सैनिक सुनील मलिक का गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुआ अंतिम संस्कार
-सैनिक के संस्कार में जिले के विभिन्न पूर्व सैनिक और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे
-भारत माता के जयकारों के साथ पैतृक गांव में सैनिक का किया अंतिम संस्कार
-प्रशासन की तरफ से एसडीएम इसराना आशीष कुमार, तहसीलदार नरेंद्र व नायब तहसीलदार अस्तिव ने दी श्रद्धाजंली
BOL PANIPAT, 5 मार्च। भारतीय सेना में सेवाएं प्रदान करने वाले बहादुर सैनिक 38 वर्षीय सुनील मलिक का उनके पैतृक गांव लाखु बुआना में बुधवार को गार्ड आफ ऑनर देकर सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके संस्कार में जिले भर से सेना के सैनिक, पूर्व सैनिक और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। उपायुक्त डॉ. विरेंद्र कुमार दहिया ने सैनिक सुनील मलिक को श्रद्धाजंली दी व दुखी परिवार सांत्वना दी।
विदित रहे की सैनिक सुनील कुमार का पश्चिमी बंगाल के पाना गढ में ड्यूटी के दौरान 3 मार्च को हृदय गति रूकने से देहांत हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को सेना की गाडिय़ों में तिरंगे में लपेटकर गांव में बुधवार को लाया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण व आस-पास के पूर्व सैनिकों व ग्रामीणों ने पहुंच कर श्रद्धाजंली दी।
मृतक सैनिक सुनील कुमार के भाई ने बताया कि 2009 में उन्हें खेल कोटे से सेना में भर्ती किया गया था वे अपने पीछे दो लडक़े व पत्नी पिंकी पिता जगदीश माता इंदरा वती व भाई रामरूप को छोड़ गये। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी 1992 को जन्मे सुनील का पार्थिव शरीर गांव शाहपुर से मोटर साईकलों व गाडिय़ों के काफिले के साथ भारत माता के जय-जयकारों के साथ लाया गया।
इस मौके श्रद्धाजंली देने वालों मे एसडीएम इसराना आशीष कुमार, तहसीलदार नरेन्द्र दलाल, नायब तहसीलदार अस्त्वि , सामाजिक कार्यकर्ता रंजिता कौशिक, सरपंच कुलदीप, पूर्व सरपंच महावीर, कोच नरेद्र मलिक, रोहताश, जसमेर, दीपक मोहित के अलावा आस पास के लोग व पूर्व सैनिक मौजूद रहे।
सुनील के भाई ने बताया कि वे सरल स्वभाव के थे व उन्होंने गांव में वालीवाल को बढावा देने में अहम योगदान दिया। वे राष्टï्रीय स्तर के खिलाड़ी थे जब भी गांव में आते थे गांव के खिलाडिय़ों के साथ खेलते थे व गांव की प्रगति पर चर्चा करते थे।
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