छात्राओं को मासिक धर्म प्रबंधन पर किया गया जागरूक।
-मासिक धर्म के बारे में झिझक और टैबू को छोड़कर इसके बारे में खुल कर बात करने की जरूरत – संजय कुमार, जिला समन्वयक एमडीडी ऑफ इंडिया।
BOL PANIPAT : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पानीपत, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा एम डी डी आफ इंडिया संस्था के संयुक्त तत्त्वावधान में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सिवाह में माहवारी स्वच्छता एवं प्रबंधन विषय पर छात्राओं के साथ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
स्वास्थ्य विभाग से काउंसलर अंजू गौतम ने छात्राओं को बताया कि माहवारी का चक्र 21 से 31 दिन का हो सकता है तथा इसकी शुरूआत 8 साल से 17 साल की आयु में होती है तथा 45 साल से 55 साल की आयु में माहवारी प्रक्रिया बन्द हो जाती है। तथा माहवारी 3 दिन से 7 दिन की हो सकती है। यह सभी किशोरियों, लड़कियों, महिलाओं की शारीरिक संरचना के अनुसार अलग अलग हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस विषय पर छात्राओं को एक जागरूकता फिल्म भी दिखाई गई।
जिला समन्वयक संजय कुमार ने बताया कि माहवारी के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। माहवारी के दौरान हमें स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है इन विशेष दिनों में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। माहवारी के दौरान आप कहीं भी आ जा सकते हैं, कोई भी काम कर सकते हैं।
सामुदायिक कार्यकर्ता पायल ने बाल विवाह निरोधक अधिनियम 2006 के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्हें बाल विवाह मुक्त भारत बनाने को लेकर शपथ दिलाई। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम को लेकर कहा कि इस अधिनियम का पालन करना सभी की जिम्मेदारी बनती है तथा यह अधिनियम लड़कियों को उनके सपनों को साकार करने में मदद करता है।
इस अवसर पर एम डी डी आफ इंडिया की तरफ से जिला समन्वयक संजय कुमार, सामुदायिक कार्यकर्ता पायल, स्वास्थ्य विभाग से काउंसलर अंजू गौतम, प्रधानाचार्य संतोष, अध्यापिका प्रियंका, प्रमिला, प्रीति, सोनिया, दीपिका, अमित, महिला एवं बाल विकास विभाग से सुपरवाइजर सोनिया के अलावा समस्त स्कूल स्टाफ व छात्र छात्राएं शामिल रही।
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