक्ष रहे।
इस अवसर पर डा. अपर्णा दत्त, मीनाक्षी, संतोष शर्मा, खादी आश्रम करनाल के सचिव ओमप्रकाश, अत पाल, जगदीप चन्द, रविशंकर दूबे आदि ने भी अपने-2 श्रद्धासुमन अर्पित किये।
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