Monday, May 19, 2025
Newspaper and Magzine


कार्यशाला का आयोजन कर पुलिसकर्मियों को गिरफ्तारी एवं न्यायालय में पेश करने की कानूनी प्रक्रिया की जानकारी दी।

By LALIT SHARMA , in Crime in Panipat , at April 18, 2025 Tags: , , , , ,

BOL PANIPAT : 18 अप्रैल 2025, पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस के मार्गदर्शन में अनुसंधानकर्ता पुलिस अधिकारियों के लिए शुक्रवार को जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में एक दिवसीय कार्याशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को गिरफ्तारी की कानूनी प्रक्रिया, मानवाधिकारों का पालन एवं अभियुक्तों को न्यायालय में विधिसम्मत तरीके से पेश करने की प्रक्रिया की सटीक जानकारी देना था।

जिला न्यायवादी राजेश चौधरी व उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने कार्यशाला में अनुसंधानकर्ता पुलिस अधिकारियों को मामलों में गिरफ्तारी की कानूनी प्रक्रिया, अधिकारों की जानकारी, और माननीय न्यायायल में उन्हें समय पर एवं उचित दस्तावेजों के साथ पेश करने की प्रक्रिया एवं गत दिनों माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी के विषय में जारी की गई हिदायतों इत्यादी की जानकारी दी।

जिला न्यायवादी राजेश चौधरी ने बताया कि भारतीय संविधान एवं बीएनएसएस के तहत गिरफ्तारी की स्पष्ट प्रक्रिया निर्धारित है। मामलों में अभियुक्त की गिरफ्तारी के समय इसकी पालन करना प्रत्येक पुलिसकर्मी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी के समय पुलिस को यह सुनिश्चित करना होता है कि गिरफ्तार व्यक्ति को उसके अधिकारों की जानकारी दी जाए। उन्होंने यह भी बताया कि गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को 24 घंटे के भीतर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत करना अनिवार्य है। इसके साथ ही, गिरफ्तारी के समय पंचनामा, मेमो ऑफ अरेस्ट, मेडिकल जांच, और गिरफ्तारी की सूचना परिजन को देना जैसी प्रक्रियाओं का पालन करना आवश्यक है।

इस दौरान उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उपरोक्त कानूनी प्रावधानों का पालन नहीं किया गया, तो न केवल अभियुक्त को न्यायालय से राहत मिल सकती है, बल्कि संबंधित पुलिस अधिकारी के विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई एवं न्यायिक कार्रवाई का प्रावधान है।

उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने इस दौरान कहा कि अनुसंधानकर्ता कानून के अनुसार कार्य करें तथा यह सुनिश्चित करें कि किसी भी अभियुक्त के साथ अन्याय न हो और न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास बना रहें।
उपस्थित अनुसंधानकर्ता पुलिस अधिकारियों ने कार्यशाला को अत्यंत लाभकारी बताया एवं ऐसी जानकारियों को समय-समय पर प्राप्त करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

Comments