पाइट में साइबर जागरूकता कैंप, हरियाणा के 100 से अधिक स्कूलों के प्रिंसिपल पहुंचे
-नीति आयोग के निदेशक विनोद काकड़े ने कहा- जागरूक रहकर ही साइबर अपराधियों से बच सकते हैं
BOL PANIPAT : समालखा – जागरूक रहकर ही साइबर अपराधियों से बचा जा सकता है। साइबर क्राइम बढ़ रहे हैं। इसकी एक वजह है कि हम ठगों के जाल में फंस जाते हैं। ओटीपी तक अंजान को साझा कर देते हैं। छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर साइबर क्राइम को खत्म किया जा सकता है। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में नीति आयोग का भी योगदान रहा है। साइबर अपराध को कैसे खत्म किया जाए, इसके बारे में नीतियां बनाई हैं और आगे भी काम चल रहा है। यह बात नीति आयोग के निदेशक विनोद काकड़े ने कही। वह यहां पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी (पाइट) में साइबर सिक्योरिटी विभाग की ओर से प्रदेश स्तरीय साइबर जागरूकता कैंप में पहुंचे थे। कैंप में हरियाणा के सौ से अधिक स्कूलों के प्रिंसिपलों को जागरूक किया गया।
निदेशक विनोद काकड़े ने कहा कि नीति आयोग भी साइबर अपराध को कम एवं खत्म करने के लिए प्रयासरत है। स्कूलों के प्रिंसिपल के साथ जागरूकता कैंप लगाया गया है, ताकि वे आगे टीचर्स और बच्चों को सावधान करें। सीबीएसई से करनाल के कोर्डिनेटर नीरज लांबा ने कहा कि कोई भी बैंक आपसे ओटीपी नहीं मांगता। साइबर अपराधियों से बात न करें। जब हम बात करने लगते हैं तो उन्हें ठगी करने का अवसर मिल जाता है। पाइट के निदेशक डॉ.शक्ति कुमार ने बढ़ते साइबर अपराध और साइबर सिक्योरिटी पर रिसर्च आधारित रिपोर्ट प्रस्तुत की। साइबर सिक्योरिटी विभाग की अध्यक्ष डॉ.शक्ति अरोड़ा ने कहा कि हमें समय-समय पर माय एक्टिविटी गूगल पर जाकर खुद की एक्टिविटी चेक करते रहना चाहिए। फोन एवं कंप्यूटर में एंटी वायरस सॉफ्टवेयर जरूर रखें। इसके अलावा निशुल्क मिलने वाले सॉफ्टवेयर डाउनलोड न करें। क्योंकि ये सॉफ्टवेयर आपका पूरा डाटा चोरी कर सकते हैं। इस अवसर पर चेयरमैन हरिओम तायल, सचिव सुरेश तायल, वाइस चेयरमैन राकेश तायल, डीन डॉ.जेएस सैनी भी मौजूद रहे।
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