शहर में सरकारी राशन डिपो धारक कर रहे अवैध धंधा : मोहित शर्मा
BOL PANIPAT : नई सोच सोशल एंड वेलफेयर सोसायटी के महासचिव मोहित शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि सर्दी के मौसम की शुरुआत होने के साथ ही जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड धारकों को दिए जाने वाले अनाज में बदलाव किया गया है। जिसमें डबलएवाई श्रेणी के कार्ड धारक पात्र परिवारों को नवंबर माह से 17 किलो बाजरा और 18 किलो गेहूं दिया जाना था जबकि बीपीएल और प्राथमिक कार्ड धारक पात्र परिवारों को ढाई किलो अनाज के साथ ढाई किलो बाजरा प्रति सदस्य के हिसाब से दिया जाना था। जबकि शहर में कई डिपो धारक कार्ड धारकों को बाजरा न देकर उनके हिस्से का बाजरा बेचकर अवैध रूप से धंधा कर रहे है। उन्होंने बताया कि शहर में कई डिपो धारक ऐसे हैं जोकि कार्ड धारकों को सिर्फ अनाज दे रहे हैं और बाजरे की जगह कुछ पैसे देकर जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से भेजे गए बाजरे को बाजार में उचित दामों पर बेचकर अवैध रूप से मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई डिपो धारको ने तो सरकार की ओर से भेजा गया पूरे का पूरा बाजरा ही अवैध रूप से बाजार में बेच दिया जोकि बिल्कुल गलत है। समाजसेवी मोहित शर्मा ने बताया कि नवंबर से मार्च तक सरकार द्वारा अनाज के साथ में बाजरा भेजा जाता है। सर्दी में बाजरा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। कार्ड धारकों को सरकार की तरफ से भेजा गया यह अनाज के साथ बाजरा देना जरूरी है जबकि अधिकतर उपभोक्ताओं को डिपो धारक बाजरा देते ही नहीं है और बाजार में उचित मूल्यों पर बेचते है। इससे डिपो धारक एक तरफ तो सरकारी आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं और दूसरी तरफ अवैध धंधा कर रहे हैं। उन्होंने जिला खाद्य व आपूर्ति विभाग से मांग करते हुए कहा कि अधिकारियों को इस मामले की तुरंत प्रभाव से जांच करनी चाहिए और दोषी डिपो धारकों का लाइसेंस तुरंत रद्द करके उन्हें ब्लैक लिस्ट कर देना चाहिए। क्योंकि इससे पहले भी कई डिपो धारक इस तरह के अवैध धंधे कर जरूरतमंद परिवारों को काफी परेशान करते हैं। ऐसे डिपो धारको पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए ताकि वह गरीब जनता के हक को इस प्रकार न खा पाए।

Comments