आर्य महाविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. गीतांजली साहनी और उनकी टीम द्वारा पेटेंट किया गया हाइब्रिड एआई मॉडल
BOL PANIPAT , वीरवार 06 मार्च 2025: आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कार्यरत प्राणीशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. गीतांजलि साहनी और उनकी टीम “हाइब्रिड एआई मॉडल फॉर पर्सनलाइज़्ड हेल्थकेयर डायग्नोसिस यूजिंग मल्टीमॉडल डेटा फ्यूज़न” नामक एक अत्याधुनिक पेटेंट विकसित किया है। यह मॉडल विभिन्न प्रकार के चिकित्सकीय डेटा का उपयोग करके रोगी के लिए सटीक और व्यक्तिगत स्वास्थ्य निदान प्रदान करता है। यह हाइब्रिड एआई मॉडल मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग तकनीकों को मिलाकर एक उन्नत प्रणाली बनाता है, जो विभिन्न प्रकार के चिकित्सकीय डेटा को एकीकृत करके सटीक निदान करने में सक्षम है। मॉडल की मुख्य विशेषताओ में मल्टीमॉडल डेटा अधिग्रहण कर क्लिनिकल डेटा, मेडिकल इमेज, जेनेटिक डेटा आदि को शामिल किया गया है और डेटा प्रोसेसिंग के माध्यम से डेटा की सफाई, सामान्यीकरण (नॉर्मलाइज़ेशन) और गुमशुदा डेटा की पूर्ति की प्रक्रिया, फीचर एक्सट्रैक्शन से हर प्रकार के डेटा के लिए विशिष्ट विशेषताओं को पहचानकर निकाला जाता है। हाइब्रिड एआई मॉडल मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग तकनीकों का उपयोग करके विभिन्न डेटा स्रोतों को मिलाकर सटीक स्वास्थ्य निदान करता है साथ ही व्यक्तिगत स्वास्थ्य निदान कर यह मॉडल प्रत्येक रोगी के लिए व्यक्तिगत (पर्सनलाइज़्ड) स्वास्थ्य का निदान प्रदान करता है, जिससे बीमारियों का शीघ्र पता लगाया जा सकता है। यह तकनीक विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों जैसे कैंसर डायग्नोसिस, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, कार्डियोलॉजी, जेनेटिक डिसऑर्डर आदि में अत्यधिक प्रभावी साबित हो सकती है। डॉ. गीतेजंलि साहनी और उनकी टीम द्वारा विकसित हाइब्रिड एआई मॉडल चिकित्सा विज्ञान में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है। इस तकनीक के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सटीक, तेज़ और व्यक्तिगत रूप से अनुकूलित किया जा सकता है, जिससे चिकित्सा जगत में एक नई दिशा स्थापित होगी। डॉ. साहनी ने अपनी पूर्व छात्रा व वर्तमान शोधकर्ता पूजा का आभार व्यक्त किया जिन्होंने मिलकर शोध किया व पेटेंट विकसित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता व महाविद्यालय की कार्यकारिणी समिति ने डॉ. साहनी को विज्ञान के क्षेत्र की महान उपलब्धि पर बधाई दी तथा भविष्य में ऐसे और शोध प्रकाशन के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं, डॉ. गीतांजलि ने कहा कि पेटेंट किया गया मॉडल व्यक्तिगत स्वास्थ्य निदान में क्रांति लाने की क्षमता रखता है और उनकी इस राष्ट्रीय उपलब्धि पर महाविद्यालय में हर्ष की लहर है।
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