Tuesday, October 28, 2025
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नई सोच सोसाइटी द्वारा एमआरएस विद्या मंदिर में करवाया गया राखी मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन

By LALIT SHARMA , in SOCIAL , at August 11, 2022 Tags: , , , , ,

-आकर्षक व हस्तनिर्मित राखी बनाने वाले विजेता बच्चों को मेडल देकर किया सम्मानित

BOL PANIPAT : नई सोच सोशल एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा तहसील टाउन स्थित एमआरएस विद्या मंदिर आजादी के अमृत महोत्सव पर  रक्षाबंधन का त्यौहार बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।इस अवसर पर सोसाइटी द्वारा बच्चों मे राखी मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। जिसमें पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के चेयरमैन प्रवीण सेठी व समीक्षा सेठी द्वारा की गई। विशेष रुप से कविता शर्मा उपस्थित रही। सोसायटी की अध्यक्ष शीतल शर्मा व महासचिव मोहित शर्मा (बहन-भाई) ने सबसे पहले सभी को भाई-बहन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन के पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होने बताया कि बच्चों ने बहुत ही सुंदर सुंदर व हस्त निर्मित राखियां मनाई।

प्रतियोगिता में आजादी के अमृत महोत्सव को ध्यान में रखते हुए बच्चों द्वारा विशेषकर तिरंगे के रंग की बनाई हुई राखी ने सभी का मन मोह लिया। स्कूल स्टाफ व सोसायटी के सदस्यों द्वारा आकर्षक राखियों का चयन कर हर कक्षा के प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेता छात्र-छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया गया व उनकी प्रशंसा की गई। आजादी के 75 में अमृत महोत्सव वर्ष पर हर घर तिरंगा अभियान के तहत सोसायटी द्वारा बच्चों को तिरंगे भी बांटे गए और कहा गया कि यह तिरंगा अपने घर पर जरूर लगाएं।

स्कूल के चेयरमैन प्रवीण सेठी व समीक्षा सेठी ने सराहना करते हुए कहा कि इस संस्था की अध्यक्ष शीतल शर्मा व महासचिव मोहित शर्मा जोकि हमारे स्कूल के छात्र हैं इन्होंने बहुत छोटी सी उम्र में शहर में अपनी एक अलग पहचान बनाई है बेटियों के नाम से घरों की पहचान एक अभियान की शुरुआत कर पानीपत में 1000 से ज्यादा घरों के बाहर बेटियों की नेम प्लेट लगाई। इस अभियान की शहर के सभी समाजसेवियों ने तारीफ की।  जिला प्रशासन द्वारा भी यह दोनो कई बार सम्मानित हो चुके हैं। यह हम सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। राखी के त्यौहार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए शीतल शर्मा व मोहित शर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन भाई बहन के प्यार का अटूट पर्व है।

इस पर्व पर परस्पर एक दूसरे की रक्षा व सहयोग की भावना निहित है। यह त्योहार हमारी संस्कृति की पहचान है लेकिन जब भारत में बहनों के लिए इस पर्व को विशेष मनाया जाता है और वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भाई की बहनों को गर्भ में ही मार देते हैं इसलिए किसी को भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए।

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