पीआरपीसी में ऑनसाइट आपदा ड्रिल का अभ्यास सफलतापूर्वक सम्पन्न.
BOL PANIPAT : पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स (पीआरपीसी) द्वारा आग एवं गैस जैसे खतरे से निपटने के लिए दिनांक 30 सितंबर, 2024 को पानीपत रिफ़ाइनरी में विभिन्न विभागों के द्वारा नैफ्था रिसाव और आग के खतरे से निपटने की तैयारियों के सही आकलन करने हेतु एक ऑनसाइट आपदा ड्रिल का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
इस परिदृश्य में, एवीयू II प्लांट के नैफ्था स्प्लिटर O/H सेपरेटर (59-V-01) से जुड़े चार्ज पंप 59P-01A/B की डिस्चार्ज लाइन के एल्बो से 50 मिमी बड़ा रिसाव दर्शाया गया, जिससे नैफ्था लीक हुआ और आग लग गई को दर्शाया गया । अपराह्न 15:42 बजे इस लीक की सूचना मिलने पर फायर स्टेशन से दमकल गाड़ियाँ तुरंत साइट पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने श्वास यंत्र पहनकर वाटर स्प्रे के माध्यम से आपातकालीन नियंत्रण कार्य शुरू किया। अग्नि एवं सुरक्षा प्रभारी ने 15:54 बजे, शिफ्ट मैनेजर से चर्चा के बाद, आपातकालीन सायरन (L1) बजाने का आदेश दिया। 16:12 बजे लीक बढ़ने लगा और पास की ढीली विद्युत फिटिंग से प्रज्वलित होकर विस्फोट और आग फैल गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, 16:14 बजे मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) हंसराज गणवीर ने कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख एम एल डहरिया से संपर्क कर इसे एल-2 आपदा घोषित किया।
नैफ्था लीक रोकने के लिए फीड कंट्रोल वाल्व बंद किया गया, और एनएसयू कॉलम व वेसल को दबावमुक्त करने के लिए रिफ्लक्स कंट्रोल वाल्व बंद कर फ्लेयर कंट्रोल वाल्व खोला गया। आसपास के उपकरणों में लगी आग को फोम और डीसीपी से बुझाया गया। पंप सक्षन और डिस्चार्ज वाल्व को उत्पादन और अग्नि सुरक्षा टीम की देखरेख में मैकेनिकल टीम द्वारा बंद किया गया। एम एल डहरिया ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का आकलन कर 17:10 बजे स्थिति सामान्य घोषित की।
आपदा ड्रिल के बाद आयोजित समीक्षा बैठक में, एम एल डहरिया और वरिष्ठ अधिकारियों ने आपातकालीन समन्वयकों की रिपोर्ट की समीक्षा की। एम एल डहरिया ने मॉक ड्रिल की सफलता की सराहना करते हुए इसे और बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रस्तुत किए।
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