Sunday, April 20, 2025
Newspaper and Magzine


108 देशों में एक साथ मनाया गया विश्व नवकार दिवस

By LALIT SHARMA , in RELIGIOUS , at April 9, 2025 Tags: , , , , ,

BOL PANIPAT : विश्व के 108 देशों में विश्व नवकार दिवस एक साथ मनाया गया प्रातः 8:06 बजे से 9:36 बजे तक णमोकार महामंत्र का सामूहिक जाप वैश्विक शांति, करुणा एवं एकता के लिए किया गया
आज विशेष रूप से दिल्ली के विज्ञान भवन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा इस महोत्सव का शुभारंभ किया गया इस अवसर पर उन्होंन सर्व‌प्रथम णमोकार महामंत्र का जाप सभी के साथ किया इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जैन धर्म पूर्णतया वैज्ञानिक धर्म है उन्होंने कहा कि णमोकार महामंत्र में पंच परमेष्ठी की वंदना के साथ ही समय ज्ञान है सम्यक दर्शन है सम्यक चारित्र है और यह मंत्र मोक्ष की ओर ले जाने वाला मार्ग है णमोकार महामंत्र केवल मंत्र नहीं है यह हमारी आस्था का केंद्र है हमारे जीवन का मूल स्वर और इसका महत्व सिर्फ आध्यात्मिक नहीं है यह मंत्र स्वयं से लेकर समाज तक को सबको राह दिखता है
उन्होंने साथ ही कहा कि आज सबसे बड़ा संकट क्लाइमेट चेंज है इसका हल उन्होंने सस्टेनेबल लाइफस्टाइल को बताया
इसलिए भारत ने अब शुरू किया है मिशन लाइफ और जैन समाज तो सदियों से यह जीता आया है
उन्होंने साथ ही जैन धर्म के साहित्य के बारे में भी बोला उन्होंने कहा कि जैन धर्म का साहित्य भारत के बौद्धिक वैभव की रीड रहा है इस ज्ञान को संजोना हमारा कर्तव्य है इसलिए हमने प्राकृत और पाली भाषा को क्लासिकल भाषा का दर्जा दिया है साथ ही उन्होंने आज देशवासियों को 9 संकल्प भी दिए जिसमें पानी बचाने का संकल्प, एक पेड़ मां के नाम, स्वच्छता का मिशन, वोकल फार लोकल, देश दर्शन, नेचुरल फार्मिंग को अपनाना, हेल्दी लाइफ़स्टाइल को अपनाना, योग और खेल को जीवन में लाना और गरीबों की सहायता करना का संकल्प है
विश्व नवकार दिवस ऐतिहासिक एवं धार्मिक भूमि पानीपत में भी धूमधाम के साथ मनाया गया जहां सभी धर्म के लोगों ने णमोकार महामंत्र का पाठ किया विशेष रूप से पानीपत विराजमान सभी सातों दिगंबर जैन मंदिरों एवं जैन स्थानक अग्रवाल मंडी, गांधी मंडी एंव‌ अंसल में भी गुरु जनों के सानिध्य णमोकार मंत्र का सामूहिक पाठ किया गया

इस अवसर पर विशेष रूप से जैन स्कूल सोसायटी द्वारा संचालित जिनवाणी विद्या भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भी सभी बच्चों के द्वारा सामूहिक रूप से णमोकार महामंत्र का जाप किया गया
जिसमें विशेष रूप से स्कूल प्रबंधक संजीव जैन एवं उप प्रबंधक दिनेश जैन मौजूद रहे
इस अवसर पर श्री दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने कहा कि सामूहिक णमोकार मंत्र का जाप विश्व शांति की किया जाता है णमोकार मंत्र में पंच परमेष्ठी भगवान को नमस्कार किया गया है अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय, साधु परमेष्ठी को इस णमोकार मंत्र में नमन किया गया है यानी कि विश्व में जितने भी सिद्ध पुरुष हैं उनको इस णमोकार महामंत्र के माध्यम से नमस्कार किया जाता है

