एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में एनुएल एथलेटिक मीट 2025 का भव्य आयोजनएसडीसडी पीजी कॉलेज पानीपत में एनुएल एथलेटिक मीट 2025 का भव्य आयोजन
–योगा में राष्ट्रीय खेलों की चैंपियन और भारत सरकार द्वारा 23 लाख रूपये के पुरस्कार की विजेता कॉलेज में पढ़ रही सुश्री भतेरी ने बतौर मुख्य अतिथि की युवाओं की हौंसला अफज़ाई
–परिश्रम का कोई शोर्ट कट नहीं है, युवाओं को चाहिए कि वे मोबाइल और नशे से खुद को दूर रखे: भतेरी
BOL PANIPAT , 06 मार्च, एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में वार्षिक खेल कूद प्रतियोगिता 2025 का भव्य आयोजन किया गया जिसमें कॉलेज के खिलाड़ियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया । आज की प्रतियोगिता का उदघाटन किसी और ने नहीं बल्कि कॉलेज की ही एक खिलाड़ी भतेरी ने किया जिन्होनें राष्टीय खेलों में योगा में अपनी धाक बना रखी है । अतिविशिष्ट उपस्थिति में कॉलेज प्रधान प्रधान दिनेश गोयल, जनरल सेक्रेटरी महेंद्र अग्रवाल और कोषाध्यक्ष विशाल गोयल ने एथलेटिक मीट में शिरकत की । मेहमानों का स्वागत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा और शारीरिक शिक्षा विभागाध्यक्ष प्रो सुशीला बेनीवाल ने पुष्प रोपित गमले और शाल भेंट कर किया । इस अवसर पर टीचिंग और नान टीचिंग के लगभग सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे जिन्होनें विभिन्न खेलों में जूरी एवं मार्शल आदि की भूमिका अदा की । प्रतियोगिता के प्रारम्भ में खिलाड़ियों ने मार्चपास्ट में भाग लिया जिसकी सलामी भतेरी और प्रबंधन ने ली । तत्पश्चात मुख्य अतिथि और मेहमानों ने ध्वज फहराया और खिलाड़ियों को खेल भावना के साथ खेलने की शपथ दिलाई । दीप प्रज्वलन के साथ वार्षिक खेलों के विधिवत प्रारंभ की घोषणा की गई । एथलेटिक मीट 2025 में ओवर आल प्रदर्शन के आधार पर छात्र अंकुश और छात्रा सुनीता बेस्ट एथलीट बने । मंच संचालन डॉ सुशीला बेनीवाल और डॉ संतोष कुमारी ने किया । विजेताओं को मैडल के साथ सम्मानित किया गया । महिला वर्ग में 100 मीटर की दौड़ में प्रो निधि, प्रो साक्षी एवं प्रो भारती ने और पुरुष वर्ग में प्रो मनीष, प्रो कमल एवं प्रो आशीष ने क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया ।
विदित रहे कि ऊंटला ग्राम की रहने वाली बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा भतेरी ने 12 वर्ष की आयु में योग साधना को अपनाया और गोवा में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में दो पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया । भतेरी अब तक 10 बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी है और उन्होनें एक बार स्वर्ण, दो बार रजत और 4 बार कांस्य पदक हासिल किया है । 36वीं राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता जिसका आयोजन 2022 में गुजरात में हुआ में भी भतेरी शानदार खेल के बल पर कांस्य पदक झटका था । 37वें राष्ट्रीय खेलों में भतेरी ने गोल्ड एवं सिल्वर तथा 38वें राष्ट्रीय खेलों में सिल्वर और ब्रोंज मैडल झटके । भतेरी का चयन बाद में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप और आल इंडिया इंटरयूनिवर्सिटी के लिए भी हुआ जो कॉलेज और प्रदेश के लिए गौरव का पल रहा । भतेरी अब तक 23 लाख रूपये की धनराशी जीत चुकी है ।
