फसल अवशेष जलाने से खेती के मित्र कीट भी नष्ट हो जाते हैं आम व्यक्ति रखें इसका ध्यान : उपायुक्त डॉक्टर वीरेंद्र कुमार दहिया
-उपायुक्त के निर्देशों पर कृषि विभाग की टीम गांव-गांव जाकर लोगों को कर रही फसल अवशेष ने जलाने की प्रति जागरूक
-फसल के अवशेषों को न जलाये किसान, कृषि यंत्रो से इसका उठाये लाभ : डॉ. देवेन्द्र कुहाड
-पर्यावरण संरक्षण के प्रति और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता
BOL PANIPAT , 1 अक्टूबर। जिला उपायुक्त डॉ वीरेंद्र कुमार दहिया के निर्देशों की पालना करते हुए कृषि तथा किसान कल्याण विभाग की टीमों ग्रामीण स्तर पर लोगों को आगजनी न करने के प्रति जागरूक कर रही है। उपायुक्त ने बताया की पर्यावरण संरक्षण के प्रति और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
उपायुक्त ने बताया कि फसल अवशेष जलाने से खेती के मित्र कीट भी काफी हद तक नष्ट हो जाते हैं आम व्यक्ति को इस बारे में सोचना चाहिए। फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण दूषित होता है जिससे अनेक प्रकार की बीमारियां भी जन्म लेती हैं। जो सबके लिए घातक है हमें इस पर चिंतन व मनन करना चाहिए ।
इस कड़ी में कृषि विभाग की टीम ने मंगलवार को गांव जाटल में सरपंच और प्रगतिशील किसानों के फार्म पर सम्पर्क किया व उनको आगजनी से भूमि तथा पर्यावरण में होने वाले दूषप्रभाव के बारे में विस्तार से बताया। उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ देवेन्द्र कुहाड के साथ किये गये विचार विमर्श में किसानों ने आश्वासन दिया कि वे आगजनी नहीं करेगें एवं इन-सीटू या एक्स – सीटू के माध्यम से पराली प्रबंधन कर मिट्टी की गुणवता व पर्यावरण दोनो को बचाने में अपना सहयोग देगें। इसके लिए किसानों द्वारा शपथ भी ली गई। इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा बैलर से किये जा रहे पराली प्रबंधन का अवलोकन किया गया इस मौके पर हरीश, दीपक बीटीएम व प्रताप एटीएम आदि मौजूद रहे।
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