स्वामी दयानन्द सरस्वती जी ने हनुमान जी की राम जी के प्रति अनन्य भक्ति का वर्णन किया।
BOL PANIPAT : 2 जून 2025, सनौली रोड, नेता जी कालोनी स्थित श्री लक्ष्मी नारायण सांई बाबा मन्दिर के 56वें वार्षिकोत्सव के अंतर्गत तीन दिवसीय श्री राम कथा सत्संग के दूसरे दिन प्रवचन करते हुए स्वामी दयानन्द सरस्वती जी ने हनुमान जी की राम जी के प्रति अनन्य भक्ति का वर्णन किया।
कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि नवल जिन्दल पार्षद, द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि का स्वागत मंदिर कमेटी द्वारा किया गया। तत्पश्चात महाराज श्री ने रामचरित मानस में वर्णित हनुमान जी के यश एवं बल के बारे में बताते हुए कहा कि जैसे ही जाम्बवान जी ने हनुमान जी को उनका बल याद दिलाया व यह कहा कि राम काम करने के लिए ही आप हनुमान जी का अवतार हुआ है यह सुनते ही हनुमान जी में एक अद्भुत बल आ गया तथा वे पर्वत के समान विशालकाय हो गए व लंका की ओर जाने को तत्पर हो गए। इससे पूर्व महामण्डलेश्वर स्वामी अरूणदास जी महाराज ने कहा कि श्री हनुमान जी सबसे बड़े भक्त हैं उनकी आराधना से भक्त अध्यात्म के क्षेत्र में जल्दी प्रगति करता है। इससे पूर्व मन्दिर प्रांगण में ‘एक शाम ठाकुर जी के नाम’ भक्ति संकीर्तन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें गीत गोविन्द संकीर्तन मण्डल की ओर से पधारे तरूण चोपड़ा एवं गुलशन लखीना ने ‘वे जोगिया मैं तां तेरी जोगण बण गई हां’, ‘इक नज़र कृपा की कर दो सांवरियां गिरधारी’ भजन गाकर उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया। मंच संचालन कैलाश नारंग ने किया। इस अवसर पर किशन लखीना, राजेन्द्र टुटेजा, रामनारायण तनेजा, तिलक राज सेठी, कृष्ण गोपाल सेठी, सुन्दर नन्दवानी, राजेश लखीना, दिनेश ढींगड़ा, अनिल रेवड़ी, पंकज नारंग, विपिन चुघ, वेद बांगा, सतपाल सैनी, हेमन्त लखीना, पंकज सेठी, पुजारी प्रेम चन्द शर्मा, हरि कृष्ण जोशी एवं महिला संकीर्तन मण्डल के सदस्य उपस्थित थे।
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