फाइनेंस कंपनी में करोड़ो रूपये की धोखाधड़ी करने मामले में 6 साल से फरार चल रहा तीसरा आरोपी गिरफ्तार.
-पुलिस के डर से आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया
BOL PANIPAT : 26 जुलाई 2024, थाना पुराना औद्योगिक पुलिस ने मार्गदर्शक फाइनेंशियल सर्विसेस कंपनी में धोखाधड़ी कर करोड़ो रूपये गबन करने मामले में नामजद तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान दीपक निवासी मुस्तफाबाद मथुरा यूपी के रूप में हुई।
थाना पुराना औद्योगिक प्रभारी इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि आरोपी दीपक को पकड़ने के लिए पुलिस उसके संभावित ठीकानों पर दबिश दे रही थी। आरोपी ने पुलिस के डर से सोमवार को माननीय न्यायालय में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने आरोपी को माननीय न्यायालय से 3 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से गहनता से पूछताछ करने के साथ ही उसके हिस्से में आई गबन की नगदी बरामद करने का प्रयास करेंगी।
इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि मामले में नामजद इसके दो साथी आरोपी रवि निवासी लहरा सोनीपत व रवि निवासी हथवाला को पहले ही गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 5 हजार रूपये बरामद कर दोनों आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जा चुका है। फरार दो आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह है मामला
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जनवरी 2018 में अनुप मिश्रा निवासी लखनऊ यूपी ने शिकायत देकर बताया था कि वह मार्गदर्शक फाइनेंशियल सर्विसेस कंपनी में उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है। कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियत के अंतर्गत पंजीकृत है। कंपनी का मुख्यालय यूपी के लखनऊ में स्थित है। कंपनी का मुख्य उद्देश्य गरीब व पिछड़े वर्ग की महिलाओं के छोटे छोट समूह बनाकर उनको छोटे उद्धोग के लिए ऋण देना है। कंपनी की विभिन्न शहरों में शाखा खुली है। पानीपत में एक शाखा असंध रोड पर आर्य नगर में स्थित है।
प्रत्येक शाखा पर एक शाखा प्रबंधक व तीन/चार फील्ड ऑफिसर रखे जाते है। फिल्ड ऑफिसर फिल्ड में महिलाओं के छोटे छोट समुह बनाकर उनके दस्तावेज लेकर मांग के अनुसार शाखा प्रबंधंक के माध्यम से ऋण वितरण करते है। बाद में ऋण की किश्तों को शाखा प्रबंधक के पास जमा करके कैश बुक में विवरण दर्ज कर कंपनी के खाते में जमा करवाते है।
पानीपत शाखा में नवम्बर 2016 से जुलाई 2017 तक कार्यरत शाखा प्रबंधक सुरेंद्र सिंह ढाकरे निवासी आगरा यूपी, फिल्ड ऑफिसर दीपक निवासी मुस्तफाबाद मथूरा यूपी, रवि निवासी लहरा सोनीपत, कर्मसिंह निवासी फकीर माजरा यमुनानगर जुलाई से सितम्बर 2015 तक व रवि निवासी हथवाला जनवरी 2016 से जुलाई 2017 तक नियुक्त रहें है।
कंपनी के आरएम व प्रबंधक द्वारा इनके कार्यकाल की जांच करवाई गई तो फर्जीवाड़ा सामने आया। इनके विभिन्न समूहों के सदस्य फर्जी पाए गए। आरोपियों ने समूह के फर्जी सदस्यों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी कर कंपनी के करीब 4 करोड़ 67 लाख 61 हजार 691 रूपये का गबन कर लिया।
थाना माडल टाउन में अनुप मिश्रा की शिकायत पर अभियोग दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी।
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