एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में विश्व कला दिवस के अवसर पर ‘कला और जीवन’ विषय पर दो दिवसीय कला प्रदर्शनी और कार्यशाला का शानदार आगाज
–विभिन्न संकायों के 200 से अधिक छात्र-छात्राएं सीखेंगे व्यावसायिक पेंटिंग के हुनर
–वाणिज्यिक कला रचनात्मकता, तकनीकी कौशल और व्यावसायिक ज्ञान से करियर के वृहद आयाम खोलता है: विपुल अरोड़ा, ग्राफिक डिजाईन एजुकेटर मुंबई
–कला खुद को व औरों को समझने का श्रेष्ठ साधन है: विपुल अरोड़ा, ग्राफिक डिजाईन एजुकेटर मुंबई
–कला सृष्टि के कण-कण में सौन्दर्य की अनुभूति है: दीपिका गौतम
BOL PANIPAT , 15 अप्रैल,
एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में ‘कला और जीवन’ विषय पर दो दिवसीय कला प्रदर्शनी और कार्यशाला का शानदार आगाज हुआ जिसमें बतौर मुख्य वक्ता विपुल अरोड़ा, ग्राफिक डिजाईन एजुकेटर मुंबई ने व्यावसायिक कला में भविष्य विषय पर व्याख्यान दिया और उपस्थित छात्र-छात्राओं को इस विषय को चुनने के फायदे और स्वर्णिम भविष्य के बारे में विस्तार से समझाया । उनके साथ केन्द्रीय विश्वविधालय हिमाचल प्रदेश से पधारी जल-रंग परिदृश्य पेंटिंग में रिसर्च स्कॉलर दीपिका गौतम ने भी विद्यार्थियों को जल-रंग पेंटिंग के भेद बताये और उन्हें व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया । प्रदर्शनी का उदघाटन कॉलेज प्रधान दिनेश गोयल और जनरल सेक्रेटरी महेंद्र अग्रवाल ने किया । मेहमानों का स्वागत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा, डॉ मोनिका खुराना और प्रो निधि ने पेंटिंग्स भेंट करके किया । असल में ग्राफिक डिजाइन शिक्षक का कार्य छात्रों को ग्राफिक डिजाइन के सिद्धांतों, उपकरणों और तकनीकों को सिखाना होता है । यह प्रशिक्षण छात्रों को विभिन्न ग्राफिक डिजाइन परियोजनाओं को करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं और वे प्रतीक चिन्ह (लोगो), वेबसाइटें, विज्ञापन और प्रिंट सामग्री आदि बनाना सीखकर अपना भविष्य संवार सकते है । प्रशिक्षण में विभिन्न संकायों के लगभग 200 विद्यार्थी भाग ले रहे है और आज लगी प्रदर्शनी में सैंकड़ों रंगीन और सुन्दर पेटिंग्स, विज्ञापन, स्केच आदि ने सभी का मन मोह लिया । मंच संचालन डॉ मोनिका खुराना ने किया ।
प्रो निधि ने विपुल अरोड़ा के बारे में बताते हुए कहा कि विज्ञापन, वैचारिक फोटोग्राफी और दृश्य-कहानी कहने की दुनिया में उनका 10 से अधिक वर्षों का अनुभव है और वे व्यावसायिक स्तर पर खुद को स्थापित कर चुके है । वे वर्तमान में माइंडस्टॉर्म एजेंसी मुंबई में क्रिएटिव हेड के रूप में नेतृत्व करते हैं और पोस्ट ऑफिस मीडिया के संस्थापक हैं जो कि एक रचनात्मक एजेंसी है और अपने वैचारिक और न्यूनतम विज्ञापन दृष्टिकोण के लिए जानी जाती है । विपुल अरोड़ा ने यूट्यूब वेब सीरीज़ ‘बर्निंग पंजाब’, रत्नावली, साउथ एशियन यूनिवर्सिटी फेस्ट 2020 और अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव जैसी सरकारी और संस्थागत डॉक्यूमेंट्री सहित कई प्रशंसित परियोजनाओं में निर्देशन और काम किया है । वे दो शक्तिशाली कंटेंट प्लेटफ़ॉर्म के निर्माता और होस्ट भी हैं जिसमें पंजाबी संस्कृति पर केंद्रित शो ‘महफ़िल मित्रां दी’ और हाल ही में लॉन्च किया गया ‘पोस्ट