46वें कुरुक्षेत्र विश्वविधालय जोनल यूथ फेस्टिवल (करनाल जोन) का 16 से 18 अक्टूबर तक आयोजन एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में.
–जोन के हर कॉलेज के विद्यार्थी का जोनल महोत्सव में पधारने पर स्वागत है परन्तु विद्यार्थी अपना पहचान पत्र अवश्य साथ रखें : डॉ अनुपम अरोड़ा
BOL PANIPAT , 01 अक्टूबर. एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में 16 से 18 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले कुरुक्षेत्र विश्वविधालय कुरुक्षेत्र के चिर-प्रतिष्ठित युवा एवं सांस्कृतिक विभाग द्वारा प्रायोजित 46वें ‘करनाल जोन-यूथ फेस्टिवल’ के अवसर पर आयोजित विमर्श में 35 से अधिक कालेजों के प्राचार्यों और सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रभारियों ने हिस्सा लिया और यूथ फेस्टिवल से सम्बंधित विषयों पर अपने सुझाव दिए और मंत्रणा की । सभी प्राचार्यों ने प्रतिभागी कालेजों के विद्यार्थियों को जोनल युवा महोत्सव को देखने का आह्वान किया परन्तु इस अपील के साथ कि प्रत्येक विद्यार्थी पहचान पत्र के साथ ही कॉलेज में पधारे । एसडी पीजी कॉलेज को इस वर्ष के जोनल युवा महोत्सव (करनाल जोन) की मेजबानी का दायित्व और गौरव प्राप्त हुआ है । विदित रहे कि यूथ फेस्टिवल कुरुक्षेत्र विश्वविधालय कुरुक्षेत्र द्वारा आयोजित किया जाने वाला सर्वाधिक गौरवमयी और लोकप्रिय फेस्टिवल है जिसका इंतज़ार प्रत्येक कॉलेज और विद्यार्थी को रहता है ।
इस बार आयोजित जोनल युवा महोत्सव (करनाल जोन) में कुल 42 विधाओं में कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे । संगीत विधा में 15 केटेगरी में प्रतिस्पर्धा होगी जिनमें क्लासिकल वोकल (सोलो), क्लासिकल इंस्ट्रुमेंटल सोलो (परकशन), क्लासिकल इंस्ट्रुमेंटल सोलो (नॉन-परकशन), ऑर्केस्ट्रा इंडियन, लाइट वोकल इंडियन, ग्रुप सोंग (जनरल), फोल्क सांग (जनरल), फोल्क सांग हरियाणवी (सोलो), फोल्क इंस्ट्रुमेंटल हरियाणवी (सोलो), ग्रुप सांग (हरियाणवी), ऑर्केस्ट्रा (हरियाणवी), वेस्टर्न वोकल (सोलो), वेस्टर्न इंस्ट्रुमेंटल (सोलो), ग्रुप सांग (वेस्टर्न) और हरियाणवी पॉप सांग शामिल है ।
नृत्य विधा में 7 केटेगरी होंगी जिनमें हरियाणवी लूर डांस (नई विधा), क्लासिकल डांस, ग्रुप डांस (जनरल), ग्रुप डांस (हरियाणवी), सोलो डांस (हरियाणवी, पुरुष एवं महिला वर्ग), कोरियोग्राफी और रसिया (हरियाणवी) ग्रुप डांस शामिल है ।
थिएटर विधा में 7 केटेगरी होंगी जिनमें वन एक्ट प्ले, संस्कृत ड्रामा, हरियाणवी एवं हिंदी नाटक, माइम, मिमिक्री, सांग और रिचुअल्स शामिल है ।
साहित्यिक विधाओं में इलोकुशन, डिबेट, क्विज और संस्कृत भाषण शामिल रहेंगे ।
ललित कलाओं में मेहँदी, आन द स्पॉट पेंटिंग, कोलाज, पोस्टर मेकिंग, क्ले मॉडलिंग, कार्टूनिंग, रंगोली, आन द स्पॉट फोटोग्राफी और इंस्टालेशन या बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट विधाओं में प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेंगी । ललित कलाओं की सभी प्रतियोगिताओं का निर्धारित समय 2 घंटे और 30 मिनट रहेगा और इनमें प्रत्येक प्रतिभागी कॉलेज से एक प्रतिभागी भाग ले सकता है । इंस्टालेशन में 4 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे ।
