पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस के मार्गदर्शन में पानीपत पुलिस ने महज 30 घंटे के दौरान सुलझाया युवक के अपहरण का मामला
होटल से अपहरण किये युवक व उसके ड्राइवर को आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने सकुशल बरामद कर चार आरोपियों को काबू किया, स्कॉर्पियां व स्विफ्ट गाड़ी बरामद
महिला आरोपी ने गिरोह के सरगना साथी आरोपी संग मिलकर शार्टकट तरिके से मोटे पैसे कमाने की साजिश रच फेसबुक पर युवक से दोस्ती की, मिलने के लिए पानीपत बुलाया, यहा होटल से युवक का गिरोह से साथी आरोपियों अपहरण कराया
BOL PANIPAT : 20 फरवरी 2025, पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस के मार्गदर्शन में त्वरित कार्रवाई करते हुए सीआईए टू पुलिस की टीम ने सिवाह जीटी रोड स्थित एक होटल से उत्तराखंड निवासी युवक व उसके ड्राइवर के अपहरण के मामले को महज 30 घंटे के दौरान सुलझा दोनों अपहर्त युवकों को आरोपियों के कब्जे से छुड़ाकर चार आरोपियों को काबू किया है। पकड़े गए चारों आरोपी करनाल के बला गांव के रहने वाले है।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने वीरवार को जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि बीते मंगलवार को डॉयल 112 के माध्यम से पुलिस को सूचना मिली थी की सिवाह जीटी रोड स्थित एक होटल में आए युवक व युवती का अज्ञात चार पांच लड़के अपहरण कर गाड़ी से ले गए है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी।
जहा होटल संचालक सिवाह निवासी दीपक पुत्र भवर सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने जीटी रोड पर पार्क हास्पिटल के पास स्थित मून होटल को सिवाह निवासी जयदीप कादियान से किराये पर लिया हुआ है। मंगलवार 18 फरवरी को वह अपना नीजी कार्य करके साय करीब 4 बजे होटल पर आया तो, होटल के रिसेप्शन पर बैठे राकेश ने उसे बताया कि होटल में करीब 30/40 मिनट पहले एक लड़का लड़की आए थे। जिन्होंने आईडी प्रुफ के रूप में आधार कार्ड दिखाया। आधार कार्ड के अुनसार लड़का देहरादून के एक गांव का रहने वाला था और लड़की झज्जर के एक गांव की रहने वाली थी। जिन्हें उसने 105 नंबर कमरा दिया। उनके कमरे में जाने के 20 मिनट बाद तीन लड़के होटल में आकर सीधा उनके कमरे में गए। और लड़के को पीटते हुए जबरदस्ती लड़का व लड़की को अपहरण कर एक काले रंग की उत्तराखंड नंबर की स्कार्पियों गाड़ी में ले गए।
उसने सीसीटीवी कैमरे चेक किये तो होटल में लड़के के साथ आई लड़की आराम से अटेची लेकर बाहर जाती दिख रही है। उसने कोई शोर भी नहीं मचाया। जो अपनी मर्जी से गाड़ी में बैठती दिखाई दे रही है। जबकि 3 व्यक्ति लड़के को पीटते हुए जबरदस्ती गाड़ी में बैठा रहे है। इनके तीन चार साथी युवक बाहर इधर उधर धूमते दिखाई दे रहे है। आशंका है की लड़की भी इनके साथ मिली हुई है। होटल में ठहरे लड़के को आरोपी अपहरण कर ले गए।
पुलिस ने थाना औद्योगिक सेक्टर 29 में दीपक की शिकायत पर बीएनएस की धारा 140(3), 115(2), 3(5) के तहत अभियोग दर्ज कर मामले की जांच व आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।
उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स ने बताया कि पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस के संज्ञान में उक्त मामला आते ही उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीआईए टू प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार व उनकी टीम को आरोपियों की धरपकड़ की जिम्मेदारी सौंपी।
सीआईए टू पुलिस की टीम अपने सभी सोर्स एक्टिव कर आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई थी। पुलिस टीम को बुधवार देर शाम को करनाल के मुनक गांव में नहर के नजदीक स्विफट गाड़ी व उत्तराखंड नंबर की एक स्कार्पियों खड़ी होने बारे विशेष इनपुट मिला। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर दंबिश देकर अपहर्त युवक व ड्राइवर को आरोपियों के कब्जे से छुड़ाकर मौके से चार आरोपियों को काबू किया। गिरफ्तार चारों आरोपी रोहित, शिवांश, रोनक व मोहित करनाल के बला गांव के रहने वाले है।
उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स ने बताया कि पूछताछ में चारों आरोपियों ने पुलिस को बताया गिरोह का मास्टर माइंड फरार उनका साथी आरोपी उनके पड़ोसी गांव का रहने वाला है। जिसने अपनी महिला दोस्त के साथ मिलकर शार्टकट तरिके से पैसे कमाने की साजिश रची और दोनों ने सोशल मीडिया फेसबुक पर ऐसे लोगों को सर्च किया जो पहनावे से ठीक दिखते हो। जहां मनीष निवासी देहरादून को देखकर महिला दोस्त ने फेसबुक पर उसके साथ दोस्ती कर ली। साथी आरोपी ने उन चारों को पूरे षड़यत्र बारे बताया तो उन्हे भी लालच आ गया और वे चारों भी गिरोह में शामिल हो गए।
महिला दोस्त ने कुछ दिन बातचित करने के बाद साजिश के तहत मनीष को मिलने के लिए बुलाया। मनीष ड्राइवर को साथ लेकर अपनी गाड़ी से पानीपत आ गया। साथी आरोपी महिला दोस्त और वे चारों भी पानीपत आ गए। महिला दोस्त मनीष के साथ होटल के कमरे में गई। साजिश के तहत करीब 20 मिनट बाद वे सभी कमरे में पहुंचे और मनीष को बाहर लेकर आए। वहा से मनीष व उसके ड्राइवर का उनकी ही स्कार्पियों गाड़ी से अपहरण कर ले गए।
होटल संचालक को शक न हो इसलिए वे महिला दोस्त को भी साथ ले गए थे। बाद में उसको रास्ते में उतार दिया।
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया अपहर्त मनीष व उसके ड्राइवर को वह गाड़ी में इधर उधर लेकर घूमते रहे और मनीष से उनके घरवालों को फोन करवा फिरोती के रूप में 20 लाख रूपए की डिमांड की।
उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त गाड़ी व डंडे बरामद कर प्रारंभिक पूछताछ के बाद वीरवार को चारों आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से आरोपी रोनक व मोहित को न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया और फरार आरोपियों के ठिकानों का पता लगा काबू करने व छीना गया सोने का कड़ा व चेन बरामद करने के लिए आरोपी रोहित व शिवांश को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया।
आरोपी रोहित, शिवांश व रोनक का पहले भी आपराधिक रिकार्ड होना पाया गया है। आरोपी रोहित पर जानलेवा हमला करने का एक मामला दर्ज है और आरोपी शिवांश व रोनक के खिलाफ लड़ाई झगड़े का मामला दर्ज है।
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