एसडी पीजी कॉलेज में उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा एवं हरियाणा योग आयोग के निर्देशानुसार सूर्य नमस्कार समारोह का ओजपूर्ण आयोजन
शरीर के और मन के उत्तम स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा टॉनिक है सूर्य नमस्कार: डॉ अनुपम अरोड़ा
कॉलेज शारीरिक शिक्षा विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में हुआ आयोजन
BOL PANIPAT , 11 फरवरी, एसडी पीजी कॉलेज में उच्चतर शिक्षा विभाग एवं हरियाणा योग आयोग के निर्देशानुसार सूर्य नमस्कार अभियान का ओजपूर्ण आयोजन कॉलेज के शारीरिक शिक्षा विभाग और एनएसएस के संयुक्त तत्वाधान में हुआ । विदित रहे कि यह अभियान 12 जनवरी से 12 फरवरी तक हरियाणा के सभी कालेजों और स्कूलों में आयोजित किया गया जिसमें प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों ने भाग लिया । इसी कड़ी में आज के सूर्य नमस्कार की अगुआई खुद कॉलेज प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने की और सभी को सूर्य नमस्कार के फायदों एवं इसके महत्व के बारे अवगत कराया और सूर्य नमस्कार कर के दिखाया । उनके साथ शारीरिक शिक्षा विभागाध्यक्षा डॉ सुशीला बेनीवाल, एनएसएस अधिकारी डॉ राकेश गर्ग, प्रो अन्नू आहूजा, डॉ एसके वर्मा, डॉ (लेफ्टिनेंट) बलजिंदर सिंह, कोच अंकुश मलिक, प्रो आनंद समेत अन्य स्टाफ सदस्य और लगभग 250 विद्यार्थी उपस्थित रहे । कॉलेज में सूर्य नमस्कार की विधिवत शुरुआत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने संस्कृत श्लोकोच्चारण के साथ की जिससे सारा माहौल ओजपूर्ण एवं तेजस्वी हो गया ।
प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि मन और शरीर की तंदुरुस्ती के लिए सबसे बड़ा टॉनिक सूर्य नमस्कार है । असल में सूर्य नमस्कार भी एक तरह का योग आसन ही है । इसमें शरीर के 10 अंग एक के बाद एक काम में आते हैं और 12 चरणों में 8 तरह के आसन मिलकर एक सूर्य नमस्कार को पूरा करते हैं । कुल मिलाकर सूर्य नमस्कार शरीर के हर अंग की सेहत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण योग आसन है । सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है । यह अकेला अभ्यास ही हमारे सम्पूर्ण शरीर का व्यायाम करा देता है । इसके दैनिक अभ्यास से हमारा शरीर निरोगी, स्वस्थ और चेहरा ओजपूर्ण हो जाता है । महिलायें हों या पुरुष, बच्चे हों या वृद्ध, सूर्य नमस्कार सभी के लिए बहुत लाभदायक होता है । उन्होनें कहा कि सूर्य नमस्कार कम से कम पांच बार करना चाहिए लेकिन शुरुआत के समय हमें इसे अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार करना चाहिए । सूर्य नमस्कार हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करता है, शरीर को लचीला बनाता है, हमारा वजन कम करने में मददगार होता है, हमारी शारीरिक मुद्राओं में सुधार लाता है, हमारी हड्डियों को मजबूत करता है, तनाव को कम करने में लाभदायक है, कब्ज और अनिद्रा की समस्या को दूर करता है । यदि हम योग के सारे आसनों के बजाय सिर्फ सूर्य नमस्कार को ही शिद्दत से निभा ले तो इसके हमें बेशुमार फायदे मिलेंगे ।
डॉ राकेश गर्ग ने कहा कि सूर्य नमस्कार सुबह के समय खुले में पूर्व दिशा में उगते सूरज की ओर करना चाहिए । उगते सूर्य के प्रकाश से हमारे शरीर को विटामिन डी मिलता है, हड्डियां मज़बूत होती हैं, त्वचा स्वस्थ रहती है और मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलती है । सूर्य नमस्कार के आसन, हल्के व्यायाम और योगासनो के बीच की कड़ी की तरह है और खाली पेट कभी भी किए जा सकते हैं ।
डॉ सुशीला बेनीवाल ने कहा कि यदि सूर्य नमस्कार दोपहर में भी किया जाता है तो भी यह शरीर को तत्काल ऊर्जा से भर देता है । यदि सूर्य नमस्कार तेज गति के साथ किया जाए तो बहुत अच्छा व्यायाम साबित हो सकता है । वजन और मोटापा घटाने में तो सूर्य नमस्कार रामबाण साबित हो सकता है ।
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