एसपी श्री लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने दुर्व्यवहार की शिकायत मिलने पर की त्वरित कार्रवाई. ईएएसआई व ईएचसी सस्पेंड, एसपीओ बर्खास्त. एचकेआरएन के ड्राइवर को भी ड्यूटी से हटाया.
BOL PANIPAT : 17 अप्रैल 2025, पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने युवक के साथ दुर्व्यवाहर की शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रारंभिक जांच उपरांत महज 12 घंटे के भीतर दो पुलिसकर्मियों, एक एसपीओ व एचकेआरएन के ड्राइवर के खिलाफ कड़ा संज्ञान लिया है। पुलिस अधीक्षक ने समालखा डीएसपी नरेंद्र कुमार को मामले की जांच सौंपी थी। जांच रिपोर्ट मिलने पर ईआरवी 560 के इंचार्ज ईएचसी सुशील, सनौली नाका इंचार्ज ईएएसआई शिवकुमार को सस्पेंड किया गया है। ईआरवी पर तैनात एसपीओ सकंद को बर्खास्त किया गया है। वहीं एचकेआरएन के तहत लगे ड्राइवर कुलदीप के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रक्रिया के तहत विभाग को पत्र लिखा है। कुलदीप को फिलहाल ड्यूटी से हटा दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने जिला पुलिसकर्मियों को पुन: साफ व कड़े शब्दों में हिदायत देते हुए कहा कि वे सभी आमजन के साथ सोहार्द पूर्वक व्यवहार करें। दुर्व्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आमजन की सेवा-सुरक्षा व सहयोग करना पुलिस का परम कर्तव्य है। शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
यह था मामला
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दी शिकायत में करन ने बताया कि वह सनौली रोड का रहने वाला है। 16 अप्रैल को अवैध पशु तस्करी की गुप्त सूचना पर वह टीम के साथ सनौली थाने पहुंचे। जहां उन्होंने पुलिस को सूचित किया। सनौली थाना पुलिस यमुना नाका पर खड़ी हो गई। इसके बाद डायल 112 को सूचित किया। पानीपत की ओर से एक बोलेरो गाड़ी आई। जिसको पुलिस की मदद से रूकवाया। उसमें 6 पशु थे। जिनमें चारे-पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। पशुओं को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। पुलिस द्वारा पशुओं की पावती मांगने पर कोई कागज पत्र पेश न कर पाए। जिसको नाके पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने सनौली थाने की तरफ गई।
करन का आरोप था कि कुछ देर बाद डायल 112 वापस आती है और उसे रिश्वत देने का प्रयास करती है। उसने रिश्वत लेने से मना कर दिया। कुछ देर बाद एक बड़ा ट्रक पानीपत की ओर से आया। जिसके अंदर भी करीब 25-30 भैंसें ठूंस-ठूंस कर भरी हई थी। जिसे यमुना नाका पर पुलिस की मदद से रोका गया। दोनों गाड़ियां यमुना पुल पर पुलिस नाका पर रोकी गई थी। इस दौरान जो बोलेरो गाड़ी हमारे सामने डॉयल 112 पकड़ कर ले गई थी वह बहुत तेज गति से उत्तर प्रदेश की तरफ गई।
जिस बारे में डायल 112 पुलिसकर्मियों से पूछा गया कि आप यह गाड़ी थाने में ले गए थे, तो यह यूपी की ओर कैसे चली गई। इसी बात पर पुलिसकर्मी तैश में आ गए और उसके साथ गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। इसके बाद उससे मारपीट करते है और ट्रक जाने दिया। पुलिसकर्मी ने उसकी चोटी पकड़ कर उखाड़ने का प्रयास किया।
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