‘अनजान राहें-अनजान पथिक’ पुस्तक का विमोचन.
BOL PANIPAT : 29 अगस्त 2024, मौलिक शिक्षा अधिकारी, पानीपत के कार्यालय में सतपाल चौहान लिखित पुस्तक ‘अनजान राहें अनजान पथिक’ नामक पुस्तक का विमोचन किया गया । इस पुस्तक का विमोचन मौलिक शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र भारद्वाज और खण्ड शिक्षा अधिकारी बिजेन्द्र कुमार हुड्डा ने संयुक्त रूप से किया । इस अवसर का श्रेय सुभाष चंद्र पंवार, प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, तहसील कैम्प, पानीपत को जाता है । अनजान राहें अनजान पथिक पुस्तक में 30 कविताओं का संकलन है । जिनमें से प्रमुख कविताएं उपेक्षित फूल, माॅं से ही तो सीखा है, अर्थी चली कंगाल की व बेटियां अमृत की बूंद आदि रही । सतपाल चौहान एक जे.बी.टी. अध्यापक हैं और कविताओं का शौक बचपन से ही रहा है । इसके अलावा भी कई मंचों पर अपनी कविताओं का पाठ कर चुके हैं और अनगिनत उपहारों से उन्हें सम्मानित किया जा चुका हैं । मौलिक शिक्षा अधिकारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी ने पुस्तक के विमोचन पर सतपाल चौहान को बधाई दी और कविताओं की भूरी-भूरी प्रशंसा की । दोनों अधिकारियों ने उन्हें भविष्य में भी ज्वलंत विषयों व बच्चों पर भी कविताएं लिखने के लिए प्रेरित किया । इस अवसर पर विक्रम सहरावत, बी.आर.सी, अनिल मलिक जिला प्रधान प्राइमरी अध्यापक वैलफेयर ऐसोसिएशन, जयपाल प्रिंसिपल, कंवर पाल प्रिंसिपल, प्रदीप राणा प्रिंसिपल, जोगिन्द्र प्रिंसिपल , सरोज बाला, विजय पाल, तेज प्रताप सिंह, अशोक कुमार, सरिता मलिक, अजीत कुमार, धर्मवीर दहिया आदि उपस्थित थे। सभी ने सतपाल चौहान को पुस्तक विमोचन पर बधाई दी । शिक्षक साथी संतोष कुमारी, प्रीति चानना, मंजू राणा, धर्मबीर दहिया ने कवि को कविताएं लिखने के लिए प्रोत्साहित किया।
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