तकनीकी क्षेत्र में युवाओं को करनी होगी कठोर मेहनत. तभी बनेंगे युवा आने वाले समय में भारत का स्वर्णिम भविष्य : शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा
-शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने तकनीकी शिक्षा निदेशालय की फैक्लटी एक्सपोजर विजिट को जाने वाली बस को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
-मंत्री का संस्थान पहुंचने पर डीजी प्रभजोत ने किया बुके देकर अभिनंदन
-फैक्लटी एक्सपोजर विजिट में भाग ले रहें इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल व इंस्ट्रूमेटेशन से संबंधित 65 शिक्षक
BOL PANIPAT , 10 फरवरी। महर्षि कश्यप राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, जाटल में सोमवार को हरियाणा के उच्च शिक्षा, अभिलेखागार, संसदीय मामले व स्कूल शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने सरकारी इंजीनियरिंग, बहुतकनीकी संस्थानों के इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल व इंस्ट्रूमेटेशन से संबंधित 65 शिक्षकों की पहली एक्सपोजर विजिट का फ्लैग ऑफ करने के बाद सभागार में संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण एवं उच्च संस्थानों के दौरे से उनके शिक्षण एवं प्रेक्टिकल की गुणवत्ता में सुधार होगा। नये आयाम जो कि विद्यार्थियों को रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लगाव देश के युवा एवं विद्यार्थियों पर केंद्रित है क्योंकि ये ही युवा आने वाले समय में भारत का भविष्य बनेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा के बच्चों को पैरों पर खड़ा होने के लिए कठोर मेहनत करनी होगी। इस क्षेत्र में नया करने पर विचार करना होगा। विजन तय करके अच्छे से कार्य करना होगा। हमें अपने कार्य को और गति देनी होगी। विद्यार्थियों को अच्छी कमांड मिलें उस पर ओर जोर देने की आवश्यकता है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। अच्छे परिणाम को लेकर हमें प्रयास करने की ओर जरूरत है। इसमें किसी तरह की कोताही न बरतें। संस्थानों में 2025 के सत्र में इसकी शुरूआत दिखाई देनी चाहिए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 2047 के विकसित भारत को लेकर तैयारियां की जा रही है। भारत में पूरी दुनिया के सामने चुनौती रखी है। सारी दुनिया एक टक होकर भारत की तरफ देख रही है। जब भारत आजादी का सौंवा साल मनायेगा तो उस वक्त पूरी तरह से भारत विकसित हो चुका होगा। इस संकल्प को लेकर हमें कार्य करने की जरूरत है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि संकाय प्रदर्शन यात्रा में जाने वाले विभिन्न संस्थानों के बहुतकनीकी संस्थानों के इलेक्ट्रानिक्स व इंस्ट्रूमेटेशन से संबंधित शिक्षकों का आह्वान किया कि वे अच्छी तकनीक का इजाद करें व अपने अनुभव को साझा करना न भूलें। शोध क्षेत्र में जाने वालों की सूची बनायें व अपने कार्य की विडियों भी बनायें।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रतिभा का लाभ सबको मिलें। संस्थानों को ऐसे रास्ते खोजने की आवश्यकता है। राष्टï्रीय शिक्षा नीति में बहुत कुछ नया है। जो बहुत कुछ प्रभाव देगा। उन्होंने कहा कि विश्व गुरू बनने के लिए संकल्प के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।
इस मौके पर तकनीकी शिक्षा विभाग के महानिदेशक प्रभजोत सिंह (आईएएस)ने कई तकनीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पीएचडी के लिए भी दरवाजे खुले है। उन्होंने कहा कि फैक्लटी एक्सपोजर में जाने वाले फैक्लटी मैंबर को आईआईटी जैसे प्रतिष्ठिïत संस्थानों से उनके प्रयोगशाला एक्सपोजर फैक्लटी विद्यार्थी विचार विमर्श को ध्यान से समझना होगा।
इस मौके पर तकनीकी शिक्षा के निदेशक केके कटारिया, अतिरिक्त निदेशक अनिल सहरावत, उपनिदेशक रेनू आर्य, संस्थान प्रधानाचार्य राजीव नरवाल, प्रधानाचार्य नीलोखेड़ी ज्वाला प्रसाद, प्रताप सिंह चेची प्रधानाचार्य जीपी मंदकोला, बहुतकनीकी संस्थान पलवल, प्रधानाचार्य राजकीय बहुतकनीकी संस्थान सांपला गीता गुलिया, जितेंद्र, प्राध्यापक गुलशन आर्य, उपनिदेशक श्री बलवान, सहायक राकेश सांगवान, वरिष्ठï प्राध्यापक कृष्ण चहल, प्राध्यापक गुलशन आर्य के अलावा विभिन्न संस्थानों के फैक्लटी मैंबर मौजूद रहें।
हरियाणा सरकार युवाओं व शिक्षा को लेकर अत्याधिक अग्रणी रही है। इसी तत्वाधान में एक नया अध्याय जुडऩे जा रहा है। आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर हरियाणा के बहुतकनीकी संस्थानों में नये आधुनिक कोर्स, इंजेलिजेंस साइबर सेक्यूरिटी शुरू करने में मदद मिलेगी जो समय की मांग है। इससे आईआईटी दिल्ली एवं बहुतकनीकी संस्थानों के बीच एक नया शैक्षणिक संबंध इस दौरे से स्थापित होगा। कौशल क्षमता को बढ़ावा मिलेगा। बहुतकनीकी संस्थानों में आधुनिक कोर्स के लिए अध्ययन सामग्री एवं प्रयोगशाला हेतु उपकरण संबंधी जानकारी भी मिलेगी।
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