आज आयोजित विमर्श में राजकीय महाविधालय इसराना, राजकीय महाविधालय पानीपत, राजकीय महाविधालय बहरामपुर बापौली, पंडित चिरंजीलाल राजकीय महाविधालय करनाल, राजकीय महाविधालय घरौंडा, शहीद उधम सिंह राजकीय महाविधालय मटक माजरी इंद्री, दयाल सिंह कॉलेज करनाल, गुरु नानक खालसा कॉलेज करनाल, जीवन चाणना महिला महाविधालय असंध, आर्य पीजी कॉलेज पानीपत, आईबी कॉलेज पानीपत, चौधरी देवी लाल महिला महाविधालय सिवाह, गरु ब्रह्मानंद महिला महाविधालय कुराना, पाईट समालखा, गीता डिग्री कॉलेज सेहरा, एपीट एसडी इंडिया पानीपत, राजकीय महिला महाविधालय घरौंडा, एसजीटीबीजी राजकीय महाविधालय तरावड़ी, एमडी राजकीय महिला महाविधालय दादुपुर आदि के प्राचार्यों और सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रभारियों ने हिस्सा लिया ।
प्रमुख रूप से प्राचार्य जगदीश गुप्ता, डॉ अजय गर्ग, डॉ अनीता जून, डॉ मीरा कश्यप, डॉ स्नेह यादव, प्रो सुमन लता, प्रो मंगल सेन, डॉ कविता तनेजा, प्रो बीर सिंह, डॉ हेम लता शर्मा, डॉ मिनाक्षी चौधरी, प्रो राम निवास, डॉ निधान सिंह, डॉ सुनीत शर्मा, डॉ सुनीता हांडा, प्रो उर्मिला, प्रो सुरेश कुमार, प्रो भारती, डॉ जगदीश शर्मा, प्रो सुमन, प्रो एकता, डॉ श्रुति, डॉ हंस राज आदि ने विमर्श में हिस्सा लिया और प्रतिस्पर्धा की विभिन्न विधाओं के लिए आयोजित लाटरी ड्रा में हिस्सा लिया । माननीय मेहमानों का स्वागत कॉलेज प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा और कॉलेज में सांस्कृतिक गतिविधियों की प्रभारी डॉ संगीता गुप्ता ने किया । ज्ञात रहे की एसडी पीजी कॉलेज वर्ष 2013 में भी जोनल युवा महोत्सव की सफलता पूर्वक मेजबानी कर चुका है ।
प्रधान दिनेश गोयल ने कहा कि युवा महोत्सव से छात्र-छात्राओं को हरियाणवी संस्कृति, लोक काव्य और कला के बारे में तो सिखने को मिलेगा ही, साथ ही नए-नए विषयों और समस्याओं एवं उनके समाधान के बारे में भी उन्हें जानने को मिलेगा । नैतिकता, एकता और प्रेम युक्त समाज की स्थापना भी तभी हो पाएगी जब हम सभी इस महोत्सव में एक-सुर के साथ हिस्सा लेगे ।
डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि वे सभी कालेजों के प्राचार्यों, प्रभारियों और प्रतिभागी विद्यार्थियों का इस जोनल युवा महोत्सव में स्वागत करते है । उन्हें उम्मीद है कि इस महोत्सव को सफल बनानने में हर कॉलेज अपना पूर्ण सहयोग देगा और प्रत्येक विधा के निष्पादन के समय अनुशासन एवं समय का पालन अवश्य करेगा । युवा महोत्सवो जैसे आयोजनो से ही छात्र-छात्राओं में आत्मविश्वास आता है और उनमें कुछ कर गुजरने का जज्बा पैदा होता है । इस प्रकार के कार्यक्रमो में शामिल होकर प्रत्येक कॉलेज का हर विद्यार्थी प्रतिभावान बन सकता है और खुद में निखार ला सकता है । यूथ फेस्टिवल हरियाणा प्रदेश की सामाजिक समरसता का प्रतीक है और छात्र जीवन में कला से जुड़ा इतना बड़ा आयोजन कोई अन्यत्र नहीं है । आज के प्रतिभागी ही कल के अभिनेता और स्टार होंगे और जिन विधाओं में उन्होनें अपनी जीत का लोहा मनवाया है उसे ओर बुलंदियों तक ले जाना ही उनका ध्येय होना चाहिए । प्रतिभा और आत्मविश्वास से लबरेज यूथ फेस्टिवल का हर प्रतिभागी सिर्फ अपने कॉलेज का ही नहीं बल्कि कला का अमूल्य धरोहर साबित होगा इसकी उन्हें पूर्ण आशा है ।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रभारी डॉ संगीता गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक कॉलेज में ऐसे बहुत से छात्र और छात्राए है जो की बहुत ही प्रतिभाशाली है । उन्हें निखारने और उनकी कला को सब के सामने लाने का दूसरा नाम ही युवा महोत्सव है जिसका आयोजन प्रत्येक वर्ष कुरुक्षेत्र विश्वविधालय द्वारा किया जाता है । हरियाणा में कला की नींव मजबूत है और आने वाला समय और भी स्वर्णिम होगा ये यह युवा महोत्सव साबित करेगा ।
इस अवसर पर कॉलेज के समस्त स्टाफ सदस्य जिनमें डॉ एसके वर्मा, डॉ मुकेश पुनिया, चिराग सिंगला आदि मौजूद रहे ।
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