राज्य सरकार की आठ वर्ष की उपलब्धियों को दर्शाती प्रदर्शनी
BOL PANIPAT , 2 दिसंबर। आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रांगण में सूचना जन सम्पर्क एवं भाषा ,विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी लोगों के विशेष आकर्षण का केंद्र रही। बड़ी संख्या में दर्शकों ने प्रदर्शनी में पहुंच कर सरकार की योजनाओं की जानकारी ली। प्रदर्शनी में राज्य सरकार की पिछले आठ वर्ष की उपलब्धियों को जहां दर्शाया गया था वहीं गीता के बारे में महापुरूषों के दृष्किोण पर भी प्रकाश डाला गया था। प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए पानीपत ग्रामीण से विधायक महिपाल ढांडा ने कहा कि राज्य सरकार का आठ वर्ष का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा है। राज्य सरकार ने शिक्षा, स्वास्थय जैसे अनेक क्षेत्र में उम्मीद से बढकऱ कार्य किया है। मुख्यमंत्री मनाहर लाल के पप्रयास रंग ला रहे हैं। हरियाणा में खेलों के जरीये रोजगार सुनिश्चित किया गया है।
उन्होंने कहा कि आठ वर्षों में राज्य सरकार ने खेलों को आगे बढ़ाने में विशेष योगदान दिया। जल संरक्षण जैसे कार्य को लेकर सरकार द्वारा नई पहल की गई। आज नल के जरीये हर घर में जल पहुंच रहा है।
उपायुक्त सुशील सारवान ने बताया कि लोगों का सुशासन के प्रति विश्वास बढा है। सीएम विंडों के जरीये शिकायतों का निपटान किया जा रहा है सरकार की यह बड़ी उपलब्धी है। म्हारा ग्राम विकास योजना से ग्रामीण लाभंवित हो रहे हैं।
प्रदर्शनी में विभाग द्वारा बड़े-बड़े स्टेंडिग कट-आउट के माध्यम से अंबाला का विद्रोह व आज़ादी के आंदोलन में रोहनात की भूमिका को भी अंकित किया गया था। प्रदर्शनी में राष्टï्र पिता महात्मा गांधी की नजऱ में गीता के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया था। गीता को लेकर बापू ने कहा था गीता मेरा प्राणतत्व है।
प्रदर्शनी में राम प्रसाद बिस्मील के विचारों को भी दृशाया गया था जिसमें उल्लेख किया गया था कि जिस वक्त रामप्रसाद बिस्मिल को फांसी पर चढ़ाया गया तो उन्हें कहा था मुझे मृत्यु से भय नहीं , मैं तो हर पल को मुस्करा कर जीना चाहता हूं। यह मैनें गीता से सीखा है।
लाल बहादुर शास्त्री की वे पंक्तियां भी प्रदर्शनी का हिस्सा थी जिसमें लिखा था गीता का अध्ययन करने से सभी समस्याएं अपने आप सुलझ जाती है। आजादी के लिए ब्रिटिश शासन के खिलाफ लडऩे वाले नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था की दृढता से खड़ा होने का सबसे बड़ा प्रेरक श्रीमदभगवद्गगीता है।
महर्षि अरविंद घोष ने कहा था मानव जाति का शाश्वत शास्त्र जिसे प्रत्येक काल एवं प्रत्येक सभ्यता के लिए संदेश निहित है वो गीता है। कॉलेज प्रांगण में लगाई गई विभाग की यह प्रदर्शनी लोगों को विशेष संदेश दे रही थी। प्रदर्शनी में राजा नाहर सिंह बल्लभगढ, आजादी के परवाने लाला लाजपत राय झज्जर के नवाब अबदुल हमान खां भी प्रदर्शनी का हिस्सा थे।
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