Sunday, April 20, 2025
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युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में पानीपत और सोनीपत जिलों के लिए जिला स्तरीय विकसित भारत युवा संसद 2025 का सारगर्भित समापन  

By LALIT SHARMA , in EDUCATIONAL , at March 23, 2025 Tags: , , , , ,

‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ लागू करने पर लगभग सभी प्रतिभागी रहे एकमत

आज चयनित सर्वश्रेष्ठ 10 प्रतिभागी 31 मार्च को हरियाणा विधानसभा चंडीगढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय ‘युवा संसद’ में लेंगे हिस्सा

युवा संसद एक राष्ट्र एक विचार समन्वय के लिए एक प्रभावशाली मंच: डॉ अनीता अग्रवाल

BOL PANIPAT , 23 मार्च,  एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार, राष्ट्रीय सेवा योजना और नेहरु युवा केंद्र संगठन द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय ‘विकसित भारत युवा संसद 2025’ का सारगर्भित और मंथनपूर्ण समापन हो गया जिसमें भाग लेने वाले पानीपत और सोनीपत के 150 प्रतिभागियों में से लगभग सभी ने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के समर्थन में अपने विचार रखे और इसे विकसित भारत की नीवं बताया । दूसरे दिन स्नेह लता डीवाईओ और सार्थक कुमार एनवाईसी ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई । जूरी की भूमिका डॉ वीरेंद्र सोनी वरिष्ठ पत्रकार, रोशन लाल सचदेवा पूर्व चीफ मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक, डॉ अनीता अग्रवाल एसोसिएट प्रोफेसर दयाल सिंह कॉलेज करनाल, डॉ नरेश ढांडा एसोसिएट प्रोफेसर देश बन्धु राजकीय महाविधालय पानीपत और डॉ अशोक अत्री एसोसिएट प्रोफेसर आरकेएसडी कॉलेज कैथल ने निभाई । मेहमानों का स्वागत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा, कार्यक्रम समन्वयक डॉ राकेश गर्ग और डॉ संतोष कुमारी ने पौधा रोपित गमलें भेंट करके किया । ज्ञात रहे कि विकसित भारत युवा संसद का आयोजन देश भर के 301 जिलों में हो रहा है जिसमें हरियाणा के 7 जिले शामिल है और इनमें से पानीपत और सोनीपत जिलों की जिम्मेदारी सनातन धर्म कॉलेज पानीपत को मिली है । युवा संसद में पानीपत और सोनीपत जिले के 18 से 25 वर्ष की आयु के 150 प्रतिभागीयों ने अपने विचार रखे जिनमें से 10 टॉप प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय युवा संसद के लिए चुना गया है । पानीपत की सुषमा ने पहला, सोनीपत की रिया ने दूसरा और पानीपत के राकेश कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । इसके अलावा सोनीपत से साक्षी आर्य, सिमरन मोर, कीर्ति एवं भव्या और पानीपत से दिव्या, सौरभ एवं शिवानी ने राज्य स्तर के लिए क्वालीफाई किया । ये सभी 10 प्रतिभागी 31 मार्च को हरियाणा विधानसभा चंडीगढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय ‘युवा संसद’ का हिस्सा बनेंगे ।    

     शहीद दिवस के अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत देश के तीन वीर सपूतों को श्रधान्जली भेंट करके की गयी । विदित रहे कि आज ही के दिन 1931 में भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को ब्रिटिश राज में फांसी की सजा दी गयी थी और इसीलिए इस दिन को उनके बलिदान को याद करते हुए शहीद दिवस घोषित किया गया था । सभी मेहमानों और प्रतिभागियों ने दो मिनट का मौन रखकर अपने वीर सपूतों को नम आँखों से याद किया । 

     जूरी के सदस्यों ने प्रतिभागियों को परखते हुए और उनके विचारों को सुनते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी की लगन और ज्ञान को सुनकर उन्हें संतोष का अनुभव हुआ है कि देश का युवा जागरूक और चिंतनशील है ।

