एसडी पीजी कॉलेज पानीपत के एमएससी केमिस्ट्री के दो होनहार छात्रों का बनारस हिन्दू विश्वविधालय वाराणसी और आईआईटी जोधपुर में पीएचडी में चयन
दोनों छात्रों ने नेट की परीक्षा भी उतीर्ण करके दूसरे छात्रों के लिए पेश की नज़ीर
रसायन शास्त्र का भविष्य स्वर्णिम है और कॉलेज को इन दोनों छात्रों की उपलब्धियों पर गर्व है: डॉ अनुपम अरोड़ा
BOL PANIPAT , 20 मार्च, एसडी पीजी कॉलेज पानीपत के एमएससी केमिस्ट्री के दो होनहार छात्रों का बनारस हिन्दू विश्वविधालय वाराणसी और आईआईटी जोधपुर में पीएचडी कोर्स में चयन हो गया है जिससे कॉलेज में उत्सव और गर्व का माहौल है । छात्र निखिल ने 2024 में सीएसआईआर की परीक्षा में नेट एवं जेआरऍफ़ को सफलता पूर्वक उतीर्ण करके आल इंडिया स्तर पर 66वां रैंक हासिल किया जिसके दम पर उन्हें प्रख्यात हिन्दू विश्वविधालय वाराणसी में रसायन शास्त्र विभाग में पीएचडी करने का अवसर मिला है । छात्र निखिल इसके साथ-साथ गेट 2025 की परीक्षा में भी आल इंडिया स्तर पर 193वां रैंक हासिल किया है ।
इसी प्रकार छात्र लवप्रीत ने गेट की परीक्षा को सफलता पूर्वक उतीर्ण करके आल इंडिया स्तर पर 569वां रैंक हासिल किया जिसके बल पर उन्हें मशहूर आईआईटी जोधपुर में पीएचडी करने का अवसर मिला है । छात्र लवप्रीत ने नेट की परीक्षा में भी आल इंडिया स्तर पर दो बार 47वां और 48वां रैंक हासिल किया है ।
दोनों छात्रों की विलक्षण उपलब्धि की जानकारी कॉलेज प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने दी और उन्होनें मेधावी छात्रों पर गर्व करते हुए निखिल और लवप्रीत की मेहनत और लगन की भरपूर सराहना की । रसायन स्नातकोत्तर विभाग से प्रो मयंक अरोड़ा, डॉ प्रोमिला, प्रो शिवी, प्रो कीर्ति और प्रो प्रियंका ने निखिल और लवप्रीत की उपलब्धि की जमकर तारीफ़ की और उनके भविष्य को उज्जवल और सुनहरा बताया । विदित रहे कि एसडी पीजी कॉलेज कुरुक्षेत्र विश्वविधालय रसायन विभाग के अतिरिक्त एमएससी केमिस्ट्री विषय को प्रारम्भ करने वाला एक अग्रणी कॉलेज है जिससे जिले और आस-पास के राज्यों के विद्यार्थियों को अत्यधिक फायदा हुआ है । हर्ष की बात यह है कि इस पाठ्यक्रम के प्रारम्भ होने के बाद से ही एमएससी रसायन के अनेकों विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी मेरिट लिस्ट और अन्य उपलब्धियों में सर्वोच्च स्थान पाकर अपना भविष्य उज्जवल किया है और कॉलेज को गौरवान्वित किया है । आज का परिणाम एक बार फिर उसी उज्जवल परिपाटी का ध्योतक है जिसे कॉलेज साल-दर-साल साबित करता आ रहा है ।
