बेटा बेटी एक समान- घर की पहचान बेटी के नाम अभियान के चौथे चरण की शुरुआत – वार्ड नं• 3 में लगाई बेटियों के नाम की नेमप्लेट
BOL PANIPAT : नई सोच सोशल एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा बेटा बेटी एक समान घर की पहचान बेटियों के नाम अभियान के चौथे चरण की शुरुआत कर विकास नगर, वार्ड नं• 3 में बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगाई गई। सोसायटी द्वारा पिछले लगभग 4 वर्षों से पानीपत शहर में बेटियों के सम्मान मे उनके घरों के बाहर उनके नाम से नेम प्लेट लगाई जा रही है। इससे पहले भी लगभग 700 से ज्यादा नेम प्लेट लगाई जा चुकी है। पानीपत में गणमान्य व्यक्तियों के साथ साथ इस अभियान की अन्य कई राज्यों में भी सराहना की जा रही है। शुरुआत में तो कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन आज बेटियों के माता पिता भी अपनी बेटियों के नाम से नेम प्लेट लगवाकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इस अवसर पर सोसायटी की अध्यक्षा शीतल शर्मा व महासचिव मोहित शर्मा ने बताया कि आज समाज में विभिन्न क्षेत्रों में बेटियां अपनी प्रतिभा का परचम लड़ा रही हैं। लेकिन आजादी के 73 वर्ष बीत जाने के बाद भी बेटियों को समाज में उचित मान सम्मान नहीं मिल रहा। इस नई सोच का मुख्य उद्देश्य समाज में बेटियों को उचित पहचान व मान-सम्मान दिलवाना है कि बेटियां भी बेटों के बराबर है। इसी के साथ साथ कन्या भूण हत्या के प्रति जागरूक करना है। समाज की रूढ़िवादी सोच को बदलना व बेटियों के साथ हो रही शर्मशार घटनाओं पर रोक लगाना है। उन्होंने कहा कि जहां बेटे वंश चलाते हैं वही बेटियां अंश संभालती है। सोसायटी की सदस्य मोना शर्मा ने कहा कि हमें बहुत ही गर्व है कि युवा पीढ़ी द्वारा इस अभियान को चलाया जा रहा है और अन्य कई राज्यों में भी इस अभियान की काफी सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि सोसाइटी द्वारा किए गए सामाजिक कार्य को देखते हुए जिला प्रशासन व संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भी सोसायटी को सम्मान पत्र प्राप्त हो चुका है। हमारे घर की पहचान निश्चित ही बेटी के नाम से होनी चाहिए क्योंकि बेटियां एक नहीं दो दो परिवारों को संभालती है और उनके नाम से घर की पहचान होना निश्चित है समाज के लिए बहुत गर्व की बात है और इससे समाज में एक अच्छा संदेश जाता है। इस अवसर पर भावना, वंशिका, हरप्रीत, यशिका खुराना,अमन, वीना आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।।

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