Sunday, April 20, 2025
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शिक्षा नैतिकता, गुणवत्ता और वैज्ञानिकता आधारित होनी चाहिए

By LALIT SHARMA , in DIPRO PANIPAT PRESS RELEASE , at March 31, 2025 Tags: , , , , , ,

2047 तक देश बनेगा विकसित राष्ट्र

गीता यूनिवर्सिटी नौल्था में आयोजित कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल ने विद्यार्थियों और प्राध्यापकों के सवालों के दिए जवाब

पानीपत, 30 मार्च। हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने रविवार को गीता यूनिवर्सिटी ( नौल्था) में आयोजित संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अपने संबोधन में यूनिवर्सिटी फैकल्टी और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता के साथ नैतिकता और वैज्ञानिकता को होना चाहिए। इन तीनों के समावेश से शिक्षा में बेहतर परिणाम देखने को मिलते हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिणाम बेहतर होंगे। उन्होंने यूनिवर्सिटी से इसके लिए सहयोग की अपील की।
महामहिम ने कहा कि केंद्र नई शिक्षा नीति को 2030 में लागू करेगा। जबकि हरियाणा में इसे इसी वर्ष नए सत्र इसे लागू किया जा रहा है।
यूनिवर्सिटी परिसर में महामहिम के पहुंचने पर उपायुक्त डॉक्टर विरेंदर कुमार दहिया, पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने राज्यपाल का बुके देकर अभिनंदन स्वागत किया। यूनिवर्सिटी परिसर में पुलिस की टुकड़ी ने महामहिम को गार्ड आफ ऑनर दिया।

महामहिम ने विद्यार्थियों व फैकल्टी के सदस्यों के विभिन्न विषयों से जुडे सवालों के जवाब भी एक एक करके दिए और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में महामहिम ने यूनिवर्सिटी के कुलपति एसपी बंसल की लिखी पुस्तक मुसाफिर न थका न हारा का विमोचन कर लोकार्पित किया।
कार्यक्रम में बच्चों ने बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।
महामहिम ने अपनी संबोधन में कहा कि हमें रोजगार हासिल करने वालों की बजाय रोजगार देने वालों की श्रेणी में होना चाहिए।
महामहिम ने कहा कि हर वर्ष लाखों युवा यूनिवर्सिटी से शिक्षा ग्रहण करके निकलते हैं सबको रोजगार मिले ऐसा संभव नहीं है। सरकार युवाओं में हुनर तलाश रही है व उन्हें रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही है। स्टार्टअप के माध्यम से युवा आगे बढ़ रहे हैं। गहन रुचि लेकर भी अपने भविष्य को मजबूत बना रहे हैं ।सरकार भी स्टार्ट अप के लिए युवाओं को प्रोत्साहन दे रही है।
महामहिम ने कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य ज्ञान प्राप्त करना होना चाहिए। हमें आशावान बनकर इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। नौकरी देने वालों को नौकरी मिलती है इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता।
महामहिम ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार स्टार्टअप को बढ़ावा दे रही है ।खुशी की बात यह है कि इसमें महिलाएं भी अग्रणी है।
महामहिम ने कहा कि गीता यूनिवर्सिटी से निकलने वाले विद्यार्थी देश दुनिया में गीता का संदेश देंगे।
महामहिम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक के देश को विकसित करने के सपनों को साकार करने के लिए हमे सहयोग करना चाहिए।
महामहिम ने बताया कि गीता यूनिवर्सिटी में 96 शोधकर्ताओं में से 72 लड़कियां शोध का कार्य कर रही है यह हमारे लिए गर्व की बात है। वर्तमान में किसी भी क्षेत्र में लड़कियां काम नहीं है। लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। वे हर कार्य को रुचि लेकर व जिम्मेदारी पूर्वक करती हैं। उन्होंने लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए शुभकामनाएं दी।
महामहिम ने कहा कि।
सेवा सार्थकता समाज की प्रगति का आधार है। उन्होंने अपने जीवन से जुड़े संस्मरण भी लोगों के समक्ष रखें।
कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर एसपी बंसल ने यूनिवर्सिटी की प्रगति रिपोर्ट रखी ।
इस मौके पर उपायुक्त डॉक्टर वीरेंद्र कुमार दहिया, पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह, सीडीएम आशीष वशिष्ठ,यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर एसपी बंसल, विकास सिंह, गीता बंसल ,अंकुश ,निशांत नेहा, एडवोकेट राममोहन राय, वीरेंद्र सिंगल रमेश पुहाल,गुलशन चौहान के अलावा गवर्निंग बॉडी के सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन प्रो. पारुल ने किया। कार्यक्रम में बच्चों ने महाभारत से जुड़ी एक किट भी प्रस्तुत की जो तत्कालीन परिस्थितियों का बयान कर रही थी।
कार्यक्रम के समापन से पूर्व यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार अशोक अरोड़ा ने सभी का आभार प्रकट किया।

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