Wednesday, February 19, 2025
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विभिन्न तबकों की ज्वलंत मांगों व मुद्दों को लेकर भाकपा व माकपा की संयुक्त कन्वैंशन 17 सितम्बर 23 को जींद में की जाएगी

By LALIT SHARMA , in Politics , at August 29, 2023 Tags: , , ,

BOL PANIPAT : 29 अगस्त मौजूदा दौर में विभिन्न तबकों की ज्वलंत मांगों व मुद्दों को लेकर भाकपा व माकपा की संयुक्त कन्वैंशन 17 सितम्बर 23 को जींद में की जाएगी। इस संबंध में 28 अगस्त को रोहतक में माकपा कार्यालय पर दोनों वामपंथी पार्टियों की संयुक्त बैठक हुई जिसमें सीपीआई के राज्य सचिव दरियाव सिंह कश्यप, माकपा के राज्य सचिव सुरेन्द्र सिंह व सीपाआईएम के वरिष्ठ नेता इन्द्रजीत सिंह ने भाग लिया और प्रदेश की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। यह जानकारी सीपीआई के राज्य सचिव दरियाव सिंह कश्यप ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में दी।
भाजपा-जजपा सरकार के शासन की नीतियों के परिणामस्वरूप सभी तबकों की दुर्दशा पर मीटिंग में चर्चा की गई। इस संदर्भ में दोनों पार्टियों ने प्रदेश स्तर पर संयुक्त जन अभियान चलाने की योजना बनाने के लिए आगामी 17 सितम्बर को जींद में कन्वैंशन करने का फैसला लिया है। इस कन्वैंशन में किसानों , मजदूरों व अन्य जनसंगठनों के सक्रिय कार्यकर्ता एम एस पी पर कानून बनाने, श्रम कानूनों की परिपालना एवं न्यूनतम वेतन बढा़ने, सरकारी महकमों में खाली पड़े लाखों पदों के लिए स्पेशल भर्ती करने, ग्रामीण श्रमिकों को रिहायशी प्लाट देने, सभी को निशुल्क एवं रोजगारपरक शिक्षा देने , कर्मचारियों की पुरानी पैंशन बहाल करने, वृद्धावस्था पैंशन से आमदनी की शर्त हटाने आदि जनपक्षीय मुद्दों के मांग-पत्र को अंतिम रूप देंगे । कन्वैंशन में राज्य स्तर पर व्यापक आंदोलन की रणनीति तय की जायेगी।
वामपंथी पार्टियों इसरो के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, संचार विशेषज्ञों सहित पूरी टीम का अभिनंदन किया, जिन्होंने चन्द्रयान – 3 को सफलता के मुकाम तक पहुँचाया। वामपंथी पार्टियां समझती हैं कि इसरो की टीम के इस महानतम कार्य ने भारत के लिए कईं क्षेत्रों में आगे बढ़ने की अपार सम्भावनाएं खोल दी हैं।
वामपंथी पार्टियों ने प्रदेश में बीसियों हजार आशा वर्करों की न्यायोचित हड़ताल का समर्थन करते हुए महिला आशा वर्करों को सोमवार के दिन पंचकूला जाने से पुलिस बल द्वारा रोके जाने की कड़े शब्दों में निंदा की। उल्लेखनीय है कि 28 अगस्त को पूरे प्रदेश में चप्पे चप्पे पर आशा वर्करों को पुलिस ने विधान सभा तक जाने से जिस प्रकार रोका है वह तानाशाही थोपने का हथकंडा है ।
मीटिंग में एक प्रस्ताव पास करके हथियारबंद साम्प्रदायिक तत्वों द्वारा गत 31 जुलाई को नूंह में हिंसा फैलाने के खतरनाक क्रिया कलापों की कड़ी निंदा करते हुए प्रदेश की आम जनता की सराहना की गई जिसने साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने के भाजपा के मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया। इसी प्रस्ताव में मांग की गई है कि मेवात में स्थिति सामान्य करने के लिए यह जरूरी है कि हिंसा भड़काने के दोषियों को छोड़ा नहीं जाए और किसी भी निर्दोष को पकड़ा नहीं जाए तथा जिन निर्दोषों को पकड़ा गया है उन्हें रिहा किया जाए।

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