प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि कॉलेज में एमएससी रसायन शास्त्र कोर्स को लेकर एसडी पीजी कॉलेज प्रबंधकारिणी शुरू से ही प्रयासरत और सकारात्मक रही है । एमएससी केमिस्ट्री के विद्यार्थियों ने भी कॉलेज के इस फैसले को अपनी मेहनत और परिणामों के बल पर सार्थक साबित किया है और प्रत्येक वर्ष हर सेमेस्टर में छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन शानदार रहा है । निखिल और लवप्रीत ने मेहनत और लगन के बल पर बीएचयू वाराणसी एवं आईआईटी जोधपुर में पीएचडी कोर्स में स्थान पाकर कॉलेज का मान बढ़ाया है । इतने बड़े और नामी संस्थानों में अपनी जगह बनाना कोई साधारण उपलब्धि नहीं होती है । यह एक विलक्षण उपलब्धि है जिसने कॉलेज इतिहास में नई जगह बनाई है । उन्होनें रसायन विभाग के सभी प्राध्यापकों और एसडी पीजी कॉलेज प्रबंधकारिणी की ह्रदय से तारीफ़ करते हुए कहा कि यह सभी की मेहनत का परिणाम है । रसायन विषय में निपुण विद्यार्थियों के लिए कैरियर में बहुत सारे विकल्प मौजूद है । कॉलेजों, विश्वविधालयों और संस्थानों में युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर तो है ही साथ ही अनुसंधान, इंडस्ट्रीज और तकनीक के क्षेत्र में भी कितने ही आयाम रसायन शास्त्र को उपलब्ध है । हम सभी जानते है कि विभिन्न प्रकार के नए-नए आविष्कारों से नई-नई प्रोद्योगिकी का निजात होता है । रसायन शास्त्र की हर नई खोज मानव जीवन के दैनिक कार्यों को सुगम बनाती है जिससे हमारा जीवन अधिक सुविधाजनक हो पाता है । रसायन शास्त्र का भविष्य पहले भी स्वर्णिम था और आगे भी रहेगा ।
दिनेश गोयल प्रधान ने अपने सन्देश में कहा कि इन दोनों विद्यार्थियों ने एक बार फिर उन्हें गौरवान्वित किया है । इन विद्यार्थियों ने जो हासिल किया है वह दूसरे विद्यार्थियो के लिए अनुसरण करने का अवसर बनेगा । कॉलेज प्रबंधकारिणी अपने हर विद्यार्थी के उज्जवल भविष्य को लेकर पूरी तरह दृढ संकल्प है और यहाँ के विद्यार्थी नैतिक एवं व्यवहारिक शिक्षा पाकर समाज और मानवता की सेवा करे यही उनकी कामना है । उन्होनें कहा कि रसायन शास्त्र में पीएचडी या फिर नेट पास करके विद्यार्थी किसी सरकारी, निजी एवं शैक्षिक संस्थान में रोजगार प्राप्त कर सकता है या शोध, अनुसंधान और तकनीक की दिशा में आगे बढ़ सकता है । मेहनती छात्र-छात्रा को ऊँचा मुकाम पाने से कोई नहीं रोक सकता है बशर्ते वे अपने लक्ष्य पर पूरी तरह केन्द्रित रह कर आगे बढ़ते रहे । उन्होनें कहा कि आज के प्रतियोगी युग में सफल होने के लिए वृहद् एवं व्यावहारिक ज्ञान का होना बहुत जरुरी है । इन विद्यार्थियों की सफलता के लिए उन्होनें पूरे स्नातकोत्तर विभाग के प्रयासों की सराहना की । ऐसे विद्यार्थी जहाँ एक तरफ प्रोफेसर, टीचर या वैज्ञानिक बनकर दूसरों को भी विज्ञान के प्रति जागरूक करते है वहीँ वे रिसर्चर बनकर नए-नए पदार्थ मानव सेवा को अर्पित करेंगे ।
निखिल और लवप्रीत ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, प्राध्यापकों और प्रबंधकारिणी को दिया । उन्होनें विश्वास दिलाया कि वे इसी तरह मेहनत और लगन के साथ अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ते रहेंगे और आगे भी अपने माता-पिता, कॉलेज और अपने प्राध्यापकों को गौरवान्वित करेंगे ।
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