विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया गया।
BOL PANIPAT : सनौली रोड आदर्श कालोनी स्थित भगवान परशुराम मन्दिर में द्वादशी के अवसर पर आज विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कई संत महापुरूषों ने भाग लिया। जिनमें स्वामी दयानन्द सस्वती (मुरथल), महन्त गोस्वामी वेद प्रकाश जी महाराज (गुरूगद्दी गाहड़ू लाल) स्वामी आनन्द प्रकाश जी महाराज (दुखभंजन दरबार पानीपत), सुरेन्द्र शाह जी महाराज, स्वामी अनुभूतानंद जी महाराज (अखण्ड हरिधाम रोहतक) एवं ब्रह्मर्षि श्री नाथ जी महाराज ने भाग लिया। यज्ञ के पश्चात सत्संग का आयोजन हुआ जिनमें वक्ताओं ने गुरू महिमा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर सुरेन्द्र शाह जी महाराज ने कहा कि यदि आप गुरू के पास एक कदम चलकर जाओगे तो गुरू कई कदम बढ़कर आपकी तरफ आएगा। गोस्चामी वेदप्रकाश ने मातृशक्ति का आह्वान करते हुए कहा कि वे अपनी संतान में अच्छे संस्कार डालें ताकि वे आगे चलकर देश और धर्म की रक्षा कर सकें। स्वामी आनन्द प्रकाश ने कहा कि भारत को विश्व गुरू कहा जाता है। यह सब भारत की संस्कृति, धर्म और संतों के कारण कहा गया है। स्वामी दयानन्द सरस्वती जी ने कहा कि अगर हम गुरू की कही हुई बातों को मानें तो इससे गुरू प्रसन्न हो जाते हैं और यहीं मोक्ष का सबसे बड़ा साधन है। ब्रह्मर्षि श्री नाथ जी महाराज ने कहा कि ज्येष्ठ मास की द्वादशी के दिन आज से लगभग 400 वर्ष पूर्व गुरू लाल नाथ जी ने जीवित समाधि ली थी, अतः इस दिन को उनकी संगत द्वारा सत्संग, कथा, कीर्तन के द्वारा मनाया जाता है। मंच संचालन लेखराज जताना ने किया। इससे पूर्व रूद्र जटाधारी ने अपने भजनों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। मंच संचालन इस अवसर पर डॉ. महेन्द्र शर्मा, गौरव शर्मा, विक्रमजीत शर्मा, जे.पी. शर्मा, अशीम शर्मा, वेद शर्मा, दीपक शर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, आदि उपस्थित थे।
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