इस अवसर पर एडवोकेट मेहुल जैन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि णमोकार मंत्र महामंत्र है यह सब मंत्रो का राजा है
णमोकार मंत्र जैन धर्म का सर्वाधिक महत्वपूर्ण मंत्र है। इसे नवकार महामंत्र, नमस्कार मंत्र या ‘पंच परमेष्ठि नमस्कार’ भी कहा जाता है। इस मंत्र में अरिहन्तों, सिद्धों, आचार्यों, उपाध्यायों और साधुओं का नमस्कार किया गया है।

णमोकार महामंत्र’ एक लोकोत्तर मंत्र है। इस मंत्र को जैन धर्म का परम पवित्र और अनादि मूल मंत्र माना जाता है। इसमें किसी व्यक्ति का नहीं, किंतु संपूर्ण रूप से विकसित और विकासमान विशुद्ध आत्मस्वरूप का ही दर्शन, स्मरण, चिंतन, ध्यान एवं अनुभव किया जाता है। इसलिए यह अनादि और अक्षयस्वरूपी मंत्र है। लौकिक मंत्र आदि सिर्फ लौकिक लाभ पहुँचाते हैं, किंतु लोकोत्तर मंत्र लौकिक और लोकोत्तर दोनों कार्य सिद्ध करते हैं। इसलिए णमोकार मंत्र सर्व कार्य सिद्धिकारक लोकोत्तर मंत्र माना जाता है
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मंत्र है पूरे विश्व में जिस किसी भी अवस्था में पढ़ा जा सकता है किसी भी रूप में पढ़ा जा सकता है और णमोकार महामंत्र का पाठ करने से जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण बनता है उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर अपने कार्य का शुभारंभ णमोकार मंत्र से करता है तो वह जरूर पूर्ण होता है उन्होंने कहा कि इसका प्रमाण सैकड़ो वर्षों से चला आ रहा है जैन धर्म में तो विशेष रूप से किसी भी कार्य के शुरू होने से पहले 9 बार णमोकार मंत्र पाठ करके इसका शुभारंभ किया जाता है साथ उन्होंने बताया कि विश्व ने इसे मंगलाचरण मंत्र के रूप में माना है यानी कि जब भी किसी मंगल का कार्य होना हो सर्वप्रथम णमोकार मंत्र का पाठ करना चाहिए

इस अवसर पर जानकारी देते हुए श्री दिगंबर जैन पंचायत के महासचिव मनोज जैन ने कहा कि विश्व नवकार दिवस बड़े ही अच्छे दिन मनाया गया है क्योंकि यह उत्सव भगवान महावीर जन्मोत्सव की ठीक एक दिन पहले पूरे विश्व में मनाया है इसलिए इस बार भगवान महावीर जन्मोत्सव में एक अलग ही सकारात्मक रूप से महोत्सव को मनाने की प्रेरणा मिली है उन्होंने बताया कि पानीपत जहां सैकड़ो वर्षों से भगवान की रथ यात्रा का आयोजन भगवान महावीर जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में होता आ रहा है
इस बार भी 10 अप्रैल को बड़े धूमधाम से पानीपत नगरी में मनाया जाएगा उन्होंने कहा इस अवसर पर विशेष रूप से विभिन्न प्रदेशों के बैंड, ढोल, शहनाई आदि भगवान के रथ की अगवानी करेंगे उन्होंने बताया कि रथ पर भगवान को लेकर बैठने एवं भगवान का सारथी बनने के लिए विशेष बोलियों का आयोजन सैकड़ो वर्षों से होता आ रहा है जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं जिसका सौभाग्य कल सबको प्राप्त होगा
यह रथ यात्रा जैन मोहल्ला जैन किड्स स्कूल से प्रारंभ होकर अमर भवन चौक, गुड मंडी बाजार, रोशन महल, सलारगंज गेट, इंसार बाजार, इंदिरा बाजार होते हुए पुन: पारसनाथ रोड पर संपन्न होगी

Comments


Leave a Reply