     डॉ नरेश ढांडा राजनीति शास्त्र में एसोसिएट प्रोफेसर देश बन्धु राजकीय महाविधालय पानीपत ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ अपने आप में एक तर्कसंगत और बुद्दिमत्तापूर्ण पहल है । विश्व के अनेक देशों जैसे अमेरिका, फ्रांस, स्वीडन आदि में ‘एक देश एक चुनाव’ व्यवस्था बहुत सफल साबित हुई है । इसका सबसे अधिक फायदा भारत जैसे विकासशील राष्ट्र को होगा क्यूंकि इससे चुनावी लागत कम होगी और देश के विकसित राष्ट्र बनने का स्वप्न तीव्र गति पकड़ेगा । वक्त के साथ बदलना भी देश की दिशा और दशा तय करता है ।

     डॉ अशोक अत्री एसोसिएट प्रोफेसर आरकेएसडी कॉलेज कैथल ने कहा कि ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ होने से मतदाता अधिक जागरूक होंगे और उनकी मतदान में भाग लेने की इच्छा शक्ति मजबूत होगी और इससे मतदाता प्रतिशत में भी अत्यधिक सुधार नज़र आएगा । राष्ट्र के संसाधनों की बर्बादी तो रुकेगी ही बल्कि उनका अधिक सदुपयोग होगा । बार-बार होने वाले चुनावों से अधिकारी अपने असल काम छोड़ कर चुनाव के कार्यों में ही लगे रहते है जो राष्ट्र के विकास के लिए ठीक बात नहीं है ।

     डॉ वीरेंद्र सोनी वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के एक साथ होने से राष्ट्र के विकास कार्यों में रुकावट नहीं आएगी क्यूंकि बार-बार आचार संहिता लगने से और सारा ध्यान चुनावों पर आने से पूरा देश ठप्प सा दिखता प्रतीत होता है । यदि हमने राजकोष का विवेकपूर्ण इस्तेमाल करना है तो ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ को अपनाना ही होगा । सरकारी कर्मचारी और सुरक्षा बल भी बार-बार के चुनावों से उकता जाते है जो उनके मनोबल के लिए ठीक नहीं है ।    

       डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ का अर्थ एक साथ चुनाव कराया जाना है जो लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनावों को इक्कठे कराने का प्रस्ताव प्रस्तुत करता है । इससे मतदाता अपने निर्वाचन क्षेत्रों में एक ही दिन सरकार के दोनों स्तरों के लिए अपने मत डाल सकेंगे हालाँकि देश भर में मतदान कई चरणों में कराया जा सकता है । 
       डॉ राकेश गर्ग ने कहा कि चुनावी समय-सीमाओं को एक साथ जोड़ने के दृष्टिकोण का उद्देश्य चुनावों के लिए किए जाने वाले प्रबंध से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करना, इसमें लगने वाले खर्च को घटाना और लगातार चुनावों के कारण कामकाज में होने वाले व्यवधानों को कम करना है । इन्ही सब बिन्दुओं पर युवाओं के विचार जानने के लिए इस विकसित भारत युवा संसद का आयोजन केंद्र सरकार की पहल पर किया गया ।
       प्रतिभागियों में सुषमा ने कहा कि ‘एक देश-एक चुनाव’ से हमारे टैक्स के दिए पैसे की ही बचत होगी क्योंकि हर पांच साल में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनावों का आयोजन पैसे के खर्च को कम करेगा । अलग-अलग समय पर होने वाले चुनाव पैसे, समय और उर्जा की बर्बादी है ।
       सौरभ ने कहा कि भारत में कई छोटी पार्टियां हैं जो कि क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ती हैं । ऐसे में ‘एक देश-एक चुनाव’ में छोटी पार्टियों के अस्तित्व पर खतरा पैदा हो जाएगा । ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ लागू हो परन्तु इससे पहले छोटे दलों और उनके हितों को भी ध्यान में रखा जाए । 

       दो दिवसीय युवा संसद के सफल आयोजन में डॉ वीरेंद्र गिल, प्रो पूजा धींगडा, प्रो शिल्पा ठाकुर, प्रो एकता डूरेजा, प्रो मीतू सैनी, प्रो किरण मलिक, प्रो मानवी, प्रो मधु गुप्ता, प्रो विशाल गर्ग, प्रो मनोज कुमार, प्रो आशीष गर्ग, प्रो डेनसन डी पॉल, जान्हवी गर्ग, डॉ एसके वर्मा, दीपक मित्तल आदि का सहयोग रहा ।  

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