भतेरी ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हर खिलाड़ी अपने मन में कुछ भी पाने की ठान ले तो कुछ भी हासिल करना असंभव नहीं है । आज हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा है और बिना मेहनत के जीवन में कुछ नहीं मिलता है । खिलाड़ी जीवन सबसे कठिन होता है और इसमें सर्वाधिक मेहनत लगती है । उन्होनें कहा कि हम किसी भी खेल से किसी ख़ास गुण को विकसित करके अपने आप को औरों से भिन्न बना सकते है । मेहनत और संघर्ष करने वालों की जीवन के हर क्षेत्र में हमेशा जीत होती है । सबसे ज्यादा नाज़ उन्हें अपनी माता रीना देवी, अपने पिता फले राम, कॉलेज प्रशासन और अपने कोच पर है जिन्होनें उन्हें खेलने के लिए न सिर्फ प्रेरित किया बल्कि हर मुश्किल की घड़ी में उनका साथ दिया । हरियाणा की महिलाओं ने अपनी मेहनत और संघर्ष के बल पर देश का खूब नाम रोशन किया है । मेहनत का कोई शोर्ट कट नहीं है, युवाओं को चाहिए कि वे मोबाइल और नशे से खुद को दूर रखे ।
दिनेश गोयल कॉलेज प्रधान ने कहा कि भतेरी जैसी खिलाड़ी के कॉलेज में पढने से कितने ही खिलाड़ियों को जीवन में कुछ करने की प्रेरणा मिलेगी । उन्होनें वार्षिक खेलो में खिलाड़ियों को अपना उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने हेतू प्रोत्साहित किया है । जीत-हार पर बोलते हुए उन्होनें कहा कि जीवन मे असफलता भी एक चुनौती की तरह है और इसे हर किसी को मुस्कुरा कर स्वीकारना चाहिए । जब हम अपनी कमियो को ध्यान से देखते है तो उनको सुधारना और आसान हो जाता है ।
प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि खेल हमारे खुद के व्यक्तित्व के विकास, समाज के उत्थान, देश के विकास, हमारे आत्म-विश्वास, आत्म-रक्षा, आत्म-बोध, मनोरंजन, मित्रता के विकास, जातीय सद्भावना को बढाने और राष्ट्र के निर्माण के लिए अत्यधिक आवश्यक है । भतेरी के बारे में बोलते हुए उन्होनें कहा कि इस खिलाड़ी ने अपने माता-पिता, हरियाणा और देश का नाम रोशन किया है । खेल-कूद के बिना हर प्रकार की शिक्षा अधूरी है और इसीलिए कॉलेज के पाठ्यक्रम मे खेल-कूद भी शामिल किया जाता है । खेल-कूद की प्रतियोगिताए भी इसी उद्देश्य से करवाई जाती है । कॉलेज के और भी कई खिलाड़ीयो ने खेल-कूद के दम पर अच्छे पदों को सुशोभित किया है और खूब नाम कमाया है । खेल को खेल-भावना के साथ खेलना चाहिए क्योंकि यही भावना आगे चलकर हमारी जीवन शैली का हिस्सा बन जाती है । खेलों से न सिर्फ हमारा तन बल्कि मन और आत्मा परिपक्व होती है ।
डॉ सुशीला बेनीवाल ने कॉलेज की वर्ष 2024-25 की खेल गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि कॉलेज के लगभग 300 खिलाडियों ने अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी और वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक झटके है । कई खिलाडियों का चयन खेलो इंडिया खेलो के लिए हुआ है जिसके तहत खिलाडियों को 5 लाख रुपये नकद और 2 वर्ष के लिए प्रति माह 10 हजार रुपये की छात्रवृति दी जाती है ।
इस अवसर पर कॉलेज के स्टाफ सदस्य जिनमें डॉ नवीन गोयल, प्रो राकेश सिंगला, प्रो पवन सिंगला, प्रो प्रवीन खेरडे, डॉ मुकेश पूनिया, डॉ संतोष कुमारी, डॉ एसके वर्मा, प्रो प्रवीण कुमारी, डॉ प्रियंका चांदना, डॉ राहुल जैन, डॉ रवि रघुवंशी, प्रो मयंक अरोड़ा, डॉ दीपिका अरोड़ा, प्रो मोनिका खुराना, डॉ बलजिंदर सिंह, प्रो अन्नु आहूजा, प्रो सुशीला बेनीवाल, प्रो रेखा, प्रो आनंद. प्रो नीलम, प्रो अंकुश, ग्राउंड्समैन प्रताप, दीपक मित्तलआदि वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता का हिस्सा बने ।
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