ऑफ़िस मीडिया पॉडकास्ट’ शामिल है । आज इंस्टाग्राम पर 33,000 से अधिक फ़ॉलोअर्स के संपन्न समुदाय के साथ विपुल अगली पीढ़ी की क्रिएटिविटी को प्रभावित और प्रेरित करना चाहते हैं । इसी प्रकार दीपिका गौतम वर्तमान में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही हैं जबकि एमसीएम डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ से उन्होनें ललित कला में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है । आज की कार्यशाला में उन्होनें जल-रंग परिदृश्य चित्रकला पर प्रदर्शन दिया जिसे विद्यार्थियों ने खूब सराहा ।
विपुल अरोड़ा ग्राफिक डिजाईन एजुकेटर मुंबई ने कहा कि वाणिज्यिक कला वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाने वाली कला का एक रूप है । चित्रण, पेंटिंग, मूर्तियां, भित्ति चित्र, डिजाइनिंग, फोटोग्राफी, ग्राफिक डिजाइनिंग, एनीमेशन और कला की कई अन्य तकनीकों का उपयोग बिक्री के उद्देश्यों के लिए प्रचार में किया जाता है । वाणिज्यिक कलाकारों के काम में कंपनी के लिए विभिन्न प्रकार की प्रचार सामग्री डिजाइन करना शामिल है । यह विज्ञापन का एक तरीका है जिसके लिए अत्यधिक रचनात्मकता और प्रतिभा की आवश्यकता होती है । वाणिज्यिक कला को विज्ञापन कला के रूप में भी जाना जाता है । इस प्रक्रिया में कलाकार किसी उत्पाद या ब्रांड का विज्ञापन करने के लिए आकर्षक छवियों, डिज़ाइनों और ग्राफ़िक्स का उपयोग करते हैं । वाणिज्यिक कलाकार कंपनी के लिए विभिन्न प्रकार और प्रकार की प्रचार सामग्री का निर्माण करते करते हैं । विज्ञापन, बिलबोर्ड, बुक जैकेट, विंडो डिस्प्ले, सिनेमा स्लाइड, तकनीकी कैटलॉग, पैकेजिंग आदि बनाना इससे जुड़े कुछ जॉब प्रोफाइल हैं । विश्व कला दिवस कलात्मक अभिव्यक्ति और समाज के बीच संबंध को मजबूत करने, कलात्मक अभिव्यक्तियों की विविधता को बढ़ावा देने और कलाकारों के सतत विकास में योगदान को उजागर करने के लिए मनाया जाता है ।
दिनेश गोयल ने कहा कि विश्व कला दिवस हर साल 15 अप्रैल को मनाया जाता है और इसे 2012 में यूनेस्को द्वारा शुरू किया गया था । यह दिवस लियोनार्डो दा विंची के जन्मदिन के सम्मान में मनाया जाता है जो एक प्रसिद्ध और बहुमुखी कलाकार थे । इस दिन कला के विभिन्न रूपों का जश्न मनाने के लिए जैसे कि पेंटिंग, मूर्तिकला, संगीत, नृत्य, साहित्य आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । विश्व कला दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सम्मेलनों, प्रदर्शनियों और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है और कॉलेज ने इसी दायित्व का निर्वाह किया है ।
डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि छात्रों को रचनात्मक और कलात्मक बनने के लिए प्रोत्साहित करना तथा उन्हें ग्राफिक डिजाइन सॉफ्टवेयर और तकनीकों में कुशल बनाना भी प्रशिक्षक का दायित्व है । विपुल अरोड़ा और दीपिका गौतम ने कॉलेज प्रांगण में पधारकर अपने अनुभव और दक्षता को विद्यार्थियों के साथ जिस प्रकार से साझा किया है कॉलेज उनके प्रति सैदेव अनुग्रहित रहेगा । कोई न कोई कला हर व्यक्ति में विद्यमान होती है बस उसे तराशने के प्रयास या फिर किसी गुरु की जरुरत होती है ।
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