धोखाधड़ी कर बीमा पॉलिसी पर लोन करवा पैसे हड़पने वाले गिरोह का एक आरोपी गिरफ्तार.
BOL PANIPAT : 15 फरवरी 2025, थाना इसराना पुलिस टीम ने कालखा निवासी युवक की बीमा पॉलिसी पर धोखाधड़ी से लोन करवा पैसे हड़पने की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के एक आरोपी को शुक्रवार देर शाम को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान सुवेब निवासी भापरा हाल किरायेदार न्यू दुर्गा कॉलोनी समालखा के रूप में हुई।
थाना इसराना प्रभारी सब इंस्पेक्टर महिपाल सिंह ने बताया कि थाना इसराना में कालखा निवासी रामेहर पुत्र महाजन ने पुलिस को शिकायत देकर बताया था कि संजय चौक पर स्थित आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल लाईफ इंश्योरेंस कंपनी में उसकी बीमा पॉलिसी है। भापरा गांव निवासी इमरान ने उसकी पॉलिसी में छेड़छाड़ कर अपना बैंक खाता दर्ज कर 1 लाख 14 हजार 705 रूपए का लोन ले लिया। लोन के पैसे आरोपी इमरान के खाते में गए है।
प्रभारी सब इंस्पेक्टर महिपाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद थाना इसराना में अभियोग दर्ज कर तत्वरित कार्रवाई करते हुए जिस खाता में लोन के पैसे गए थे उसे फ्रिज करवाने के साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी थी। पुलिस टीम ने उक्त खाते की डिटेल निकलवा कर चेक कि तो खाते से 50 हजार रूपए एक अन्य खाता में ट्रांसफर होने का विवरण मिला। जांच में पता चला जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किये गए है उसको आरोपी इमरान का छोटा भाई सुवेब प्रयोग करता है।
पुलिस टीम ने शुक्रवार देर शाम आरोपी सुवेब को काबू कर पूछताछ की तो उसने अपने भाई आरोपी इमरान के साथ मिलकर धोखाधड़ी से रामेहर की बीमा पॉलिसी पर लोन करवा कर पैसे हड़पने की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा।
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया उसका बड़ा भाई इमरान पहले आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल लाईफ इंश्योरेंस कंपनी में एजेंट के तौर पर काम करता था। जनवरी 2025 में इमरान ने उसे कहा कि 1 लाख 14 हजार रूपए आने है। उसे रामेहर नाम के व्यक्ति का खाता नंबर और एक केंसिल चेक चाहिए। इमरान ने उससे कहा कि तुम्हारी जानकारी में कोई इस नाम का व्यक्ति है तो बात कर ले उसको इसकी एवज में 15 हजार रूपए दे देंगे। उसे 15 हजार का लालच आ गया और अपने एक दोस्त से रूटीन में बात की। और दोस्त से उसके जानकार रामेहर नाम के व्यक्ति का खाता नंबर व केंसिल चेक लेकर अपने भाई इमरान को दे दिया। उक्त खाते में 1 लाख 14 हजार 705 रूपए आने के बाद उसने भाई इमरान के कहने पर उक्त नगदी अपने खाते में ट्रांसफर करवाने के लिए दोस्त के माध्यम से नंबर खाता धारक को भेजा। उसके खाते में 50 हजार रूपए ऑनलाइन ट्रांफर कर दिए। उस दिन खाते की लिमिट पूरी होने पर बाकी के पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर नही हो सके। अगले दिन उसे पता चला रामेहर का खाता बंद हो गया है।
उसने 30 हजार रूपए भाई इमरान को ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए और 20 हजार रूपए एटीएम से निकलवा कर 16 हजार रूपए इमरान को कैश देकर 4 हजार रूपए अपने पास रख लिए थे।
पूछताछ में आरोपी सुवेब ने पुलिस को बताया वह जिस मोबाइल नंबर व बैंक खाते का प्रयोग कर रहा है वह उसकी एक महिला मित्र का है। आरोपी ने हिस्से में आए 4 हजार रूपए खर्च कर दिए।
प्रभारी सब इंस्पेक्टर महिपाल सिंह ने बताया कि आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त मोबाइल व सिम कार्ड बरामद कर पुलिस ने शनिवार को पूछताछ के बाद आरोपी सुवेब को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से आरोपी की बेल हो गई।
आरोपी सुवेब का पहले भी आपराधिक रिकार्ड होना पाया गया है। आरोपी के खिलाफ जानलेवा हमला व हत्या के थाना समालखा में दो मामले दर्ज है।

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