एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में सात दिवसीय विशेष राष्ट्रीय सेवा योजना कैंप का शानदार आगाज
–साइबर क्राइम के शिकार व्यक्ति को पुलिस की मदद लेने में संकोच, शर्म और देरी बिलकुल नहीं करनी चाहिए: रोशन लाल सचदेवा पूर्व मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक
–स्वयंसेवकों को सृजनात्मक और रचनात्मक सामाजिक कार्यों में प्रवृत्त करना कैंप का मूल इद्देश्य: डॉ अनुपम अरोड़ा
BOL PANIPAT , 11 मार्च, एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में सात दिवसीय विशेष एनएसएस कैंप के पहले दिन मुख्य अतिथि और वक्ता पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व मैनेजर रोशन लाल सचदेवा ने ‘साइबर क्राइम’ पर व्याख्यान देते हुए युवा स्वयंसेवकों को आर्थिक लेंन-देन के सही और सुरक्षित तरीके और सलीके सिखाये । माननीय मेहमान का स्वागत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा, कैंप सेक्रेटरी डॉ राकेश गर्ग और डॉ संतोष कुमारी ने पौधा रोपित गमले भेंट करके किया । 11 से 17 मार्च तक चलने वाले इस आवासीय कैंप में कॉलेज के 112 स्वयंसेवक हिस्सा ले रहे है । सभी स्वयंसेवकों के रहने और भोजन की पूर्ण व्यवस्था कॉलेज में की गई है । कैंप के पहले दिन की शुरुआत प्रात: योग और ध्यान शिविर से हुई जिसमें सभी एनएसएस स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया । तत्पश्चात सुबह के नाश्ते के उपरान्त स्वयंसेवकों ने कार्यशाला और व्याख्यान में हिस्सा लिया । दोपहर के सत्र में स्वयंसेवकों ने कॉलेज और इसके आस-पास के इलाके की साफ़-सफाई की । सांस्कृतिक गतिविधियों के उपरान्त स्वयंसेवकों ने रात्री के भोजन के उपरान्त ‘परिचय सत्र’ में भाग लिया जहाँ सभी को उनके कर्तव्य आबंटित किये गए और उनका मार्गदर्शन किया गया । विदित रहे कि कैंप को एनएसएस सेल कुरुक्षेत्र विश्वविधालय कुरुक्षेत्र का संरक्षण तथा राज्य एनएसएस सेल उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा सरकार का मार्गदर्शन हासिल है । स्वयंसेवकों ने भारत सरकार द्वारा आयोजित विकसित भारत युवा संसद में आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतू जागरूकता अभियान चलाया जिसमें पंजीकरण कराने की तिथि 9 मार्च से बढाकर 16 मार्च की गयी है । इस कैंप का थीम ‘युवाओं के लिए मेरा भारत और डिजिटल साक्षरता’ है ।
रोशन लाल सचदेवा पूर्व मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक पानीपत ने कहा कि यदि ओटीपी की मदद से कोई हमारे पैसे निकाल ले तो हमें बिना वक्त गवाएं 1930 साइबर हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करनी चाहिए । हम cybercrime.gov.in साईट पर जाकर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते है । जितनी जल्दी हम अपनी शिकायत दर्ज करवाएंगे उतना ही फायदा हमें होगा । हमें भूल कर भी अपना ओटीपी किसी को नहीं देना चाहिए और अनचाहे लिंक एवं इमेल पर क्लिक नहीं करना चाहिए । हमें आसान संख्या वाले, अपना जन्मदिन, अपनी गाड़ी के नंबर आदि जैसे पासवर्ड नहीं बनाने चाहिए । साइबर फिशिंग के माध्यम से किसी के पास स्पैम ईमेल भेजी जाती है ताकि वह व्यक्ति अपनी निजी जानकारी दे और उस जानकारी से फिर उसका नुकसान कर दिया जाए । ऐसी इमेल ज्यादातर आकर्षक होती है । डेटा उल्लंघन एक सुरक्षा उल्लंघन है जिसमें संवेदनशील, संरक्षित या गोपनीय डेटा की प्रतिलिपि बनाई, प्रेषित, देखी या चुराई जाती है । ऐसी घटनाएं व्यक्तिगत लाभ या द्वेष (ब्लैक हैट्स), संगठित अपराध, राजनीतिक कार्यकर्ताओं या राष्ट्रीय सरकारों के लिए हैक करने वाले व्यक्तियों द्वारा की जाती है । फोटो मोर्फिंग तकनीक और फेक यूआरएल पर भी उन्होनें विस्तार से चर्चा की और इनसे बचने की सलाह दी । साइबर अपराध एक ऐसा अपराध है जिसमें कंप्यूटर, आईओटी, मोबाईल, टेब और नेटवर्क इत्यादि शामिल होते है । किसी भी कंप्यूटर का अपराधिक स्थान पर मिलना या कंप्यूटर से कोई अपराध करना ही साइबर क्राइम कहलाता है । किसी की निजी जानकारी को कंप्यूटर से निकाल लेना या फिर चोरी कर लेना भी साइबर अपराध का ही हिस्सा है । कंप्यूटर अपराध भी कई प्रकार से किये जाते है जैसे कि जानकारी चोरी करना, जानकारी मिटाना, जानकारी मे फेर-बदल करना, किसी कि जानकारी को किसी और को देना । साइबर क्राइम में स्पैम ईमेल, हैकिंग, फिशिंग, वायरस को डालना, किसी की जानकारी को ऑनलाइन प्राप्त करना या किसी पर हर वक़्त नजर रखना आदि भी शामिल होते है । साइबर क्राइम के घटित होने का सबसे बड़ा कारण लोभ, लालच और झांसा है ।
प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि इस प्रकार के कैंपो से छात्र-छात्राओं के आत्मविश्वास में तो वृद्धि होती ही है साथ ही उनके मन में देश और समाज को समझने और बदलने का जज्बा भी पैदा होता है । वे सृजनात्मक और रचनात्मक सामाजिक कार्यों में खुद को प्रवृत्त कर सके, स्वयं तथा समुदाय के ज्ञान में वृद्धि कर सके, समस्याओं को हल करने में स्वयं की प्रतिभा का व्यावहारिक उपयोग कर सके – यही इस कैंप का मूल उद्देश्य है ।
डॉ राकेश गर्ग प्रोग्राम ऑफिसर ने कहा कि इस कैंप में स्वयंसेवक वित्तीय, जल संरक्षण, प्रदूषण और पर्यावरण संतुलन, स्वच्छता, लैंगिक समानता, साक्षरता, परिवार कल्याण और पोषण, महिलाओं की स्थिति एवं इसके सुधार के उपाय, आपदा राहत तथा पुनर्वास, समाज में व्याप्त बुराईयाँ, डिजिटल भारत, कौशल भारत, योग आदि जैसे विषयों पर व्यावहारिक ज्ञान एवं प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे और अपने प्रयासों से भविष्य में राष्ट्र के निर्माण में अपना स्थान और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करेंगे । उन्होनें कहा कि साइबर क्राइम को कुछ लोग वितीय क्राइम से जोड़कर ही देखते है जबकि ऐसा नहीं है । मोर्फिंग साइबर क्राइम का दूसरा घिनोना रूप है और युवाओं को इससे खासतौर पर बचना चाहिए ।
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