Thursday, April 17, 2025
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“विकसित भारत: इंडिया ऑफ माय ड्रीम्स” विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

By LALIT SHARMA , in EDUCATIONAL , at February 22, 2025 Tags: , , , , ,

BOL PANIPAT : 22 फ़रवरी, 2025:  आई.बी. (पी.जी.) कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा “विकसित भारत: इंडिया ऑफ माय ड्रीम्स” विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में कुल 50 स्वयंसेवकों ने भाग लिया और अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारत के विकास की अवधारणा पर सोचने, विश्लेषण करने और अपने विचारों को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने के लिए प्रेरित करना था। 

प्रतियोगिता में बी.ए. द्वित्य वर्ष के छात्र नितिन वर्मा ने उत्कृष्ट लेखन कौशल का प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। बी.ए. तृतीय वर्ष की ही नेहा शर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, जबकि बी.एससी. द्वित्य वर्ष की पार्वती ने तीसरा स्थान हासिल किया। डॉ. जोगेश एवं डॉ. अंजलि ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई । निर्णायक मंडल ने प्रतिभागियों के विचारों, भाषा-शैली और प्रस्तुति के आधार पर मूल्यांकन किया। सभी प्रतिभागियों ने “विकसित भारत” की परिकल्पना पर अपने-अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए, जिनमें आत्मनिर्भरता, तकनीकी प्रगति, स्वच्छता, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और आर्थिक विकास जैसे विषयों पर विशेष जोर दिया गया। 

प्रतियोगिता के समापन पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शशि प्रभा मलिक ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब युवा शिक्षा, नवाचार और सामाजिक उत्तरदायित्व को प्राथमिकता देंगे, तभी हम एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकेंगे। हमें अपने देश को हर क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे।”

इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी खुशबू ने कहा, “इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों को राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका समझने और जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करती हैं। विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब युवा न केवल शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करें, बल्कि समाज सेवा, स्वच्छता और आत्मनिर्भरता को भी अपनाएं। एनएसएस के स्वयंसेवकों का उत्साह और समर्पण सराहनीय है, और यह देखना खुशी की बात है कि वे राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के प्रति इतने जागरूक हैं।” सर्टिफिकेट वितरण के समय डॉ. किरण मदान, डॉ. नीलम दहिया, डॉ. निधान सिंह, डॉ. सुनीता ढांडा भी मौजूद रहे।

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